Lata Mangeshkar: बिना स्कूल गए स्वर कोकिला लता मंगेशकर के पास थीं 6 डॉक्टरेट डिग्रियां


6 फरवरी 2022 को भारत ने जब स्वर कोकिला को विदाई दी तब पूरे देश की आंखें नम थीं। हर कोई लता जी के जीवन से जुड़ी घटनाओं को याद कर रहा था और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा था। लता मंगेशकर अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थीं और पिता की मृत्यु के बाद घर संभालने की जिम्मेदारी लता जी ने अपने कंधों पर ले ली। आशा भोंसले और लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) बहनें थीं जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अपनी आवाज का मुरीद बना दिया। स्वर कोकिला लता जी के जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण तथ्य हैं जिन पर बात होना जरूरी है लेकिन एक तथ्य ऐसा है जो आपको हैरान कर देगा।

क्या आप जानते हैं कि लता जी कभी स्कूल नहीं गईं लेकिन उनके पास 6 डॉक्टरेट डिग्रियां थीं। ये डिग्रियां लता जी को शिवाजी यूनिवर्सिटी, पुणे यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी और बड़ौदा यूनिवर्सिटी जैसी नामचीन यूनिवर्सिटी से प्राप्त हुई थीं।

सुंदर आवाज़ की मलिक्का लता जी कई भाषाओं का भी ज्ञान रखती थीं। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्हें मराठी, संस्कृत, बांग्ला और उर्दु भाषा आती थी और इन भाषाओं के ज्ञान प्राप्ति की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है। कहा जाता है कि लता मंगेशकर जब 3-4 वर्ष की थीं तभी उनके नौकर विट्ठल ने उन्हें मराठी वर्णमाला सिखा दिया और वह मराठी बोलना जान पाईं।

ये बात तो हुई मराठी कि अब बात करते हैं हिंदी की जो उन्हें दो लोगों ने सिखाई। लता जी ने अपनी चचेरी बहन इंदिरा से हिंदी सीखी तो वहीं बॉम्बे के लेखराज शर्मा ने भी स्वर कोकिला लता मंगेशकर को हिंदी सीखने में मदद की। इसके बाद तो वह उर्दु, बांग्ला, पंजाबी और तमिल भी सीख गयीं। लता एक किस्सा बताते हुए कहती हैं कि वह संस्कृत भी जानती थीं और गाने के लिरिक्स हिंदी में लिखती और उसके बाद म्यूजिक डायरेक्टर उन्हें गाना सुनाते थे और उसे सुनकर वह शब्दों को पढ़ती।

इसके साथ ही उन्हें 1969 में पद्म भूषण, 1999 में पद्म विभूषण और 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। स्कूल के पहले दिन जब लता जी ने बच्चों को गाना सिखाना शुरू किया तब टीचर ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया जिसकी वजह से लता जी ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया।

क्या है डॉक्टरेट डिग्री और इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है?

डॉक्टरेट डिग्री यूनिवर्सिटी यानी विश्वविद्यालय से प्राप्त होने वाली सबसे हाईएस्ट अकादमिक डिग्री है जिसे पाने में अधिकतम 8 वर्षों का समय लगता है। इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए भी एक तय प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। आइये नीचे दिए गए प्वाइंट्स में जानते हैं डॉक्टरेट डिग्री को हासिल करने की प्रक्रिया..

अंडर ग्रेजुएट डिग्री: डॉक्टरेट की उपाधि के लिए सबसे बेसिक है, अच्छे विश्वविद्यालय से अंडरग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करना। इसके साथ ही बेहतर GPA भी उतना ही आवश्यक है।

पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री: अंडर ग्रेजुएट डिग्री के बाद पोस्टग्रेजुएट डिग्री और पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम पूरा करना भी उतनी ही मायने रखती है और ये डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त करने का दूसरा चरण है।

डॉक्टरेट: पोस्टग्रेजुएट करने के बाद आप किसी यूनिवर्सिटी से एक विषय में डॉक्टरेट यानी Phd की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।

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समयावधि: अक्सर डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त करने में तीन से चार सालों का समय लग जाता है लेकिन लोगों के अनुसार इसकी अवधि आठ साल भी हो सकती है।

फायदे: डॉक्टरेट डिग्री के बाद छात्रों के लिए अच्छे करियर और हाई पेइंग जॉब की संभावना लगभग दोगुनी हो जाती है। इसके साथ ही ये जॉब सिक्योरिटी के लिहाज से भी बेहतर है।

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