कैसे शापोर पालोनजी ने दी आयरलैंड क्रिकेट को नई जिंदगी, क्यों रहने लगे थे वहां


93 साल की उम्र में शापोरजी पालोनजी मिस्त्री का मुंबई में निधन हो गया. करीब 15 साल पहले उन्होंने आय़रलैंड की नागरिकता ले ली थी. ज्यादातर वहीं रहते थे. आयरलैंड में उन्हें वहां से शीर्ष धनी लोगों में गिना जाता था. वहां उन्होंने कई ऐसे काम किए, जिसके लिए आयरिश उनके मुरीद हो गए, जिसमें एक काम आयरलैंड क्रिकेट टीम को नई जिंदगी देने का भी था.

दरअसल भारत में एक पारसी परिवार में पैदा हुए पालोनजी की पत्नी पेस्टी पेरिन दुबास आयरलैंड में पैदा हुईं थीं और वह वहीं की नागरिक थीं. लिहाजा पालोनजी को भी वहां की नागरिकता मिल गई. वैसे भारतीय उद्योग जगत को उनका योगदान खासा बड़ा और अहम रहा.

कई साल वर्ल्ड कप में जब आयरलैंड की टीम खेलनी उतरी तो टीम के प्रशंसकों ने पालोनजी को धन्यवाद देने वाले बैनर ले रखे थे. दरअसर पालोन जी लंबे समय से वहां की क्रिकेट टीम को वित्तीय तौर पर काफी मदद दे रहे थे. कहना चाहिए कि उन्होंने इस टीम को पिछले कुछ सालों में नई जान दे दी.

कहा जा सकता है कि उनकी आर्थिक मदद से ही आयरिश क्रिकेट अपने पैरों पर खड़ी हो सकी. वहां घरेलू क्रिकेट का ढांचा खड़ा हो सका.

वैसे वह करीब 19 साल पहले भारत से आयरलैंड जाकर बस गए. फिर 2003 में वहां की नागरिकता ले ली. हालांकि अपनी कंपनियों के कामकाज को संभालने के लिए उनका लगातार मुंबई आना जाना होता था. पिछले कुछ समय से वह मुंबई में ही थे. खासकर तब से जबसे उनकी हालत बिगड़ने लगी थी.

उनका नाम शापोरजी पालोनजी मिस्त्री है. मिस्त्री का आयरलैंड में कोई कारोबार नहीं है लेकिन वो डब्लिन में आयरिश पत्नी के साथ रहते थे. वहां के प्रसिद्ध लोगों में शुमार किए जाते थे लेकिन लोप्रोफाइल जिंदगी जीते थे. आयरलैंड के कई कल्याणकारी कामों में पैसा भी लगाते थे.

पूरी दुनिया में फैला है कारोबार 
शापोरजी पालोनजी का बिजनेस पूरी दुनिया में फैला हुआ है. खासकर भारत में उनका बड़ा बिजनेस  है. संपत्ति का बड़ा हिस्सा भारत में ही है. मुंबई के मालाबार हिल्स में बड़ा बंगला है. पुणे में 200 एकड़ का फार्महाउस, जहां बड़ी तादाद में उनके घोड़े पाले जाते हैं. इसके लिए पुणे में एक बड़ा बंगला. साथ में और भी प्रापर्टीज.

18.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति
फोर्ब्स के अनुसार वर्ष 2017 में शापोरजी पालोनजी के पास कुल 18.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी. दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस ग्रुप टाटा में उनके सबसे ज्यादा 18.4 फीसदी शेयर हैं, जो उन्हें हर साल खासा मोटा मुनाफा देते हैं. इसके अलावा वो भारत की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी शापोरजी पालोनजी ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं.

शापोरजी पालोनजी मिस्त्री को भारत सरकार ने कई साल पहले पद्मभूषण सम्मान से नवाजा था. (फाइल फोटो)

मुंबई की बड़ी इमारतें उनके पिता ने बनवाईं
करीब 140 पुरानी ये कंपनी उनके बाबा ने 1865 में एक अंग्रेज के साथ मिलकर शुरू की थी. तब इसका नाम लिटिलवुड्स पालोनजी एंड कंपनी था. इसने मुंबई के फोर्ट कई बड़ी ऐतिहासिक इमारतें और होटल बनाए, जो आज भी देखते बनते हैं. कहा जा सकता है कि मुंबई की ज्यादातर बड़ी इमारतें इसी कंपनी के हाथों बनी हुई हैं. यहीं नहीं इसी कंपनी ने ओमान के सुल्तान का महल भी बनाया है. 1921 में जब बाबा का निधन हुआ तो पालोनजी के पिता ने कंपनी को और मजबूती दी.

पालोनजी की कई बड़ी कंपनियां
पालोनजी ने अपने पिता शापोरजी के 1975 में निधन के बाद कंपनी को संभाला. इसे तेजी से और आगे बढ़ाया. टाटा ग्रुप में व्यक्तिगत तौर पर बड़ी हिस्सेदारी के अलावा उन्होंने कई और बड़ी कंपनियां खड़ीं कीं.

ये कंपनियां एफकांस इंफास्ट्रक्चर, एसपीसीएल, एसपी इंटरनेशनल, स्टर्लिंग एंड विल्सन और एसपी रियल एस्टेट. इन कंपनियों का सालाना रेवेन्यू चार बिलियन डॉलर है. इसके अलावा गोकाक टैक्सटाइल और यूरेका फोर्ब्स पालोनजी के ग्रुप की ही दो और बड़ी कंपनियां हैं.

उनके परिवार के लोग उन्हें फेंटम कहते थे. क्योंकि उन्होंने पारिवारिक बिजनेस को जबरदस्त तरीके से आगे बढ़ाया था. हर समस्या का हल उनके पास होता था. वो लंदन में पढ़े और उनके बोल्ड और व्यावहारिक एप्रोच के लिए परिचित उन्हें फेंटम कहते थे.

फेंटम रहे वो लोगों के लिए
पालोनजी की पढाई लंदन में हुई. टाटा ग्रुप में उन्हें लोग फेंटम के नाम से जानते थे. वो कुछ समय पहले लगातार एक्टिव रहे. उनके दो ही शौक थे. व्हिस्की और घोड़े. हार्सरेसिंग उनका पसंदीदा शगल था.

पालोनजी सार्वजनिक तौर पर कम ही नजर आते हैं. उनका ज्यादातर समय पुणे के फार्महाउस और आयरलैंड में गुजरता था. आमतौर पर पिछले कुछ सालों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था. उनके साथ काम किए लोग उन्हें जेंटलमैन बताते हैं. वो आमतौर पर लोगों की राय सुनना पसंद करते थे लेकिन आखिरी फैसला उन्हीं का होता था.

आयरलैंड क्रिकेट पिछले कई सालों से पालोनजी आर्थिक मदद से दे रहे हैं

आयरलैंड क्रिकेट को बढाया
वैसे आयरलैंड में पिछले डेढ़ दशकों से वो वहां की क्रिकेट को आगे बढ़ा रहे हैं. क्रिकेट आयरलैंड के साथ उनका करार पिछले करीब डेढ़ दशकों से चल रहा है. चार साल पहले उनकी कंपनी ने फिर क्रिकेट आयरलैंड के साथ दस साल की कई करोड़ यूरो की डील की है. आयरलैंड के क्रिकेटर मानते हैं कि उनके देश की क्रिकेट टीम आज जहां तक भी पहुंची है, उसका श्रेय पालोनजी को ही जाता है.

पालोनजी का परिवार
पालोनजी के परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं. दो बेटों में एक सायरस मिस्त्री टाटा ग्रुप के चेयरमैन रह चुके हैं तो शापोर एसपी ग्रुप की कामकाज देखते हैं. बेटियों में एक आलू की शादी टाटा ग्रुप के नोएल टाटा से हुई. पालोनजी जब लंदन में कालेज में पढ़ रहे थे, तभी उनकी भेंट पेस्टी पेरिन डबास से हुई. फिर वो शादी के बंधन में बंध गए.

Tags: Ireland, Ireland cricket, Mumbai, Tata

image Source

Enable Notifications OK No thanks