IND vs ENG Test: ऋषभ पंत के बाद रवींद्र जडेजा का कमाल, 15 साल बाद भारत के दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने जड़ा शतक


ख़बर सुनें

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन शनिवार (दो जुलाई) को रवींद्र जडेजा ने शतक लगाया। जडेजा ने 79वें ओवर में मैटी पॉट्स की गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान कई रिकॉर्ड बनाए। भारत के लिए इस पारी में ऋषभ पंत ने भी शतक लगाया था। टीम इंडिया के लिए 15 साल बाद एक पारी में दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने शतक लगाए।

जडेजा 104 रन बनाकर जेम्स एंडरसन की गेंद पर आउट हुए। उनसे पहले ऋषभ पंत ने 146 रन की पारी खेली। पंत ने जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 222 रनों की साझेदारी की। अब तक भारत के टेस्ट इतिहास में तीन बार ही एक पारी में दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने शतक लगाया है। सबसे पहले 1999 में ऐसा हुआ था। अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ सौरव गांगुली ने 125 और सदगोपन रमेश ने 110 रन बनाए थे। इसके आठ साल बाद 2007 में बेंगलुरु में पाकिस्तान के खिलाफ सौरव गांगुली ने 239 और युवराज सिंह ने 169 रन बनाए थे।
कपिल देव और धोनी के क्लब में जडेजा
नंबर सात या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक कैलेंडर ईयर में दो शतक लगाने वाले जडेजा भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए। कपिल देव ने 1986 में पहली बार ऐसा किया था। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 119 और कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 163 रन बनाए थे। महेंद्र सिंह धोनी ने 2009 में ऐसा किया। तब उन्होंने अहमदाबाद में श्रीलंका के खिलाफ 110 और मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ ही नाबाद 100 रन ठोके थे।

2010 में हरभजन सिंह ने अपना नाम लिस्ट में जोड़ा था। उन्होंने अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ 115 रन बनाए थे। उसके बाद कीवी टीम के खिलाफ ही अगले मैच में हैदराबाद में उन्होंने नाबाद 111 रन बनाए थे। जडेजा की बात करें इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 104 रन बनाने से पहले मार्च में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में नाबाद 175 रन बनाए थे।
पंत-जडेजा के नाम एक और उपलब्धि
यह पांचवां अवसर है जब भारत के लिए पांचवें और सातवें क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी ने शतक लगाया है। पिछली बार जनवरी 1997 में ऐसा हुआ था। तब सचिन तेंदुलकर ने 169 और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 115 रन बनाए थे।
 
जडेजा के 2500+ और 200+ विकेट
जडेजा भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक हैं। उनके नाम टेस्ट में 200 से ज्यादा विकेट के साथ-साथ 2500 से ज्यादा रन भी हो गए हैं। ऐसा करने वाले वह तीसरे खिलाड़ी हैं। कपिल देव और रविचंद्रन अश्विन यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
अश्विन के बराबर जडेजा
जडेजा सातवें या उससे निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने के मामले में अश्विन के बराबर पहुंच गए हैं। दोनों के नाम तीन-तीन शतक हैं। कपिल देव ने सात और महेंद्र सिंह धोनी ने चार शतक लगाए थे।

विस्तार

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन शनिवार (दो जुलाई) को रवींद्र जडेजा ने शतक लगाया। जडेजा ने 79वें ओवर में मैटी पॉट्स की गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान कई रिकॉर्ड बनाए। भारत के लिए इस पारी में ऋषभ पंत ने भी शतक लगाया था। टीम इंडिया के लिए 15 साल बाद एक पारी में दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने शतक लगाए।

जडेजा 104 रन बनाकर जेम्स एंडरसन की गेंद पर आउट हुए। उनसे पहले ऋषभ पंत ने 146 रन की पारी खेली। पंत ने जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 222 रनों की साझेदारी की। अब तक भारत के टेस्ट इतिहास में तीन बार ही एक पारी में दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने शतक लगाया है। सबसे पहले 1999 में ऐसा हुआ था। अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ सौरव गांगुली ने 125 और सदगोपन रमेश ने 110 रन बनाए थे। इसके आठ साल बाद 2007 में बेंगलुरु में पाकिस्तान के खिलाफ सौरव गांगुली ने 239 और युवराज सिंह ने 169 रन बनाए थे।



Source link

Enable Notifications OK No thanks