Kashmir Files के बाद रजिस्टर हुए दर्जनभर टाइटल्स, लंदन फाइल्स, उन्नाव फाइल्स के बाद अब बिहार फाइल्स भी


‘द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files)’ के बाद बॉलिवुड में एक अलग ही जज्बा देखने को मिल रहा है। यकीन करना मुश्किल हो गया है कि आखिर सभी ऐसा कैसे सोच सकते हैं। दरअसल, द कश्मीर फाइल्स को मिले जबरदस्त रिस्पॉन्स के बाद प्रोड्यूसर्स इसी सरनेम से अलग-अलग जगहों के नाम पर फिल्में बनाने की सोच रहे हैं और यही कारण है कि कई जगहों के नाम पर बनने वाली फिल्में फाइनल भी हो चुकी हैं।

‘दैनिक भास्कर’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह ने ‘द केरला फाइल्‍स’ के नाम से टाइटल हासिल करने की कोशिश की थी, लेकिन लेट अप्‍लाई करने के चलते वह टायटल किसी और प्रोड्यूसर को हासिल हो चुका था। ऐसे में विपुल अमृतलाल शाह को फायनली ‘द केरल स्‍टोरी’ टायटल हासिल हुआ। अर्जुन रामपाल की लंदन फाइल्स नाम से सीरीज अब रिलीज की कगार पर है। कोविड से ठीक पहले पुलवामा अटैक के बाद ‘पुलवामा’, ‘बालाकोट’, ‘एयर स्ट्राइक’ और ‘हाउ इज द जोश’ समेत 23 ऐसे टायटल निर्माताओं और कॉरपोरेट स्‍टूडियोज ने रजिस्‍टर करवाए थे। अकेले टी-सीरीज ने ‘पुलवामा’ से जुड़े सात टायटल रजिस्‍टर किए थे। हालांकि उन नामों से कोई भी फिल्‍म या वेब सीरीज बड़े प्रोडक्‍शन हाउसेस ने शुरू नहीं किए हैं।

द लंदन फाइल्स

‘गुजरात’, ‘पंजाब’ और ‘लंदन फाइल्‍स’ के साथ ‘बिहार फाइल्‍स’ भी लाइन में
बहरहाल, ‘फाइल्‍स’ नाम के मद्देनजर ट्रेड के जानकार बताते हैं,’ ‘गुजरात’, ‘पंजाब’ और ‘लंदन फाइल्‍स’ के साथ ‘बिहार फाइल्‍स’ नाम भी रजिस्‍टर कर लिए गए हैं। ‘गैंग्‍स ऑफ वासेपुर’ और ‘’काय पो छे’ जैसी फिल्‍में बना चुके जार पिक्‍चर्स ने ‘लंदन फाइल्‍स‘ नाम से टायटल रजिस्‍टर किया है। ‘पंजाब फाइल्‍स’ नाम से टायटल रजिस्‍ट्रेशन सुरजीत मूवीज ने किया है। वह पंजाब की प्रोडक्‍शन हाउस है। वो पंजाब के प्रोड्यूसर हैं। एक ओवाउ प्रोडक्‍शन हाउस नाम की कंपनी ने ‘गुजरात फाइल्‍स‘ टायटल हासिल किया है। मनीष मुंद्रा की कंपनी दृश्‍यम फिल्‍म्‍स ने ‘उन्‍नाव फाइल्‍स’ पर टायटल रजिस्‍टर किया है।

अर्जुन रामपाल

‘मीरपुर फाइल्‍स‘ और ‘नगरोटा फाइल्‍स’
इसके साथ ही, एबीडी मोशन पिक्‍चर्स ने ‘मीरपुर फाइल्‍स‘ और ‘नगरोटा फाइल्‍स’ नाम के टायटल रजिस्‍टर करवाए हैं। नगरोटा के पास जम्‍मू में दरअसल लॉकडाउन के दौरान सुरक्षा बलों ने जैश के आतंकी संगठनों का एनकाउंटर किया था। जानकारों का मानना है कि ‘फाइल्‍स’ नाम से ज्‍यादातर टायटल वैसे प्रोजेक्‍ट्स के लिए रजिस्‍टर किए जा रहे हैं, जिनके जरिए मास स्‍केल पर कास्‍ट्र, क्रीड और कम्‍युनिटी विशेष के साथ हुई नाइंसाफी और जांच एजेंसियों के बड़े खुलासों को दिखाया जाएगा, जो बरसों से पब्लिक डोमेन में नहीं रहें हैं।

नगरोटा फाइल्स

रोहित शेट्टी की सीरीज
रोहित शेट्टी ने ‘फाइल्‍स’ नाम से तो नहीं लेकिन ‘द घोस्‍ट हू बॉम्‍ब्स’ के पांच सीजन के टायटल रजिस्‍टर करवाए हैं। इनमें से कुछ टायटल ‘सिंघम’ की तर्ज पर ‘द घोस्‍ट हू बॉम्‍ब्स: अगेन’ और ‘द घोस्‍ट हू बॉम्‍ब्स:रिर्टन’ भी हैं। ये एक वेब सीरीज है, जिससे सिद्धार्थ मल्‍होत्रा वेब डेब्‍यू कर रहें हैं। इसकी शूटिंग हाल ही में शुरू हुई है। दो साल पहले अजय देवगन ने गलवान वैली संघर्ष पर भी टायटल रजिस्‍टर करवाया था। वह प्रोजेक्‍ट भी अब तक फ्लोर पर नहीं गया है। माना जा रहा है कि खुद अजय देवगन इस फिल्म में कर्नल संतोष बाबू की भूमिका में दिख सकते हैं।

रोहित शेट्टी

सुभाष घई और सावन कुमार में हुआ था टायटल वॉर
सिने जानकार इंदर मोहन पन्‍नू बताते हैं, ‘देश में हुए मेजर इंसिडेंट्स पर टायटल रजिस्‍टर होते रहें हैं। कारगिल वॉर के बाद बाकायदा ‘एलओसी कारगिल’ टायटिल रजिस्‍टर हुआ था। गुजरात दंगों के बाद भी कई वैसे मिलते जुलते टायटल रजिस्‍टर हुए थे। हालांकि वैसा करने के पीछे कई बार सीरियल अटेम्‍प्‍ट नहीं होता कि फिल्‍म बना ही लेनी है। अक्‍सर वैसे टायटल रजिस्‍टर कर उन्‍हें बाद में किसी और प्रोड्यूसर को बेच लेने की मंशा रहती है। सुभाष घई की ‘खलनायक’ जब अनाउंस हुई थी तो सावन कुमार ने ‘खलनायिका’ बनाने की घोषणा की थी। इस पर दोनों के बीच तनाव बढ़े थे। हालांकि दोनों अपने अपने टायटल्स के साथ फिल्‍म बनाने में सफल रहे थे।‘

रोहित शेट्टी अर्जुन रामपाल

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