Kabul Gurdwara attack: IS ने ली काबुल गुरुद्वारा हमले की जिम्मेदारी, भारत ने 100 सिख-हिंदुओं को जारी किया ई-वीजा


ख़बर सुनें

अफगानिस्तान में सिख हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में रह रहे 100 से ज्यादा सिख हिंदुओं को ई-वीजा प्रदान किया है। जानकारी के मुताबिक, इन्हें प्राथमिकता के आधार पर वीजा दिया गया है, जिससे ये अपने वतन वापस लौट सकें। इस ई-वीजा को ऑनलाइन हासिल किया जा सकता है। भारत सरकार की ओर से यह कदम काबुल हमले के बाद उठाया गया है।  

दरअसल, शनिवार को काबुल में हथियारबंद बंदूकधारियों ने एक गुरुद्वारे पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस हमले में एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई थी, वहीं सात लोग घायल हो गए थे। वहीं अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक के भरे ट्रक को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक कर बड़ी घटना को नाकाम कर दिया। 

देर रात बैठक में लिया गया फैसला
न्यूज एंजेसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने देर रात बैठक के बाद यह निर्णय लिया और ई-वीजा जारी किए। दरअसल, काबुल में हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रांत ने ली। आतंकी संगठन की ओर से दावा किया गया कि हमले में सबमशीन गन और हथगोले के अलावा, चार आईईडी और एक कार बम का भी इस्तेमाल किया गया था।

पैगंबर के अपमान का लिया बदला
आतंकी संगठन की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि यह हमला भारतीय राजनेता द्वारा पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए किया गया था। दावा किया गया कि हमले में 50 से ज्यादा हिंदू-सिख व तालिबान सदस्य मारे गए। हालांकि, आधिकारिक बयान में दो लोगों की मौत की बात सामने आई। 

घटनाक्रम पर भारत की नजर 
काबुल में हुए हमले के बाद भारत इस घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस जयशंकर का हमले के बाद बयान सामने आया है। उन्होंने कहा सभी को इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, हम घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। 

विस्तार

अफगानिस्तान में सिख हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में रह रहे 100 से ज्यादा सिख हिंदुओं को ई-वीजा प्रदान किया है। जानकारी के मुताबिक, इन्हें प्राथमिकता के आधार पर वीजा दिया गया है, जिससे ये अपने वतन वापस लौट सकें। इस ई-वीजा को ऑनलाइन हासिल किया जा सकता है। भारत सरकार की ओर से यह कदम काबुल हमले के बाद उठाया गया है।  

दरअसल, शनिवार को काबुल में हथियारबंद बंदूकधारियों ने एक गुरुद्वारे पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस हमले में एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई थी, वहीं सात लोग घायल हो गए थे। वहीं अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक के भरे ट्रक को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक कर बड़ी घटना को नाकाम कर दिया। 

देर रात बैठक में लिया गया फैसला

न्यूज एंजेसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने देर रात बैठक के बाद यह निर्णय लिया और ई-वीजा जारी किए। दरअसल, काबुल में हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रांत ने ली। आतंकी संगठन की ओर से दावा किया गया कि हमले में सबमशीन गन और हथगोले के अलावा, चार आईईडी और एक कार बम का भी इस्तेमाल किया गया था।

पैगंबर के अपमान का लिया बदला

आतंकी संगठन की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि यह हमला भारतीय राजनेता द्वारा पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए किया गया था। दावा किया गया कि हमले में 50 से ज्यादा हिंदू-सिख व तालिबान सदस्य मारे गए। हालांकि, आधिकारिक बयान में दो लोगों की मौत की बात सामने आई। 

घटनाक्रम पर भारत की नजर 

काबुल में हुए हमले के बाद भारत इस घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस जयशंकर का हमले के बाद बयान सामने आया है। उन्होंने कहा सभी को इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, हम घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। 



Source link

Enable Notifications OK No thanks