नई दिल्ली. महाराष्ट्र में उठे सियासी घमासान के बीच राज्य के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने एक बार फिर कल पेश होने के लिए कहा है. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. मंगलवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 10 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद बुधवार को भी उनसे पूछताछ हुई. अब उन्हें कल यानी गुरुवार को पेश होने के लिए कहा गया है. ईडी ने हाल ही में अनिल परब के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उनके कई ठिकानों पर छापे मारे थे. यह मामला महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में उनके कथित दापोली रिसोर्ट से जुड़ा हुआ है.
अनिल परब से पूछताछ का यह मामला रत्नागिरि जिले के दापोली क्षेत्र में एक रिसोर्ट के निर्माण में तटीय विनियमन क्षेत्र (सीआरजेड) के प्रावधानों के कथित उल्लंघन से जुड़ा है. 57 वर्षीय परब शिवसेना के तीन बार के विधान परिषद सदस्य हैं. वह राज्य के परिवहन और संसदीय कार्य मंत्री भी हैं.
शिवसेना के प्रमुख रणनीतिकारों में अनिल परब
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब को शिवसेना का महत्वपूर्ण रणनीतिकार माना जाता है. बुधवार को ईडी कार्यालय से बाहर निकलने के बाद अनिल परब ने कहा, मेरे पास कोई रिसॉर्ट नहीं है. मैंने इस बारे में कई बार स्पष्टीकरण दिया है. आज भी करीब उनसे 11 घंटे की पूछताछ हुई है. वे आज बालार्ड एस्टेट के ईडी ऑफिस में सुबह साढ़े 11 बजे आए और रात के साढ़े 10 बजे यहां से निकले.
क्या है मामला
पीटीआई के मुताबिक 2017 में अनिल परब ने एक प्लॉट खरीदा था. प्लॉट की रजिस्ट्री के बाद मंत्री ने मुंबई के एक केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को 2020 में 1.10 करोड़ रुपये में बेच दिया. आरोप है कि इसमें कई तरह की धोखाधड़ी की गई. इस दौरान इस प्लॉट पर एक रिजॉर्ट बन गया. इसके निर्माण में 6 करोड़ रुपये नगद खर्च किए गए. भाजपा नेता किरीट सोमैया इस मामले में जांच की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा है कि अनिल परब को जेल जाने के लिए तैयार रहना चाहिए.
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Tags: Anil Parab, Enforcement directorate, Maharashtra, Shivsena
FIRST PUBLISHED : June 22, 2022, 23:33 IST