माइकल सैलर की बिजनेस इंटेलिजेंस कंपनी MicroStrategy साल 2019 से बिटकॉइन खरीद रही है। पिछले साल नवंबर और दिसंबर के बीच कंपनी ने 57,477 डॉलर (लगभग 45 लाख रुपये) और 49,229 डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये) के प्रति टोकन प्राइस पर बिटकॉइन के बैच खरीदे थे।
MicroStrategy has purchased an additional 660 bitcoins for ~$25.0 million in cash at an average price of ~$37,865 per #bitcoin. As of 1/31/22 we #hodl ~125,051 bitcoins acquired for ~$3.78 billion at an average price of ~$30,200 per bitcoin. $MSTRhttps://t.co/bF6VImC0Qy
— Michael Saylor⚡️ (@saylor) February 1, 2022
माइकल सैलर, बिटकॉइन के बड़े समर्थकों में से एक हैं। वह अक्सर अपने बयानों से क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष में खड़े नजर आते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सैलर ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले साल में बिटकॉइन के प्रत्येक टोकन की वैल्यू 6 मिलियन डॉलर (लगभग 45 करोड़ रुपये) तक पहुंच सकती है।
माइकल सैलर, बिटकॉइन माइनिंग काउंसिल के एक्टिव मेंबर हैं। उनकी कंपनी बिटकॉइन में सार्वजनिक रूप से निवेश करने वाली पहली लिस्टेड फर्म है।
हालांकि सैलर अकेले नहीं हैं, जो बिटकॉइन में गिरावट का फायदा उठाते हैं।
अल-साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले (Nayib Bukele) भी कम रेट में बिटकॉइन खरीदने वालों में शामिल हैं। अल-साल्वाडोर ने पिछले साल बिटकॉइन को लीगल टेंडर घोषित किया था।
हाल ही में अल साल्वाडोर ने 15 मिलियन डॉलर (लगभग 110 करोड़ रुपये) में 410 और टोकन का एक बैच खरीदा था। इस दौरान बिटकॉइन की वैल्यू प्रति टोकन 35 हजार डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) पर थी। अमेरिका, भारत और रूस समेत कई देशों की सरकारें क्रिप्टो सेक्टर को रेगुलेट करने के तरीके खोज रही हैं। इससे निवेशकों में भ्रम है। इसके अलावा ईरान जैसे कुछ देशों ने बिजली की कमी के चलते क्रिप्टो माइनिंग पर अस्थायी रूप से बैन लगा दिया है।