प्रियंका गांधी से 2 करोड़ की पेंटिंग खरीदने के आरोप को लेकर कांग्रेस का भाजपा पर पलटवार


नई दिल्ली. मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के ईडी को दिए गए बयान से राजनीतिक हल्कों में खलबली मच गई है. टीओआई की खबर के मुताबिक राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए अपने बयान में कहा है कि उन्होंने 2010 में तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा के दबाव के कारण प्रियंका गांधी से 2 करोड़ में एम एफ हुसैन की पेंटिंग खरीदी थी. इस रकम से तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का न्यूयॉर्क में इलाज होना था. इस बयान के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि बीजेपी बिना तथ्य इस मुद्दे को गर्म रखना चाहती है.

सरकार राजनीतिक उद्येश्यों की पूर्ति के लिए मुद्दे को उछाल रही
एएनआई की खबर के मुताबिक कांग्रेस नेता और दिग्गज वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि हम सब जानते हैं कि ईडी की साख कितनी है. उन्होंने कहा, एक ऐसा व्यक्ति जो वर्षों से सलाखों के पीछे है, वह मृत व्यक्तियों पर आरोप लगा रहा है और सरकार अपने राजनीतिक उद्येश्यों की पू्र्ति के लिए कूद पड़ी है. ऐसे समय में जब इस लेन-देन से संबंधित न तो मुरलीव देवड़ा जीवित हैं और न ही अहमद पटेल तब सरकार 2010 की बीरबल की खिचड़ी को 2022 में पकाने की कोशिश में लगी है. ताकि यह मुद्दा हमेशा गर्म रहे और इसका राजनीतिक फायदा उठाया जाए. उन्होंने कहा, वे राजनीतिक प्रतिशोध के लिए लोगों में भय की मानसिकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें उससे बेहतर करना चाहिए. कम से कम मृत लोगों को तो बख्श देना चाहिए. कम से कम देवड़ा और अहमद पटेल जैसे लोगों की मानहानि नहीं करें. इधर, भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि ईडी के समक्ष राणा के इकबालिया बयान से साफ हो गया है कि गांधी परिवार और कांग्रेस न केवल जबरन वसूली करती है बल्कि देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी सबसे अधिक बोली लगाने वालों या दरबारियों को बेचती है, जा उनकी बोली लगाते हैं.

मनोहर लाल खट्टर पर आरोप
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, यह व्यक्ति मृत व्यक्तियों के खिलाफ आरोप लगा रहा है और बीजेपी इससे बीरबल की खिचड़ी पकाना चाहती है ताकि इस मुद्दे को अपनी सुविधा के हिसाब से कभी भी उछाला जा सके. सिंघवी ने कहा, 2010 का लेनदेन ऐसे आदमी से जुड़ा है जो सालों से जेल में है और अब तक उसके 20-30 जमानत की याचिका रद्द हो चुकी है. चूंकि यह आदमी बेल से बाहर आना चाहता है, इसलिए यह राजनीतिक लोगों के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है. सिंघवी ने कहा, बीजेपी की सरकार में लोन बुक में वृद्धि सांतवे आसमान पर पहुंच गई. इसका जवाब कौन देगा? सिंघवी ने मार्च 2014 का हवाला दिया, जब यस बैंक का ऋण 55 हजार करोड़ रुपये था जो वर्ष 2019 में पांच गुना बढ़कर 2.41 लाख करोड़ रुपये हो गया. सिंघवी ने आरोप लगाया कि सिंघवी ने कहा, मनोहर लाल खट्टर नीत हरियाणा सरकार ने 2,500 करोड़ रुपये सरकारी धन का निवेश डूबते यस बैंक के खातों में किया था. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सभी ईडी की विश्वसनीयता के बारे में जानते हैं और उससे भी ज्यादा इस मामले में उस आरोपी व्यक्ति की विश्वसनीयता को जानते हैं जिसने इस मामले में बयान दिया है

राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने यस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर के खिलाफ चार्जशीट दायर की है जिसमें कहा गया है कि राणा कपूर ने प्रियंका गांधी वाड्रा से 2 करोड़ में एम एफ हुसैन की पेटिंग खरीदी जिससे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का न्यूयॉर्क में इलाज किया गया. पेटिंग खरीदने के लिए तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा और कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने दबाव डाला. उन्हें धमकी दी गई कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो कांग्रेस अध्यक्ष के साथ संबंध खराब हो जाएंगे और पदम भूषण सम्मान भी नहीं दिया जाएगा. राणा कपूर ने यह भी कहा कि मिलिंद देवड़ा (पूर्व कांग्रेस सांसद और दिवंगत मुरली देवड़ा के पुत्र) ने गोपनीय तरीके से उन्हें सूचना दी कि इस पेंटिंग की बिक्री से मिलने वाले धन का उपयोग गांधी परिवार सोनिया गांधी के न्यूयॉर्क में उपचार कराने पर करेगा. ईडी राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही है. इडी ने यह भी आरोप लगाया कि गौतम थापड़ को यस बैंक से लोन मिलने के बदले में राणा कपूर को 300 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.

Tags: BJP, Congress



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