महाराष्ट्र : राकांपा प्रमुख शरद पवार के घर पर हमले के मामले में पुणे से पत्रकार गिरफ्तार, 115 में से 109 आरोपी भेजे गए जेल


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Wed, 13 Apr 2022 12:52 PM IST

सार

पवार के घर के बाहर एमएसआरटीसी के कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया था। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने 115 लोगों पर केस दर्ज किया है।

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मुंबई में गत दिनों राकांपा प्रमुख शरद पवार के घर पर हमले के आरोप में बुधवार को पुणे से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया। इस मामले के 115 आरोपियों में से 109 को जेल भेजा जा चुका है। 

8 अप्रैल को पवार के घर के बाहर प्रदर्शन व हमले की घटना को लेकर मुंबई के जोन 2 के डीसीपी योगेश कुमार को पहले ही हटा दिया गया है। पवार के घर के बाहर MSRTC के कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया था। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने 115 लोगों पर केस दर्ज किया है। पुणे से गिरफ्तार पत्रकार को मुंबई लाया जा रहा है। 

वकील को हिरासत में लेगी सतारा पुलिस 
इस बीच, पवार के घर हमले के मामले में मुंबई में गिरफ्तार किए गए वकील गुणरत्न सदावर्ते को सतारा पुलिस भी हिरासत में लेगी। वकील ने महाराष्ट्र में हड़ताल कर रहे रोडवेज कर्मचारियों का प्रतिनिधि होने का दावा किया था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने पवार की बेटी सुप्रिया सुले की सुरक्षा ‘एक्स’ श्रेणी से बढ़ाकर ‘वाई’ कर दी है।

हमले में शामिल कर्मचारी बर्खास्त होंगे
राज्य सरकार राकांपा प्रमुख पवार के घर पर हमले में लिप्त रोडवेज कर्मियों को बर्खास्त करने पर भी विचार कर रही है। मुंबई की गामदेवी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर्मचारियों को बर्खास्त करने के कदम उठाए जा रहे हैं। अब तक गिरफ्तार 109 लोगों में से इसमें ज्यादातर MSRTC के कर्मचारी हैं। 

MSRTC के प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने कहा कि हम उन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे जो हमले में शामिल भीड़ का हिस्सा थे और जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। 
कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। 

गत सप्ताह बॉम्बे हाई कोर्ट ने कर्मचारी ट्रेड यूनियन और अन्य के खिलाफ MSRTC की ओर से दायर एक रिट याचिका में अवमानना याचिका का निपटारा करते हुए कहा था कि कर्मचारियों को अब ड्यूटी पर लौटना चाहिए। हम एमएसआरटीसी से कर्मचारियों को काम फिर से शुरू करने के लिए 22 अप्रैल तक का समय देने का अनुरोध करते हैं और यदि किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की गई है तो एमएसआरटीसी इसकी समीक्षा करेगा।

विस्तार

मुंबई में गत दिनों राकांपा प्रमुख शरद पवार के घर पर हमले के आरोप में बुधवार को पुणे से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया। इस मामले के 115 आरोपियों में से 109 को जेल भेजा जा चुका है। 

8 अप्रैल को पवार के घर के बाहर प्रदर्शन व हमले की घटना को लेकर मुंबई के जोन 2 के डीसीपी योगेश कुमार को पहले ही हटा दिया गया है। पवार के घर के बाहर MSRTC के कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया था। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने 115 लोगों पर केस दर्ज किया है। पुणे से गिरफ्तार पत्रकार को मुंबई लाया जा रहा है। 

वकील को हिरासत में लेगी सतारा पुलिस 

इस बीच, पवार के घर हमले के मामले में मुंबई में गिरफ्तार किए गए वकील गुणरत्न सदावर्ते को सतारा पुलिस भी हिरासत में लेगी। वकील ने महाराष्ट्र में हड़ताल कर रहे रोडवेज कर्मचारियों का प्रतिनिधि होने का दावा किया था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने पवार की बेटी सुप्रिया सुले की सुरक्षा ‘एक्स’ श्रेणी से बढ़ाकर ‘वाई’ कर दी है।

हमले में शामिल कर्मचारी बर्खास्त होंगे

राज्य सरकार राकांपा प्रमुख पवार के घर पर हमले में लिप्त रोडवेज कर्मियों को बर्खास्त करने पर भी विचार कर रही है। मुंबई की गामदेवी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर्मचारियों को बर्खास्त करने के कदम उठाए जा रहे हैं। अब तक गिरफ्तार 109 लोगों में से इसमें ज्यादातर MSRTC के कर्मचारी हैं। 

MSRTC के प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने कहा कि हम उन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे जो हमले में शामिल भीड़ का हिस्सा थे और जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। 

कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। 

गत सप्ताह बॉम्बे हाई कोर्ट ने कर्मचारी ट्रेड यूनियन और अन्य के खिलाफ MSRTC की ओर से दायर एक रिट याचिका में अवमानना याचिका का निपटारा करते हुए कहा था कि कर्मचारियों को अब ड्यूटी पर लौटना चाहिए। हम एमएसआरटीसी से कर्मचारियों को काम फिर से शुरू करने के लिए 22 अप्रैल तक का समय देने का अनुरोध करते हैं और यदि किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की गई है तो एमएसआरटीसी इसकी समीक्षा करेगा।



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