Lalu Yadav Biography: जब सरकार के विरोध के लिए लालू ने RSS कार्यकर्ताओं को दिया पूड़ी-सब्जी का लालच, जानें खास बातें


बिहार के लाल और राजनीति की दुनिया के बेताज बादशाह लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं। केवल राजनीतिक समझ के लिए ही नहीं बल्कि अपनी बेबाकी और बोलने के अंदाज से भी लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं। वे अक्सर मजाकिया तरीके से अपने विरोधियों को अक्सर चित कर देते हैं। लेकिन इन सभी बातों के इतर कई अन्य बातें ऐसी हैं जो लालू यादव के जीवन को बेहद खास और औरों से अलग बनाती हैं। आइए जानते हैं उन खास बातों को।

​1- कैसे पड़ा लालू नाम

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लालू यादव का व्यक्तित्व जितना खास है उतना ही खास है उनका नाम। बेहद कम लोग जानते होंगे कि लालू प्रसाद का नाम आखिर लालू क्यों पड़ा। तो आइए जानते हैं। लालू प्रसाद की बहन गंगोत्री देवी के अनुसार लालू यादव अपने भाई बहनों में सबसे छोटे थे। अगर बात उनके रंग-रूप की हो तो उनका रंग बेहद गोरा था और वे दिखने में काफी गोल-मटोल थे। उनके गोरे रंग और उनके गोल-मटोल होने के कारण उनके पिता ने उनका नाम लानू रख दिया था।

2- मुख्मंत्री बनने के बाद भी रहे क्वार्टर में

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लालू यादव एक गरीब किसान के परिवार से संबंध रखते थे। जहां उनके पिता पेशे से एक किसान थे वहीं उनके भाई पेशे से ए चपरासी थे। लालू प्रसाद भी अपने भाई के साथ ही चपरासी क्वार्टर में रहते थे। दिलचस्प बात तो यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वे चार महीनों तक उसी चपरासी क्वार्टर में रहे।

3- बेटी मीसा का नाम भी है बेहद खास

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लालू यादव की बेटी मीसा भारी भी भारतीय राजनीति का एक चर्चित नाम है। वे सांसद होने के साथ-साथ एक डॉक्टर भी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनका नाम भी उतना ही दिलचस्प है। मीसा (Maintenance of Internal Security Act (MISA) एक कानून का नाम है जो इमरजेंसी के दौरान देश में लगाया गया था। उस समय लालू यादव के साथ-साथ देश के कई बड़े नेताओं को इस कानून के तहत गिरफ्तार किया गया था। जब वे जेल में थे तब उनकी बेटी का जन्म हुआ था। यही कारण था कि कि लालू ने अपनी बेटी का ही नाम मीसा भारती रख दिया।

4- जब पूड़ी- जलेबी के नाम पर आरएसएस कार्यकर्ताओं को बनाया बेवकूफ

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क्या आप जानते हैं कि लालू यादव ने पूड़ी जलेबी का बहाना बना कर आरएसएस के कार्यकर्ताओं को सरकार के विरोध में आवाज उठाने के लिए मना लिया था। अक्सर जेल जाने की बात से ही सभी लोग खौफ में आ जाते हैं। जब सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की बात आई तो कोई भी राजी नहीं हुआ। तब लालू यादव ने तरकीब निकाली और पूड़ी- जलेबी के दावत का लालच देकर लोगों को बुला लिया।

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