Fuel Price: पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की आशंका के बीच बिक्री में इजाफा, जानिए एक से 15 मार्च के बीच का हाल


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 16 Mar 2022 08:33 PM IST

सार

लोगों को लग रहा है कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आ जाने के बाद अब पेट्रोल और डीजलों की कीमतों में तेजी आ सकती है। इसके चलते लोग अभी से अपनी गाड़ियों के टैंक फुल करवा रहे हैं और इसका असर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी बिक्री के रूप में देखने को मिला है। सिर्फ 15 दिन में कोरोना से पूर्व के स्तर से ज्यादा पेट्रोल-डीजल बिक गया है।

ख़बर सुनें

मार्च के शुरुआती 15 दिनों में ईंधन की बिक्री वैश्विक महामारी से पहले के स्तर से ऊपर निकल गई है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा होने की आशंका बढ़ी है। इस वजह से उपभोक्ता अपने वाहनों के टैंक अभी भरवा ले रहे हैं।

जनता के साथ-साथ डीलर भी अपने टैंक भरवा रहे हैं। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के चलते ईंधन की कीमतों में वृद्धि को रोका गया था। लेकिन, माना जा रहा है कि अब परिणाम आ जाने के बाद कीमतों में वृद्धि होने का अनुमान है।

आंकड़ों से पता चलता है कि सरकारी ईंधन विक्रेताओं की ओर से की गई पेट्रोल बिक्री एक से 15 मार्च के दौरान 12.30 लाख टन रही। यह पिछले साल इसी अवधि की तुलना में हुई बिक्री से लगभग 18 फीसदी ज्यादा रही है। वहीं, साल 2019 के मुकाबले पेट्रोल की बिक्री 24.3 फीसद अधिक रही। 

देश में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले ईंधन की बिक्री में में 23.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। एक से 15 मार्च के बीच 35.30 लाख टन डीजल बिका। साल 2019 में इसी अवधि में बेचे गए डीजल के मुकाबले यह 17.2 फीसदी ज्यादा है। 2020 के मुकाबले 33.5 फीसदी अधिक डीजल बिका।

बता दें कि इस साल एक से 15 मार्च के बीच हुई डीजल की बिक्री पिछले दो साल में किसी भी महीने के शुरुआती 15 दिनों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यह अप्रैल 2020 में बेचे गए कुल डीजल से भी अधिक हो गया है, जब कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू था।

फरवरी के मुकाबले भी बिक्री में वृद्धि
आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में एक मार्च से लेकर 15 मार्च के दौरान हुई बिक्री के मुकाबले इस साल पेट्रोल की बिक्री 24.3 फीसदी और डीजल की 33.5 फीसदी ज्यादा रही। वहीं, पिछले महीने यानी फरवरी के मुकाबले दोनों की बिक्री क्रमश: 18.8 फीसदी और 32.8 फीसदी ज्यादा रही। 

पुरी के बयान के बाद 20 फीसदी तेजी
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा था कि कुछ इस तरह की टिप्पणियां आई हैं कि लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से पहले अपनी गाड़ियों के टैंक पूरी तरह भरवाने चाहिए। उनके इस बयान के बाद ही पेट्रोल और डीजल की बिक्री में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 

132 दिनों से नहीं हुई कीमत में वृद्धि
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के देखते हुए नवंबर, 2021 से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। इस दौरान वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 81 डॉलर से बढ़कर 130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं। इसके बावजूद घरेलू बाजार में 132 दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। इससे घरेलू तेल कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है।

विस्तार

मार्च के शुरुआती 15 दिनों में ईंधन की बिक्री वैश्विक महामारी से पहले के स्तर से ऊपर निकल गई है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा होने की आशंका बढ़ी है। इस वजह से उपभोक्ता अपने वाहनों के टैंक अभी भरवा ले रहे हैं।

जनता के साथ-साथ डीलर भी अपने टैंक भरवा रहे हैं। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के चलते ईंधन की कीमतों में वृद्धि को रोका गया था। लेकिन, माना जा रहा है कि अब परिणाम आ जाने के बाद कीमतों में वृद्धि होने का अनुमान है।

आंकड़ों से पता चलता है कि सरकारी ईंधन विक्रेताओं की ओर से की गई पेट्रोल बिक्री एक से 15 मार्च के दौरान 12.30 लाख टन रही। यह पिछले साल इसी अवधि की तुलना में हुई बिक्री से लगभग 18 फीसदी ज्यादा रही है। वहीं, साल 2019 के मुकाबले पेट्रोल की बिक्री 24.3 फीसद अधिक रही। 

देश में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले ईंधन की बिक्री में में 23.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। एक से 15 मार्च के बीच 35.30 लाख टन डीजल बिका। साल 2019 में इसी अवधि में बेचे गए डीजल के मुकाबले यह 17.2 फीसदी ज्यादा है। 2020 के मुकाबले 33.5 फीसदी अधिक डीजल बिका।

बता दें कि इस साल एक से 15 मार्च के बीच हुई डीजल की बिक्री पिछले दो साल में किसी भी महीने के शुरुआती 15 दिनों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यह अप्रैल 2020 में बेचे गए कुल डीजल से भी अधिक हो गया है, जब कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू था।

फरवरी के मुकाबले भी बिक्री में वृद्धि

आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में एक मार्च से लेकर 15 मार्च के दौरान हुई बिक्री के मुकाबले इस साल पेट्रोल की बिक्री 24.3 फीसदी और डीजल की 33.5 फीसदी ज्यादा रही। वहीं, पिछले महीने यानी फरवरी के मुकाबले दोनों की बिक्री क्रमश: 18.8 फीसदी और 32.8 फीसदी ज्यादा रही। 

पुरी के बयान के बाद 20 फीसदी तेजी

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा था कि कुछ इस तरह की टिप्पणियां आई हैं कि लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से पहले अपनी गाड़ियों के टैंक पूरी तरह भरवाने चाहिए। उनके इस बयान के बाद ही पेट्रोल और डीजल की बिक्री में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 

132 दिनों से नहीं हुई कीमत में वृद्धि

उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के देखते हुए नवंबर, 2021 से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। इस दौरान वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 81 डॉलर से बढ़कर 130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं। इसके बावजूद घरेलू बाजार में 132 दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। इससे घरेलू तेल कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है।



Source link

Enable Notifications OK No thanks