बाजार की ‘बड़ी मछलियों’ ने कहां से पैसा खींचा और कहां डाला, जानिए अंदर की जानकारी


नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार को किस दिशा में जाना है, इसका कंट्रोल काफी हद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के हाथ में होता है. यही वजह है कि लोग ट्रेडिंग या निवेश करने से पहले देखते हैं कि FPI कहां पैसा लगा रहे हैं और कहां से निकाल रहे हैं. NSDL से प्राप्त ताज़ा जानकारी के अनुसार, फरवरी 2022 के पहले पक्ष मतलब 15 दिनों में FPIs ने आईटी कंपनियों से दूरी बनाए रखी जबकि बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में उन्होंने पैसा डाला है.

धातु और खनन (Metals & mining), निर्धारित दवाएं (Prescribed drugs) और टैक्सटाइल (Textiles) कुछ ऐसे क्षेत्र रहे, जिन पर एफपीआई बुलिश दिखे. FPIs द्वारा मेटल में 1,696 करोड़ रुपये की खरीदारी की गई है तो निर्धारित दवाओं (Prescribed drugs) में 1,376 करोड़ रुपये की बाइंग (Buying) देखने को मिली है. इसके अलावा, टैक्सटाइल सेक्टर में 439 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है.
अगर हम बात करें ओवरआल एफपीआई पोर्टफोलियो (Overall FPI portfolio) की तो 15 फरवरी तक ये 47,28,861 करोड़ रुपये पर था, जोकि 31 जनवरी को 47,90,976 करोड़ रुपये पर था.

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IT कंपनियों से भरोसा उठा

मिली जानकारी के अनुसार, FPIs ने 1 फरवरी से लेकर 15 फरवरी के बीच में 5,626 करोड़ रुपये की वेल्यू के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम एंड रिपेयर कंपनियों के स्टॉक बेचे. इससे पहले, जनवरी के अंतिम पखवाड़े में मतलब 16-31 जनवरी के दौरान 12,928 करोड़ रुपये से स्टॉक बेच दिए थे.

इस बार इन निवेशकों ने 2,760 करोड़ रुपये के बैंकिंग सेक्टर से जुड़े स्टॉक खरीदे हैं, जबकि पिछले पखवाड़े में 2,701 करोड़ रुपये से बैंकिंग स्टॉक बेचे थे. इसके अलावा इन FPIs ने ऑयल और गैसोलिन सेक्टर से जुड़े शेयरों की बिकवाली की. 1-15 फरवरी के बीच में 2,091 करोड़ रुपये के स्टॉक बेचे गई, जबकि जनवरी के दूसरे पखवाड़े में इस सेक्टर में बिकवाली 1,736 करोड़ रुपये तक सीमित थी.

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इंश्योरेंस सेक्टर में भी दिलचस्पी नहीं

इंश्योरेंस, फैमिली एंड प्राइवेट मर्चेंडाइज़, इन्नज़ एंड कैपिटल आइटम (Inns and Capital Item) सेक्टर में भी ज्यादा बिकवाली की गई है. इस समय के दौरान इंश्योरेंस सेक्टर से 1,496 करोड़ रुपये की वेल्यू के स्टॉक निकाले गए हैं, जबकि जनवरी के दूसरे पखवाड़े में 805 करोड़ की सेलिंग हुई थी. यूटिलिटी सेक्टर में जनवरी के दूसरे हिस्से में 597 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे गए थे, लेकिन फरवरी के पहले 15 दिनों में 764 रुपये के स्टॉक बेचे दिए गए हैं.

Tags: Foreign investment, FPI, Stock market

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