Elon Musk Birthday: नाकामी और चुनौती भरे रास्‍तों पर चलकर मिला है रिचेस्‍ट पर्सन का ताज, Musk के बिजनेस का मुश्किल सफर


नई दिल्‍ली. दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क का आज, 28 जून को जन्‍मदिन है. मस्‍क आज 51 साल के हो गए हैं. जीवन में विपत्तियों का सामना हर इंसान को करना पड़ता है. परेशानियां किसी को तोड़ देती है तो किसी के हौसले के आगे ये खुद दम तोड़ देती हैं. दुनिया के सबसे अमीर इंसान और टेस्‍ला और स्‍पेसएक्‍स के मालिक एलन मस्‍क (Elon Musk) भी इनसे अछुते नहीं रहे हैं. हालांकि,  जीवन की ये दुश्‍वारियां उनको झुका नहीं पाईं और अपने मजबूत इरादों से एलन मस्‍क इनको पराजित कर सफलता की राह पर आगे बढ़ते रहे.

अपने पहले बच्‍चे की मौत हो या फिर स्‍पेसएक्‍स के स्‍टारशिप (SpaceX Starship) का दुर्घटनाग्रस्‍त होना हो, एलन मस्‍क के जीवन में मुसीबतों ने लगातार उनका पीछा किया है. लेकिन टेस्‍ला सीईओ ने इन परेशानियों सिर नहीं झुकाया और डटकर इनका सामना किया. पहले बच्‍चे की मौत के बाद उन्‍होंने अपनी कैनेडाई पत्‍नी के साथ मिलकर फिर परिवार बढ़ाने का फैसला लिया तो स्‍पेसएक्‍स स्‍टारशिप के दुर्घटनाग्रस्‍त होने पर उन्‍होंने स्‍टारशिप प्रोजेक्‍ट बंद कर नए सिरे से अपने इस प्रोजेक्‍ट को सिरे चढ़ाने का फैसला लिया.

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बेटे को खोया, पर हौसला नहीं
2018 में टेस्‍ला कार चला रहा ब्रेट रीले की दुर्घटना में मौत हो गई. ब्रेट के पिता को लिखे एक ईमेल में एलन मस्‍क ने उनके दुख में सांझीदार होते हुए कहा कि, “बच्‍चे को खोने के दर्द को मैं महसूस कर सकता हूं. इससे बुरा कुछ भी नहीं हो सकता.” मस्‍क ने ईमेल में लिखा कि “मेरे पहले बच्‍चे ने मेरी बाहों में दम तोड़ा था. मैं उसकी अंतिम धड़कनें महसूस कर रहा था.” गौरतलब है कि एलन मस्‍क अपने पहले बच्‍चे नैवेडा एलेक्‍जेंडर मस्‍क की बात कर रहे थे. मस्‍क का यह पहला बच्‍चा थी जिसकी मौत महज दस सप्‍ताह की उम्र में ही इन्‍फेंट डेथ सिंड्रोम से हो गई थी.

स्‍पेसएक्‍स की असफलता
एलन मस्‍क ने एयरोस्‍पेस मेन्‍युफैक्‍चरिंग कंपनी स्‍पेसएक्‍स (SpaceX) की स्‍थापना का कम खर्च पर लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराने के लिए की है. मस्‍क का इरादा मंगल सहित दूसरों ग्रहों पर भी मानव बस्तियां बसाने का है. लेकिन कंपनी को एडवांस्‍ड स्‍पेसक्रॉफ्ट स्‍पेसएक्‍स के निर्माण में सफलता नहीं मिली. पिछले साल ही स्‍पेसएक्‍स के प्रोटोटाइप का रॉकेट में लेंडिग करते वक्‍त धमाका हो गया. इसे टैक्‍सास के बोका चिका से लॉन्‍च किया गया था. 2020 में स्‍टॉरशिप के रॉकेट में इंजन चालू करते ही आग लग गई. इन हादसों के बाद मस्‍क ने हिम्‍मत नहीं हारी और कंपनी को स्‍टॉरशिप मिशन की बजाए क्रू फ्लाइट पर ध्‍यान केंद्रित करने का आदेश दिया.

स्‍कूल में झेली प्रताड़ना
गॉर्जियन की एक रिर्पोट के मुताबिक स्‍कूल में एलन मस्‍क को बहुत सताया गया था. एक बार उन्‍हें सीढि़यों से धक्‍का दे दिया गया. इससे उन्‍हें काफी चोटें आई और अस्‍पताल में दाखिल कराना पड़ा.’एलन मस्‍क : टेस्‍ला, स्‍पेसएक्‍स एंड द क्‍वेस्‍ट फॉर द फैंटास्टिक फ्यूचर’ के लेखक एस्‍ली वेंस का कहना है कि कुछ लड़कों ने उन्‍हें सीढियों से धक्‍का दिया और तब तक पीटते रहे जब तक की वह बेहोश नहीं हो गया.

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मौत के मुंह से आए वापस
दक्षिण अफ्रीका में छुट्टियां मनाते वक्‍त मलेरिया की चपेट में आ गए और बुरी तरह बीमार हो गए. उन्‍हें पूरी तरह ठीक होने में छह महीने लगे. ठीक होने के बाद मस्‍क ने कहा था कि वे क्‍लोरोक्विन की वजह से ही मौत को हरा पाएं हैं.

Tags: Elon Musk, Tesla

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