IPL Media Rights: बीसीसीआई को होने वाली है मोटी कमाई, 60 हजार करोड़ रुपये में मीडिया राइट्स बिकने के अनुमान


ख़बर सुनें

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें सीजन के समापन के बाद अब आईपीएल से से जुड़ा एक बड़ा कार्यक्रम 12 जून को होना है। रविवार को आईपीएल मीडिया राइट्स पर बोली लगेगी। पहले यह बताया जा रहा था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को मीडिया राइट्स बिकने से 45 हजार करोड़ की कमाई हो सकती है। अब इसे लेकर एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है। ऐसा कहा जा रहा है कि मीडिया राइट्स 60 हजार करोड़ रुपये तक बिक सकते हैं।

साल 2023 से 2028 तक के लिए चार भागों में मीडिया राइट्स बिकने हैं। पहले मीडिया राइट्स एक साथ ही बेचे जाते थे। उसमें टीवी से लेकर डिजिटल राइट्स भी मौजूद होते थे। डिजिटल मीडिया के बढ़ने के बाद बीसीसीआई ने फैसला किया है कि इस बार एक ही पैकेज की जगह चार अलग-अलग पैकेज में राइट्स को बेचा जाएगा। मीडिया राइट्स की नीलामी से पांच दिन पहले ब्रॉकरेज फर्म एलारा सिक्योरिटीज ने यह अनुमान लगाया है कि मीडिया राइट्स 60 हजार करोड़ तक में बिक सकते हैं।

आईपीएल मीडिया राइट्स के लिए कौन-सी कंपनियां आगे?
लगभग एक दर्जन पार्टियों ने आईपीएल मीडिया राइट्स टेंडर को खरीदा है। इनमें से सिर्फ तीन-चार ही ज्यादा गंभीर हैं। डिज्नी हॉटस्टार, सोनी नेटवर्क, वायकॉम 18, जी एंटरटेनमेंट जैसी घरेलू कंपनियों के अलावा अमेजन, एप्पल और गूगल जैसी कंपनियां भी दिलचस्पी दिखा रही हैं।
नीलामी कैसे आयोजित की जाएगी?
बीसीसीआई इच्छुक पार्टियों से कोई भी ऑफलाइन बोली स्वीकार नहीं करेगा। आईपीएल मीडिया राइट्स नीलामी एम-जंक्शन द्वारा ई-नीलामी के माध्यम से आयोजित की जाएगी। ई-नीलामी 12 जून को शुरू होगी। यह कई दिनों तक चल सकती है।

मीडिया राइट्स क्या होता है?
जब कोई संस्था किसी खास समय के लिए टीवी या डिजिटल माध्यम पर किसी कार्यक्रम को दिखाने की अनुमति खास कंपनी को देती है तो एक रकम तय करती है। उसे तय समय तक कार्यक्रम को दिखाने की अनुमति मिलती है। जैसे- शुरू में आईपीएल का प्रसारण सोनी के चैनलों पर किया जाता था। 2017 से यह स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर होता है।
क्या है आईपीएल मीडिया राइट्स का इतिहास?
आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी। इसके प्रसारण के लिए सबसे पहले सोनी ने अधिकार खरीदे थे। उसने 2008 से 2017 तक के लिए 8200 करोड़ रुपये में मीडिया राइट्स हासिल किए थे। तब ऑनलाइन प्रसारण नहीं होता था। इसके बाद बीसीसीआई ने 2018 में मीडिया राइट्स के लिए अधिकार फिर से बेचे। इस बार स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क ने सोनी को पछाड़ दिया।

मीडिया राइट्स को लेकर इतनी बहस क्यों?
बीसीसीआई को इस बार 55 से 60 हजार करोड़ रुपये तक मीडिया राइट्स के जरिए मिल सकते हैं। बोर्ड को आईपीएल की कमाई का 70 फीसदी हिस्सा यहीं से मिलता है। खास बात यह है कि इस कमाई पर उसे टैक्स भी नहीं देना पड़ता है, क्योंकि इनकम टैक्स के सेक्शन 12ए के तहत बीसीसीआई को आईपीएल की कमाई पर टैक्स देने की छूट है। देश भर में क्रिकेट के प्रचार के लिए ऐसा किया गया है।

विस्तार

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें सीजन के समापन के बाद अब आईपीएल से से जुड़ा एक बड़ा कार्यक्रम 12 जून को होना है। रविवार को आईपीएल मीडिया राइट्स पर बोली लगेगी। पहले यह बताया जा रहा था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को मीडिया राइट्स बिकने से 45 हजार करोड़ की कमाई हो सकती है। अब इसे लेकर एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है। ऐसा कहा जा रहा है कि मीडिया राइट्स 60 हजार करोड़ रुपये तक बिक सकते हैं।

साल 2023 से 2028 तक के लिए चार भागों में मीडिया राइट्स बिकने हैं। पहले मीडिया राइट्स एक साथ ही बेचे जाते थे। उसमें टीवी से लेकर डिजिटल राइट्स भी मौजूद होते थे। डिजिटल मीडिया के बढ़ने के बाद बीसीसीआई ने फैसला किया है कि इस बार एक ही पैकेज की जगह चार अलग-अलग पैकेज में राइट्स को बेचा जाएगा। मीडिया राइट्स की नीलामी से पांच दिन पहले ब्रॉकरेज फर्म एलारा सिक्योरिटीज ने यह अनुमान लगाया है कि मीडिया राइट्स 60 हजार करोड़ तक में बिक सकते हैं।

आईपीएल मीडिया राइट्स के लिए कौन-सी कंपनियां आगे?

लगभग एक दर्जन पार्टियों ने आईपीएल मीडिया राइट्स टेंडर को खरीदा है। इनमें से सिर्फ तीन-चार ही ज्यादा गंभीर हैं। डिज्नी हॉटस्टार, सोनी नेटवर्क, वायकॉम 18, जी एंटरटेनमेंट जैसी घरेलू कंपनियों के अलावा अमेजन, एप्पल और गूगल जैसी कंपनियां भी दिलचस्पी दिखा रही हैं।



Source link

Enable Notifications OK No thanks