ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचने की मजबूत दावेदार
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक छह में से दो सीरीज खेली हैं। इनमें से दोनों सीरीज ऑस्ट्रेलिया के ही नाम रही हैं। कंगारू टीम ने पांच मैच जीते हैं और तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत सबसे ज्यादा 75 फीसदी है। अब ऑस्ट्रेलिया को दो सीरीज अपने घर में और दो बाहर खेलनी हैं। बाहरी सीरीज में ऑस्ट्रेलिया दो मैच श्रीलंका के खिलाफ खेलने हैं, जबकि घर में वेस्टइंडीज से दो और अफ्रीका से तीन टेस्ट खेलने हैं। कंगारू टीम की एक सीरीज भारत में होनी है। यह सीरीज हारने पर भी ऑस्ट्रेलियाई टीम फाइनल की रेस में बनी रहेगी।
दक्षिण अफ्रीका को होगी मुश्किल
दक्षिण अफ्रीका ने अब तक तीन सीरीज खेली हैं। इनमें से दो घर में और एक विदेश में रही है। फिलहाल अफ्रीका ने 71.43 फीसदी मैच जीते हैं, लेकिन इस टीम के लिए आगे की राह मुश्किल है। अब अफ्रीका को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में जाकर तीन-तीन टेस्ट खेलने हैं। इन मैचों में अफ्रीका के लिए जीत हासिल करना बहुत मुश्किल होगा और मैच हारने पर इस टीम के जीत प्रतिशत में गिरावट आएगी और अफ्रीका अंक तालिका में काफी नीचे पहुंच जाएगी। हालांकि, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में जीत हासिल कर दक्षिण अफ्रीका फाइनल की रेस में बनी रह सकती है।
भारत की राह सबसे आसान
पाकिस्तान के फाइनल में पहुंचने की राह आसान
पाकिस्तान की टीम ने अब तक तीन सीरीज खेली हैं और उसका जीत प्रतिशत 52.38 का है। इनमें से दो सीरीज विदेश में और एक सीरीज अपने घर पर खेली है। अब पाकिस्तान को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड से अपने घर में खेलना है, जबकी श्रीलंका जाकर भी एक टेस्ट सीरीज खेलनी है। इनमें से कोई भी सीरीज पाकिस्तान के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होने वाली और यह टीम अच्छा खेल दिखाकर फाइनल में जगह बना सकती है।