CUET UG 2022: सीयूईटी-यूजी परीक्षा का प्रथम चरण आज होगा शुरू, 8.1 लाख अभ्यर्थी होंगे शामिल


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देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) के प्रथम संस्करण की शुरुआत शुक्रवार से होगी। परीक्षा के लिए भारत और विदेशों में 510 शहरों में केंद्र बनाए गए हैं। सीयूईटी के लिए 14.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है।  इस परीक्षा में पास छात्र देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश ले सकेंगे। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) परीक्षा के संबंध में की गई तैयारियों की जांच कर रही है। भारत और विदेश के 510 केंद्रों पर परीक्षा होगी।

सीयूईटी की डेटशीट तीन दिन पहले जारी ही हुआ है। परीक्षा केंद्र दूर होने से कई छात्र-छात्राएं परेशान हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के हार्दिक व्यास के साथ हुआ है। हार्दिक का पहला पेपर 16 जुलाई को है। इसमें पहले स्लॉट का सेंटर जयपुर मिला है। यह पेपर सुबह नौ से दोपहर 12.15 मिनट तक चलेगा, जबकि इसी दिन स्लॉट दो के तहत दूसरे पेपर (दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 6.45 मिनट तक) के लिए सेंटर बीकानेर मिला है।

दोनों केंद्रों के बीच की दूरी करीब 350 किलोमीटर  है। अब हार्दिक परेशान है कि आखिर पौने तीन घंटे में परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचा जा सकेगा? ऐसे ही दिक्कत आशी चौहान के साथ भी है। आशी का कहना है कि मुझे तीसरे विकल्प का परीक्षा केंद्र दिया गया है। मुझे अहमदाबाद का सेंटर मिला है। जबकि यह मेरे घर से 300 से 350 किलोमीटर दूर है। बारिश के चलते अधिकतर रास्ते बंद या बाढ़ की चपेट में है। ऐसे में परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में दिक्कत होगी।

  • परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या     -14, 90, 00
  • पहले स्लॉट में बैठने वाले छात्रों की संख्या- 8, 10,000
  • दूसरे स्लॉट में बैठने वाले छात्रों की संख्या -6, 80,000
परीक्षा का पहला चरण
15 16, 19, 20 जुलाई और 04 अगस्त

परीक्षा का दूसरा चरण
05, 06, 07, 08, 10, 20 अगस्त

6,34,826 सीयूईटी में डीयू के लिए आवेदन करने वालों की संख्या

 विज्ञान विकल्प वालों की परीक्षा दूसरे चरण में
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि सीयूईटी यूजी-2022 परीक्षा में लगभग 14,90,000 अभ्यर्थी शामिल हैं, जिसमें पहले चरण में लगभग 8.1 लाख अभ्यर्थी और दूसरे में 6.80 लाख अभ्यर्थी हैं। परीक्षा दो चरणों में जुलाई (पहला चरण) और अगस्त (दूसरा चरण) में होगी। जिन अभ्यर्थियों ने भौतिकी, रसायन विज्ञान या जीव विज्ञान का विकल्प चुना है, उन्हें सीयूईटी परीक्षा के चरण दो के लिए निर्धारित किया गया है।

सीयूईटी के लिए जिन छात्रों ने परीक्षा केंद्र बदलने की मांग रखी है, उनकी समस्या का नेशनल टेस्टिंग एजेंसी समाधान कर रही है। छात्रों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। वे अपनी तैयारी पर फोकस करें।  – प्रो. एम जगदीश कुमार, चेयरमैन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग।

कई छात्रों ने 12वीं कक्षा में विषय पढ़े नहीं, सीयूईटी में किया आवेदन
छात्र ऐसे हैं जिन्होंने बारहवीं में कुछ विषय पढ़े नहीं और उन विषयों के साथ सीयूईटी में आवेदन कर दिया। वो परीक्षा दे देंगे और स्कोर भी मिल जाएगा लेकिन उन्हें डर इस बात का है कि उनका दाखिला डीयू में हो सकेगा या नहीं। अदिति कहती हैं कि उन्होंने बारहवीं में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी और राजनीति विज्ञान विषय पढ़े हैं। लेकिन सीयूईटी फॉर्म में उन्होंने होम साइंस, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व सामान्य टेस्ट का चयन कर लिया। वह मनोविज्ञान ऑनर्स में पढ़ाई करना चाहती हैं। लेकिन उन्होंने डीयू का प्रोस्पेक्टस नहीं पढ़ा था जिसमें स्पष्ट है कि सीयूईटी में जिस विषय का चयन किया है उसका बारहवीं में पढ़ा होना जरूरी है।

परीक्षा के लिए नहीं मिला समय, लगातार दी हैं परीक्षा
सीयूईटी में बैठने जा रहे छात्र दिनेश कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए समय नहीं मिला क्योंकि लगातार परीक्षा दी है। पहले अप्रैल तक सीबीएसई की परीक्षा दी, फिर कुछ अन्य प्रवेश परीक्षा और अब सीयूईटी है।

केंद्र बदलने के अनुरोध
प्रो. जगदीश कुमार ने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने केंद्र बदलने का अनुरोध किया है, जिन पर एनटीए विचार कर रहा है और अभ्यर्थियों को इसके बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। कुमार ने कहा कि यह एनटीए स्कोर होगा जो पर्सेंटाइल के प्रारूप में होगा।

तैयारी के लिए कम समय मिलने से दबाव में छात्र-छात्राएं, अभिभावक फिक्रमंद
सीयूईटी की तैयारी के लिए कम समय मिलने की वजह से छात्र दबाव में हैं, जबकि अभिभावक फिक्रमंद है। छात्रों व परिवार को प्रदर्शन ठीक नहीं होने पर बेहतर विश्वविद्यालयों में दाखिले की चिंता सता रही है। छात्रों की चिंता है कि पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में वे पूरी तरह इसके लिए तैयार नहीं थे और परीक्षा से कुछ दिन पहले ही प्रवेश पत्र जारी किया गया है।

एक छात्र हिमांशु ने कहा कि परीक्षा से तीन दिन पहले प्रवेश पत्र जारी हुआ है। इसमें भी सिर्फ परीक्षा शहर का जिक्र था, जबकि केंद्र का जिक्र नहीं था। इस वजह से अधिक परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद वे इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थे।  एक अन्य छात्र रोमा शुक्ला ने कहा कि 15 जुलाई से कुछ छात्रों की परीक्षा केवल उसी दिन है, जबकि कुछ छात्रों की परीक्षा अलग-अलग दिन पड़ रही है।

कोचिंग से भी नहीं लग रहा फायदा
अभिभावकों का कहना है कि बेशक उन्होंने सीयूईटी के लिए बच्चों को कोचिंग करवाई है, लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि एक महीने की कोचिंग में सिर्फ कुछ प्रमुख विषयों के प्रश्नों के आधार ही तैयार हुए हैं। ऐसे में बच्चा परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेगा, इसे लेकर वे आश्वस्त नहीं हैं। अभिभावकों की चिंता है कि यदि अच्छा प्रदर्शन नहीं हुआ, तो बच्चे का एक साल भी खराब हो सकता है।

किसी की जुलाई तो किसी की अगस्त में
जसमीत की 16 जुलाई को परीक्षा है और उनके जुड़वा भाई लकी की परीक्षा का शेड्यूल अगस्त का है। जसमीत कहती हैं कि दोनों ने एक साथ सीयूईटी के लिए आवेदन किया था। अब मुझे तो परीक्षा के लिए कम समय मिल रहा है क्योंकि तीन दिन पहले ही परीक्षा के लिए तिथियां जारी हुई हैं। जबकि भाई को अधिक समय मिल गया है क्योंकि उसकी परीक्षा अगस्त में है। हमारे माता-पिता के लिए दिक्कत यह है कि दोनों की परीक्षा में वह उलझ गए हैं। दोनों को अलग-अलग सेंटर पर छोड़ कर आना होगा।

वहीं, माता-पिता को अतिरिक्त कोचिंग के लिए वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ेेगा।  वहीं, एक अन्य छात्रा सुगंधा ने कहा कि मैंने और मेरे दोस्त ने एक जैसे कॉम्बिनेशन के साथ सीयूईटी के लिए आवेदन किया था। लेकिन दोनों की अलग-अलग तिथियां मिली हैं। मेरी परीक्षा 16 जुलाई को है जबकि मेरी दोस्त की परीक्षा 7 अगस्त को है।

विस्तार

देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) के प्रथम संस्करण की शुरुआत शुक्रवार से होगी। परीक्षा के लिए भारत और विदेशों में 510 शहरों में केंद्र बनाए गए हैं। सीयूईटी के लिए 14.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है।  इस परीक्षा में पास छात्र देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश ले सकेंगे। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) परीक्षा के संबंध में की गई तैयारियों की जांच कर रही है। भारत और विदेश के 510 केंद्रों पर परीक्षा होगी।

सीयूईटी की डेटशीट तीन दिन पहले जारी ही हुआ है। परीक्षा केंद्र दूर होने से कई छात्र-छात्राएं परेशान हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के हार्दिक व्यास के साथ हुआ है। हार्दिक का पहला पेपर 16 जुलाई को है। इसमें पहले स्लॉट का सेंटर जयपुर मिला है। यह पेपर सुबह नौ से दोपहर 12.15 मिनट तक चलेगा, जबकि इसी दिन स्लॉट दो के तहत दूसरे पेपर (दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 6.45 मिनट तक) के लिए सेंटर बीकानेर मिला है।

दोनों केंद्रों के बीच की दूरी करीब 350 किलोमीटर  है। अब हार्दिक परेशान है कि आखिर पौने तीन घंटे में परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचा जा सकेगा? ऐसे ही दिक्कत आशी चौहान के साथ भी है। आशी का कहना है कि मुझे तीसरे विकल्प का परीक्षा केंद्र दिया गया है। मुझे अहमदाबाद का सेंटर मिला है। जबकि यह मेरे घर से 300 से 350 किलोमीटर दूर है। बारिश के चलते अधिकतर रास्ते बंद या बाढ़ की चपेट में है। ऐसे में परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में दिक्कत होगी।

  • परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या     -14, 90, 00
  • पहले स्लॉट में बैठने वाले छात्रों की संख्या- 8, 10,000
  • दूसरे स्लॉट में बैठने वाले छात्रों की संख्या -6, 80,000


परीक्षा का पहला चरण

15 16, 19, 20 जुलाई और 04 अगस्त

परीक्षा का दूसरा चरण

05, 06, 07, 08, 10, 20 अगस्त

6,34,826 सीयूईटी में डीयू के लिए आवेदन करने वालों की संख्या

 विज्ञान विकल्प वालों की परीक्षा दूसरे चरण में

यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि सीयूईटी यूजी-2022 परीक्षा में लगभग 14,90,000 अभ्यर्थी शामिल हैं, जिसमें पहले चरण में लगभग 8.1 लाख अभ्यर्थी और दूसरे में 6.80 लाख अभ्यर्थी हैं। परीक्षा दो चरणों में जुलाई (पहला चरण) और अगस्त (दूसरा चरण) में होगी। जिन अभ्यर्थियों ने भौतिकी, रसायन विज्ञान या जीव विज्ञान का विकल्प चुना है, उन्हें सीयूईटी परीक्षा के चरण दो के लिए निर्धारित किया गया है।

सीयूईटी के लिए जिन छात्रों ने परीक्षा केंद्र बदलने की मांग रखी है, उनकी समस्या का नेशनल टेस्टिंग एजेंसी समाधान कर रही है। छात्रों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। वे अपनी तैयारी पर फोकस करें।  – प्रो. एम जगदीश कुमार, चेयरमैन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग।

कई छात्रों ने 12वीं कक्षा में विषय पढ़े नहीं, सीयूईटी में किया आवेदन

छात्र ऐसे हैं जिन्होंने बारहवीं में कुछ विषय पढ़े नहीं और उन विषयों के साथ सीयूईटी में आवेदन कर दिया। वो परीक्षा दे देंगे और स्कोर भी मिल जाएगा लेकिन उन्हें डर इस बात का है कि उनका दाखिला डीयू में हो सकेगा या नहीं। अदिति कहती हैं कि उन्होंने बारहवीं में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी और राजनीति विज्ञान विषय पढ़े हैं। लेकिन सीयूईटी फॉर्म में उन्होंने होम साइंस, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व सामान्य टेस्ट का चयन कर लिया। वह मनोविज्ञान ऑनर्स में पढ़ाई करना चाहती हैं। लेकिन उन्होंने डीयू का प्रोस्पेक्टस नहीं पढ़ा था जिसमें स्पष्ट है कि सीयूईटी में जिस विषय का चयन किया है उसका बारहवीं में पढ़ा होना जरूरी है।

परीक्षा के लिए नहीं मिला समय, लगातार दी हैं परीक्षा

सीयूईटी में बैठने जा रहे छात्र दिनेश कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए समय नहीं मिला क्योंकि लगातार परीक्षा दी है। पहले अप्रैल तक सीबीएसई की परीक्षा दी, फिर कुछ अन्य प्रवेश परीक्षा और अब सीयूईटी है।

केंद्र बदलने के अनुरोध

प्रो. जगदीश कुमार ने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने केंद्र बदलने का अनुरोध किया है, जिन पर एनटीए विचार कर रहा है और अभ्यर्थियों को इसके बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। कुमार ने कहा कि यह एनटीए स्कोर होगा जो पर्सेंटाइल के प्रारूप में होगा।

तैयारी के लिए कम समय मिलने से दबाव में छात्र-छात्राएं, अभिभावक फिक्रमंद

सीयूईटी की तैयारी के लिए कम समय मिलने की वजह से छात्र दबाव में हैं, जबकि अभिभावक फिक्रमंद है। छात्रों व परिवार को प्रदर्शन ठीक नहीं होने पर बेहतर विश्वविद्यालयों में दाखिले की चिंता सता रही है। छात्रों की चिंता है कि पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में वे पूरी तरह इसके लिए तैयार नहीं थे और परीक्षा से कुछ दिन पहले ही प्रवेश पत्र जारी किया गया है।

एक छात्र हिमांशु ने कहा कि परीक्षा से तीन दिन पहले प्रवेश पत्र जारी हुआ है। इसमें भी सिर्फ परीक्षा शहर का जिक्र था, जबकि केंद्र का जिक्र नहीं था। इस वजह से अधिक परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद वे इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थे।  एक अन्य छात्र रोमा शुक्ला ने कहा कि 15 जुलाई से कुछ छात्रों की परीक्षा केवल उसी दिन है, जबकि कुछ छात्रों की परीक्षा अलग-अलग दिन पड़ रही है।

कोचिंग से भी नहीं लग रहा फायदा

अभिभावकों का कहना है कि बेशक उन्होंने सीयूईटी के लिए बच्चों को कोचिंग करवाई है, लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि एक महीने की कोचिंग में सिर्फ कुछ प्रमुख विषयों के प्रश्नों के आधार ही तैयार हुए हैं। ऐसे में बच्चा परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेगा, इसे लेकर वे आश्वस्त नहीं हैं। अभिभावकों की चिंता है कि यदि अच्छा प्रदर्शन नहीं हुआ, तो बच्चे का एक साल भी खराब हो सकता है।

किसी की जुलाई तो किसी की अगस्त में

जसमीत की 16 जुलाई को परीक्षा है और उनके जुड़वा भाई लकी की परीक्षा का शेड्यूल अगस्त का है। जसमीत कहती हैं कि दोनों ने एक साथ सीयूईटी के लिए आवेदन किया था। अब मुझे तो परीक्षा के लिए कम समय मिल रहा है क्योंकि तीन दिन पहले ही परीक्षा के लिए तिथियां जारी हुई हैं। जबकि भाई को अधिक समय मिल गया है क्योंकि उसकी परीक्षा अगस्त में है। हमारे माता-पिता के लिए दिक्कत यह है कि दोनों की परीक्षा में वह उलझ गए हैं। दोनों को अलग-अलग सेंटर पर छोड़ कर आना होगा।

वहीं, माता-पिता को अतिरिक्त कोचिंग के लिए वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ेेगा।  वहीं, एक अन्य छात्रा सुगंधा ने कहा कि मैंने और मेरे दोस्त ने एक जैसे कॉम्बिनेशन के साथ सीयूईटी के लिए आवेदन किया था। लेकिन दोनों की अलग-अलग तिथियां मिली हैं। मेरी परीक्षा 16 जुलाई को है जबकि मेरी दोस्त की परीक्षा 7 अगस्त को है।



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