कोरोना के बढ़ते केसों ने लोगों के माथे पर तनाव की लकीरें खींच दी हैं। आईआईटी प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय सूत्र मॉडल से भी यह कहा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार जुलाई में बढ़ेगी। देश में 22 से25 हजार केस रोजाना आ सकते हैं। यह केस अधिकतर दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल राज्यों में बढ़ेंगे।
लेकिन इन सबके मुकाबले यूपी सबसे सुरक्षित रहेगा। यहां केस की संख्या न के बराबर रहेगी। प्रो. अग्रवाल ने राज्यवार निकाले गए आंकड़ों में यह स्थिति स्पष्ट की है। उनका कहना है कि इम्यूनिटी कम होने की वजह से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। लेकिन इनसे घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रो. अग्रवाल कहते हैं कि गणितीय सूत्र मॉडल में कुछ राज्यों कोरोना के केस बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका प्रभाव महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दिल्ली व गुजरात में ही अधिक रहेगा। उप्र, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड आदि प्रदेशों में सामान्य रूप से कोरोना संक्रमण न के बराबर रहेगा।
प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने शुक्रवार को एक नई स्टडी जारी की है। जिसमें प्रदेशवार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का आकलन किया गया है। कोरोना केसों की संख्या रोजाना 25 हजार तक पहुंच सकती है लेकिन ये अधिकतर मरीज सिर्फ पांच प्रदेशों से ही आने की उम्मीद है। अन्य प्रदेशों में मरीजों की संख्या 500 से भी नीचे रहने की उम्मीद है।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जब तक कोई बदला हुआ म्यूटेंट नहीं आता तब तक घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक फ्लू की तरह ही ऊपर नीचे जाएगा। जब-जब लोगों में इम्युनिटी कमजोर होगी, कोरोना संक्रमण लोगों को अपनी गिरफ्त में लेगा। उन्होंने कहा कि बढ़ते केसों को कोरोना की लहर कहना गलत होगा। लेकिन कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है।
इन पांच राज्यों में केसों की संख्या
प्रदेश पीक (संभावित) केस
महाराष्ट्र 22 जुलाई 9 से 10 हजार
केरल 13 जुलाई 6 से 7 हजार
कर्नाटक 31 जुलाई 2200 से 2500
दिल्ली दो जुलाई 2000 से 2200
गुजरात 11 अगस्त 1200 से 1500
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कोरोना के बढ़ते केसों ने लोगों के माथे पर तनाव की लकीरें खींच दी हैं। आईआईटी प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय सूत्र मॉडल से भी यह कहा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार जुलाई में बढ़ेगी। देश में 22 से25 हजार केस रोजाना आ सकते हैं। यह केस अधिकतर दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल राज्यों में बढ़ेंगे।
लेकिन इन सबके मुकाबले यूपी सबसे सुरक्षित रहेगा। यहां केस की संख्या न के बराबर रहेगी। प्रो. अग्रवाल ने राज्यवार निकाले गए आंकड़ों में यह स्थिति स्पष्ट की है। उनका कहना है कि इम्यूनिटी कम होने की वजह से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। लेकिन इनसे घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रो. अग्रवाल कहते हैं कि गणितीय सूत्र मॉडल में कुछ राज्यों कोरोना के केस बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका प्रभाव महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दिल्ली व गुजरात में ही अधिक रहेगा। उप्र, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड आदि प्रदेशों में सामान्य रूप से कोरोना संक्रमण न के बराबर रहेगा।
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