हाइलाइट्स
मारुति सुजुकी को जलाई-सितंबर तिमाही में 2,061.5 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ है.
पिछले साल की सितंबर तिमाही में कंपनी को 475.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
कंपनी का परिचालन राजस्व 46 फीसदी बढ़ा और यह 29,931 करोड़ रुपये पहुंच गया है.
नई दिल्ली. कोरोनाकाल में ब्रेक लग चुके वाहन उद्योग ने दोबारा रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. इस त्योहारी सीजन की बिक्री देख लगता है कि भारतीय वाहन उद्योग फिर से फर्राटा भरने लगा है. देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसका तिमाही मुनाफा इस बार चार गुना बढ़ गया है. इसमें सबसे ज्यादा हिस्सेदारी त्योहारी सीजन में हुई रिकॉर्ड बिक्री की है.
मारुति सुजुकी इंडिया ने बताया कि उसे जलाई-सितंबर तिमाही में कुल 2,061.5 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. यह पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले चार गुना बढ़ा है. अगर पिछले साल की सितंबर तिमाही की बात करें तो कंपनी को 475.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इस दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व करीब 46 फीसदी बढ़ा और यह 29,931 करोड़ रुपये पहुंच गया है.
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पिछले साल से 36 फीसदी ज्यादा बिक्री
मारुति सुजुकी इंडिया ने बताया कि इस साल सितंबर तिमाही में त्योहारी सीजन की वजह से उसके गाडि़यों की बिक्री 36 फीसदी बढ़ गई है. इस दौरान कंपनी ने कुल 517,395 यूनिट कारों की बिक्री की है, जो अभी तक किसी भी तिमाही में हुई बिक्री का रिकॉर्ड है. इसमें घरेलू बाजार में बिकीं 4.54 लाख गाडि़यों के साथ विदेशी बाजारों में निर्यात की गई 63,195 गाडि़यां भी शामिल हैं. यह मांग महामारी के बाद बाजार खुलने और रोजगार के मोर्चे पर सुधार आने की वजह से बढ़ी है.
अभी पेंडिंग हैं लाखों ऑर्डर
त्योहारी सीजन में गाडि़यों की बिक्री का आलम ये है कि शोरूम में वाहन ही नहीं बचे हैं और ग्राहकों को डिलीवरी के लिए महीनों इंतजार करना पड़ रहा है. मारुति सुजुकी ने बताया कि अभी उसके पास 4.12 लाख गाडि़यों की डिलीवरी पेंडिंग है, जिसका ऑर्डर सितंबर तक मिल चुका है. इसमें से 1.30 गाडि़यां हाल में लांच हुए मॉडलों की हैं. इन गाडि़यों की डिलीवरी में कुछ महीने का समय लग सकता है.
कहां बढ़ी है सबसे ज्यादा लागत
मारुति ने बताया कि वैसे तो रिकॉर्ड बिक्री होने से उसके मुनाफे में जबरदस्त तेजी दिखी है, लेकिन कई जगह पर लागत बढ़ गई है. कंपनी ने एक तरफ तो फॉरेन एक्सचेंज जैसे टूल का लाभ उठाया और अपनी लागत घटाई है, लेकिन इसी दौरान विज्ञापनों पर खर्च काफी बढ़ गया है. इसके अलावा पॉवर और फ्यूल की कीमतों में भी काफी इजाफा हुआ जिससे उत्पादन लागत बढ़ गई है.
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Tags: Business news in hindi, Make a profit, Maruti Suzuki, Share market
FIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 15:28 IST