जानें कौन हैं तेजस्वी सूर्या: केजरीवाल के घर पर हमले का आरोप, एक भाषण से जीत लिया था मोदी-शाह का दिल


भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु से सांसद तेजस्वी सूर्या अचानक से चर्चा में आ गए हैं। सूर्या पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर हमला करने का आरोप लगा है। 

31 साल के तेजस्वी भाजपा के सबसे तेज-तर्रार युवा चेहरों में शुमार हैं। 2019 में अपने एक भाषण से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तब के भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अमित शाह का दिल जीत लिया था। इसके बाद ही सूर्या बेंगलुरु से सांसद चुने गए और फिर उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया। आइए जानते हैं तेजस्वी सूर्या के बारे में सबकुछ…

कर्नाटक में जन्म, बालश्री अवार्ड से सम्मानित

तेजस्वी का जन्म 19 नवंबर 1991 को कर्नाटक के चिक्कमगलुरु में हुआ था। पिता एल ए सूर्यनारायण आबकारी के संयुक्त आयुक्त रहे और मां का नाम रामा है। तेजस्वी बचपन से ही समाजसेवा में जुट गए थे। नौ साल की उम्र में उन्होंने अपनी एक पेंटिंग बेचकर उससे मिलने वाली रकम को कारगिल शहीदों के परिवार के लिए बनाए गए फंड में दान किया था। इसके लिए 2001 में उन्हें राष्ट्रीय बालश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। 

स्कूलिंग के बाद तेजस्वी ने बेंगलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से लॉ की पढ़ाई की। कर्नाटिक म्यूजिक में भी तेजस्वी महारत हासिल कर चुके हैं। कॉलेज के समय भी तेजस्वी स्वयं सेवी संस्थान के माध्यम से गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए काम करते थे। 

राजनीति में यूं रखा कदम

तेजस्वी कॉलेज के समय ही भाजपा के छात्र संगठन यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गए थे। मुखर वक्ता के तौर पर तेजस्वी ने अपनी अलग पहचान बनाई। इसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें युवा मोर्चा का महासचिव बनाया। 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी ने भाजपा के लिए खूब प्रचार किया।

2018 कर्नाटक चुनाव के दौरान तेजस्वी ने प्रदेश के भाजपा डिजिटल टीम की कमान संभाल ली। अधिवक्ता होने के तौर पर तेजस्वी ने बीएस येदियुरप्पा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को डिफेंड करने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं की मदद भी की। 

एक भाषण ने राष्ट्रीय स्तर पर बना दी पहचान

2019 लोकसभा चुनाव होना था। 22 मार्च को बेंगलुरु में एक सभा को तेजस्वी ने संबोधित किया। अपने भाषण का एक अंश तेजस्वी ने ट्वीटर पर शेयर किया तो देखते ही देखते वो वायरल हो गया। तेजस्वी ने कहा था, ‘सभी भारत विरोधी ताकतें मोदी को रोकने के लिए एकजुट हो गई हैं। जबकि मोदी का एजेंडा है एक नया भारत बनाने का, उनका एजेंडा है उन्हें रोकने का। उनके पास कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है। अगर आप मोदी के साथ हैं, आप भारत के साथ हैं। अगर आप मोदी के साथ नहीं हैं, तो आप भारत विरोधी ताकतों को मजबूत कर रहे हैं।’

इस भाषण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तब के भाजपा अध्यक्ष रहे अमित शाह का दिल जीत लिया। तेजस्वी को लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु दक्षिण से टिकट मिल गया।  इस सीट से भाजपा के अनंत कुमार सांसद थे। उनके देहांत के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि अब यहां से उनकी पत्नी तेजस्विनी भाजपा की उम्मीदवार होंगी। लेकिन पार्टी के चयन ने सभी को आश्चर्य में डाल दिया। चुनाव में तेजस्वी ने शानदार जीत हासिल की और महज 28 साल की उम्र में सांसद बन गए।  

सूर्या का राज

दक्षिण बंगलूरू के एक छोटे से घर में तेजस्वी सूर्या ने अपनी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा बिताया है। एक बेडरूम को उन्होंने स्टूडियो में तब्दील किया है जिसमें तमाम सुविधाएं मौजूद हैं। यहां से वह सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए फोटो और वीडियो को शूट करते हैं। इस कमरे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा था, यह अकेला ऐसा कमरा है जिसका मैं वर्तमान में प्रयोग करता हूं, वरना मैं पूरे घर का इस्तेमाल अपने अस्थायी चुनाव अभियान कार्यालय के तौर पर करता हूं। 

सांसद का चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने पहला चुनाव असिस्टेंट हेड ब्वॉय के तौर पर स्कूल में सातवीं कक्षा के दौरान लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई थी क्योंकि वही अकेले उम्मीदवार थे जिसने अभियान को गंभीरता से लिया था।



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