Jharkhand: जामताड़ा में 40 स्कूलों में अब शुक्रवार नहीं दोबारा रविवार को होगा साप्ताहिक अवकाश, यहां 70 फीसदी मुस्लिम छात्र


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झारखंड के जामताड़ा जिले के चालीस स्कूलों ने बुधवार को लिखित शपथ पत्र दिया कि वे अब दोबारा शुक्रवार की जगह रविवार को साप्ताहिक अवकाश मनाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी अभय शंकर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इन प्राथमिक विद्यालयों को तालाबंदी के दौरान रविवार की जगह शुक्रवार को अपना साप्ताहिक अवकाश बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

स्कूल प्रबंधन समिति भंग 
उन्होंने कहा कि जिला स्कूल प्रबंधन समिति को भंग कर दिया गया है और जल्द ही एक नई समिति का गठन किया जाएगा। इस बीच कांग्रेस ने स्कूलों को साप्ताहिक अवकाश बदलने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में कहा कि इसके पीछे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 

कुमार ने कहा कि सूचना के अनुसार, कुछ मुस्लिम युवकों ने दो-तीन स्कूलों के अधिकारियों को साप्ताहिक अवकाश के नियम को बदलने के लिए मजबूर किया। इन स्कूलों में मुस्लिम छात्र 70 प्रतिशत से अधिक थे। इसके बाद जामताड़ा जिले के 50 से अधिक स्कूलों ने इसका अनुसरण किया। पूर्व सांसद और कई राज्यों के एआईसीसी प्रभारी कुमार ने कहा कि शिक्षा का अधिकार धार्मिक अभ्यास के अधिकार से ऊपर है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि स्कूलों के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया जाए।

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झारखंड के जामताड़ा जिले के चालीस स्कूलों ने बुधवार को लिखित शपथ पत्र दिया कि वे अब दोबारा शुक्रवार की जगह रविवार को साप्ताहिक अवकाश मनाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी अभय शंकर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इन प्राथमिक विद्यालयों को तालाबंदी के दौरान रविवार की जगह शुक्रवार को अपना साप्ताहिक अवकाश बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

स्कूल प्रबंधन समिति भंग 

उन्होंने कहा कि जिला स्कूल प्रबंधन समिति को भंग कर दिया गया है और जल्द ही एक नई समिति का गठन किया जाएगा। इस बीच कांग्रेस ने स्कूलों को साप्ताहिक अवकाश बदलने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में कहा कि इसके पीछे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 

कुमार ने कहा कि सूचना के अनुसार, कुछ मुस्लिम युवकों ने दो-तीन स्कूलों के अधिकारियों को साप्ताहिक अवकाश के नियम को बदलने के लिए मजबूर किया। इन स्कूलों में मुस्लिम छात्र 70 प्रतिशत से अधिक थे। इसके बाद जामताड़ा जिले के 50 से अधिक स्कूलों ने इसका अनुसरण किया। पूर्व सांसद और कई राज्यों के एआईसीसी प्रभारी कुमार ने कहा कि शिक्षा का अधिकार धार्मिक अभ्यास के अधिकार से ऊपर है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि स्कूलों के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया जाए।



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