Movie Review
द फेम गेम
कलाकार
माधुरी दीक्षित नेने
,
संजय कपूर
,
मानव कौल
,
सुहासिनी मुले
,
लक्षवीर सरन
,
मुस्कान जाफरी
,
राजश्री देशपांडे
और
गगन अरोड़ा
लेखक
श्री राव
निर्देशक
बेजॉय नांबियार, करिश्मा कोहली
निर्माता
धर्माटिक एंटरटेनमेंट
ओटीटी
नेटफ्लिक्स
अपने जमाने की एक कामयाब अभिनेत्री है। पति उसका प्रोड्यूसर है। पार्टियों में फोकस बीवी पर ज्यादा रहने से कुढ़ता रहता है। बड़ी बेटी हीरोइन बनना चाहती है। पुराने प्यार को ये हीरोइन भूल नहीं पाई है। क्या कहा? वाकई आपको हिंदी सिनेमा की कोई हीरोइन याद आ गई। हां, जन्मतिथियों और पुण्यतिथियों के आसपास सितारों की कहानियां इन दिनों जो भरपूर पढ़ने को मिलती हैं। लेकिन, ये एक कहानी है जो वेब सीरीज ‘द फेम गेम’ में सच्ची सी लगती है। जिस हीरोइन की आपको याद आई, उसको करीब से जानने वालों के पास उनके आकस्मिक निधन को लेकर भी तमाम कहानियां हैं। यहां सीरीज में पति शक भी करता है और उसे जान से मारने की कोशिश सी भी करता है। हीरोइन की सारी कमाई वह लुटा चुका है। घर गिरवी रख चुका है और अब बस किसी तरह उसकी आने वाली फिल्म हिट होते देखना चाहता है। मामला इस बार बहुत फिल्मी नहीं है।