एचडीएफसी बैंक के शेयरों से कमाई का मौका, बढ़ेगा ईपीएस, ब्रोकरेज ने 2000 रुपए रखा टारगेट प्राइस


नई दिल्ली . एचडीएफसी लिमिटेड ने सोमवार को में एचडीएफसी बैंक में विलय की घोषणा कर दी. विलय को लेकर एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और सीईओ केकी मिस्त्री ने कहा है कि एचडीएफसी बैंक के साथ एचडीएफसी का प्रस्तावित मर्जर दोनों वित्तीय संस्थाओं के शेयरधारकों के लिए फायदेमंद है.

मिस्त्री ने कहा, “अब हम बैंक के विशाल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म के साथ उसके फंड्स का कम लागत पर लाभ ले सकेंगे और जो एचडीएफसी ने पिछले 40 सालों में आवास ऋण क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है उस पर और अधिक क्षमता के साथ पकड़ बना पाएंगे.” उन्होंने कहा, “एक यह तथ्य भी कि हमारा कॉस्ट टू इनकम अनुपात फिलहाल 8.1 प्रतिशत है.”

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मोतीलाल ओसवाल ने दिया 2000 रुपए का टारगेट
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में एचडीएफसी बैंक का मार्जिन बेहतर होने की उम्मीद है. इसके साथ ही खुदरा ऋण में इजाफा होने से भी फीस से होने वाली आय बढ़ेगी. इसके साथ ही बैंक का रिटेल डिपॉजिट भी मजबूत हुआ है. ब्रोकरेज हाउस ने एचडीएफसी बैंक के शेयरों का टारगेट प्राइस 2000 रुपए दिया है.

सबसे बेहतर विकल्प
केकी मिस्त्री ने कहा है कि उनके अनुसार विलय के लिए जितने भी और कॉम्बिनेशन के विकल्प थे उनमें से सबसे बेहतर विकल्प यही था. उन्होंने कहा कि अगर इससे पहले यह विलय किया जाता तो इसका उतना प्रभाव नहीं होता जितना आज है. मिस्त्री के अनुसार, क्योंकि इससे पहले आरक्षित नकद राशि का अनुपात (सीआरआर) अधिक होने, एसएलआर की जरुरतों और प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को उधार देने के लिए संयुक्त इकाई को खुद बाहर जाकर उधार लेना पड़ता. मिस्त्री ने इस बात पर भी बल दिया कि यह विलय पहले वर्ष से प्रति शेयर आय (अर्निंग पर शेयर) को बढ़ा देगा. दरअसल ऐसा इसलिए होगा क्योंकि एचडीएफसी बैंक में मौजूद एचडीएफसी के 21 फीसदी शेयर विलय के साथ ही रद्द हो जाएंगे और शेयर घटने की सूरत में प्रति शेयर की कीमत में इजाफा हो जाएगा.

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उन्होंने कहा, “एचडीएफसी की टियर- I पूंजी वर्तमान में 22 प्रतिशत से अधिक है. इसकी गणना एचडीएफसी द्वारा बैंक में किए गए निवेश को घटाने के बाद की गई है. जब यह रद्द हो जाएगा तो पूंजी बढ़ जाएगी और पूंजी की उपलब्धता के दृष्टिकोण से यह एक सकारात्मक विलय होगा.”

Tags: HDFC, Hdfc bank

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