चिंतन शिविर: कांग्रेस में एक परिवार से एक ही टिकट, हर स्तर पर 50% पदाधिकारी होंगे अंडर-50


सार

कांग्रेस ने चिंतन शिविर के लिए महत्वकांक्षी प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसके तहत कोई भी नेता पांच साल से अधिक किसी पद पर नहीं रहेगा। इतना ही नहीं किसी पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट नहीं मिलेगा। इस फैसले को पार्टी पर लगने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब बताया जा रहा है। 

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कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें वह प्रस्ताव अहम होंगे जो अलग-अलग कमेटियों ने दिए हैं। इनमें एक परिवार के एक सदस्य को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव अहम है। किसी व्यक्ति के पद पर रहने की अवधि भी पांच साल फिक्स करने का प्रस्ताव है। वहीं, कांग्रेस के हर स्तर पर 50% पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम रखने की बात भी कही गई है। 

कांग्रेस ने चिंतन शिविर के लिए महत्वकांक्षी प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसके तहत कोई भी नेता पांच साल से अधिक किसी पद पर नहीं रहेगा। इतना ही नहीं किसी पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट नहीं मिलेगा। नेताओं के रिश्तेदारों को पहले पांच साल तक पार्टी में काम करना होगा, उसके बाद ही उन्हें टिकट मिल सकेगा। इस फैसले को पार्टी पर लगने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब बताया जा रहा है। 

कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पैनल सदस्यों में इस बात पर सहमति बनी है कि पार्टी के नेताओं के किसी भी रिश्तेदार को तब तक टिकट नहीं मिलेगा, जब तक कि वे पार्टी के लिए काम नहीं करते। उन्हें कम से कम पांच साल कांग्रेस पार्टी में रहकर काम करना होगा। उसके बाद ही नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देने पर विचार किया जाएगा।

इसके साथ ही कोई भी व्यक्ति यदि किसी पद पर पांच साल तक रहता है तो उसे वह पद छोड़ना होगा। तीन साल का कूलिंग पीरियड रहेगा। उसके बाद वह फिर उस पद पर काबिज हो सकता है। इस तरह कोई भी व्यक्ति पांच साल से अधिक किसी पोस्ट पर नहीं रहेगा। यह प्रस्ताव नव संकल्प चिंतन शिविर में पेश किए जाएंगे। 

संगठन में आमूलचूल परिवर्तन किया जाएगा  
अजय माकन ने कहा कि संगठन में आमूलचूल परिवर्तन किया जाएगा। पार्टी की पैनल ने इसके लिए विस्तार से प्रस्ताव बनाया है कि हर स्तर पर 50% पदाधिकारी 50 साल से कम उम्र के रहेंगे। युवक कांग्रेस में 35 वर्ष तक के लोग आते हैं। इस वजह से संगठन के हर स्तर पर 50 साल से कम उम्र के कम से कम 50 प्रतिशत पदाधिकारी होंगे। 

ब्लॉक और पोलिंग बूथ के बीच बनेंगी समितियां 
माकन ने यह भी कहा कि कांग्रेस संगठन में 50 साल से कोई बदलाव नहीं हुए हैं। इस समय पोलिंग बूथ से ब्लॉक के बीच कोई भी समिति या पैनल नहीं है। हमारा प्रस्ताव है कि ब्लॉक और पोलिंग बूथ के बीच 3 से 5 मंडल समितियां होनी चाहिए। 15-20 बूथ का एक मंडल और 3-5 मंडल का एक ब्लॉक होगा। संगठन में इस तरह के बदलाव करने की कोशिश करेंगे।

इसी तरह कांग्रेस पार्टी चुनाव के समय सर्वे एजेंसी को आउटसोर्स करती है। हमारी सहमति बनी है कि कांग्रेस पार्टी का अपना पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट होना चाहिए। अच्छा काम करने वाले को पुरस्कार नहीं मिलता है, जो पदाधिकारी अच्छा काम नहीं करता, उसे सजा नहीं दी जाती। इसके असेसमेंट के लिए भी विंग बनाएंगे। 

वर्किंग कमेटी में चर्चा के बाद लगेगी मुहर 
इन प्रस्तावों पर कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि पार्टी के ग्रुप्स बने हैं। उन ग्रुप्स ने यह सुझाव दिए हैं। वर्किंग कमेटी ने अभी उस पर चर्चा नहीं की है। चर्चा के बाद उन पर मुहर लगेगी। एक परिवार से एक टिकट दिए जाने की बात हो या युवा चेहरों को शामिल करने की बात, इन पर चर्चा होनी है। उसके बाद ही पता चलेगा कि अंतिम नतीजा क्या रहता है। जहां तक चुनाव नतीजे अच्छे नहीं रहने की बात है तो भाजपा के भी एक समय दो ही सांसद थे। जब वह बढ़ सकते हैं तो हम क्यों नहीं? बैठक में तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी।

मोबाइल और क्षेत्रीय नेताओं पर रोक
चिंतिन शिविर में पार्टी के छह ग्रुप्स की मीटिंग भी होनी है। इस मीटिंग में मोबाइल और क्षेत्रीय नेताओं की के आने पर रोक लगा दी गई है। अजय माकन ने कहा, जो भी नेता इन मीटिंग में शामिल होंगे वह अपने साथ मोबाइल नहीं रखेंगे। मीटिंग में शामिल होने से पहले सभी अपने मोबाइल फोन लॉकर में जमा करवा दें। इन मीटिंग में होटल के स्टाफ को भी आने की अनुमति नहीं है। कुछ क्षेत्रीय नेता चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए काफी प्रयास के बाद अंदर पहुंचे, लेकिन अजय माकन ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। 

विस्तार

कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें वह प्रस्ताव अहम होंगे जो अलग-अलग कमेटियों ने दिए हैं। इनमें एक परिवार के एक सदस्य को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव अहम है। किसी व्यक्ति के पद पर रहने की अवधि भी पांच साल फिक्स करने का प्रस्ताव है। वहीं, कांग्रेस के हर स्तर पर 50% पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम रखने की बात भी कही गई है। 

कांग्रेस ने चिंतन शिविर के लिए महत्वकांक्षी प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसके तहत कोई भी नेता पांच साल से अधिक किसी पद पर नहीं रहेगा। इतना ही नहीं किसी पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट नहीं मिलेगा। नेताओं के रिश्तेदारों को पहले पांच साल तक पार्टी में काम करना होगा, उसके बाद ही उन्हें टिकट मिल सकेगा। इस फैसले को पार्टी पर लगने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब बताया जा रहा है। 



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