अंशुल सिंह
खरगोन. मध्यप्रदेश (Madhya Praesh) के खरगोन (Khargone riots) में 10 और 11 अप्रैल की रात को हुई हिंसा के बाद के नजारे दिल दहला देने वाले हैं. झुलसाती हुई गर्मी में कई लोगों की जिंदगी सरकारी भोजन पर टिक गई है क्योंकि अब न तो उनके पास घर है और न ही खाने का कोई साधन. दंगों का केंद्र रहा तालाब चौक और उसके आसपास 3.5 किमी का दायरा हर कदम पर विनाश के एक बड़े निशान को बयां करता नजर आ रहा है. यहां रात में हिंदू घरों पर हमला हुआ. पेट्रोल बम के कारण कुछ जलकर राख हो गए तो कई को लूट लिया गया. यहां की एक मस्जिद की छत पर पत्थर और ईंटों का बड़ा जखीरा देखा जा सकता था और इसी से लोगों को निशाना बनाया गया. इस इलाके के हर हिंदू के घर पर तबाही साफ नजर आती है.
हिंदू परिवारों ने बताया कि हम तो सो रहे थे, कि अचानक हमला हो गया. हम कुछ समझ पाते कि हमारे घर जल रहे थे और चीख पुकार मची हुई थी. इस इलाके में बीते चार-पांच दशकों से हम रहते आ रहे हैं, ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई. अब यहां हमारी सुरक्षा की चिंता है, हम या तो यहां से कहीं और चले जाएं, या फिर जिन लोगों ने हम पर हमला किया है, सरकार उनकी कोई व्यवस्था करे. दंगाइयों ने मस्जिद पर पहले से ही पत्थर और ईंटे जमाकर रखी हुईं थीं. इससे लगता है कि पथराव की योजना पहले से ही बन चुकी थी. प्रभावित लोगों ने बताया कि मुस्लिम घर बिल्कुल अप्रभावित देखे जा सकते हैं, किसी एक-दो घरों पर ही दंगाइयों के पत्थर लगे होंगे. एक व्यक्ति ने कहा कि केवल हमें ही टारगेट किया था. उस समय मस्जिद पर करीब दो सौ लोग मौजूद थे और वे हमला कर रहे थे.
सरकार बांट रही है भोजन
दंगाग्रस्त इलाके में सरकार ने लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की है. एक गाड़ी के जरिए लोगों को भोजन दिया जा रहा है, लेकिन अधिकतर लोगों के पास भोजन लेने के लिए बर्तन नहीं दिखाई दिया. लोग गाड़ी की तरफ हाथ ही उठाते नजर आए. सरकारी भोजन पर निर्भर लोगों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इधर कर्फ्यू में कुछ समय की ढील देने के बावजूद लोग बाहर नहीं निकले. दवाई और राशन की दुकानों पर बहुत ही कम संख्या में लोग पहुंचे, बाकी सड़कों पर तो सन्नाटा ही पसरा रहा.
जो दूसरों के घरों की आग बुझा रहा था, उसका घर हो गया खाक
स्थानीय दमकल कर्मी का घर जलकर खाक हो गया है. उसने बताया कि शहर में लोगों के घरों में लगी आग बचाने की कोशिश कर रहा था, इसी बीच किसी ने मेरे अपने घर में आग लगा दी. अब कुछ भी नहीं बचा है. दमकलकर्मी की पत्नी ने कहा कि सरकार हमारी मदद करे. हम सब बहुत डरे हुए हैं. खरगोन के एसपी अंकित जायसवाल ने कहा कि शहर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं और कर्फ्यू में ढील दी जा रही है.
आपके शहर से (खरगोन)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Madhya Praesh