Smart Prepaid Electricity Meter के नाम से ही पता चल रहा है कि ये प्रीपेड की तर्ज पर काम करेंगे। अभी तक बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से लाइट खर्च करने के बाद ही पैसे लेती थी, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया जा रहा है। प्रीपेड मीटर लगने का मतलब है कि आपको पहले ही अपने बिजली खाते में पैसे डालने होंगे। मीटर में भी रिचार्ज होने के बाद शो होने लगेगा। साथ ही आपके फोन पर मैसेज डालने के बाद बता दिया जाएगा कि कितना रिचार्ज हुआ है तो कितनी बिजली आपको मिलेगी।
मैसेज प्राप्त होने का मतलब है कि आपके प्रीपेड मीटर में रिचार्ज हो चुका है। एक बार तय सीमा पर बिजली की खपत करने के बाद आपके फोन पर दूसरा मैसेज भी आएगा। जिसमें आपके मीटर पर बची हुई बिजली का पूरा ब्यौरा दिया जाएगा। सरकार का मानना है कि ऐसा करने से घाटे में कमी आएगी। क्योंकि अभी तक उपभोक्ता पहले बिजली का इस्तेमाल कर लेता है और बाद में पैसे देता है। कई केस में पैसे नहीं आ पाते हैं और मजबूरन बिजली काटनी पड़ती है।
दिखने में ये मीटर कोई अलग नहीं होंगे। पोस्टपेड मीटर्स की ही तरह ये भी घर के बाहर ही इंस्टॉल हो जाएंगे। इसमें कुछ भी स्पेशल करने की जरूरत नहीं होगी। बस आपको फोन से रिचार्ज ही करना होगा। मीटर्स को लेकर नियम बनाए जा रहे हैं। एक बार पूरे होने के बाद इन्हें बहुत तेजी से लगाना शुरू किया जाएगा। केरल सरकार ने इन मीटर के लिए बजट तक भी पारित कर दिया है।