नई दिल्ली. म्यूचुअल फंड्स को जल्द ही नए फंड ऑफर्स जारी करने की अनुमति मिल सकती है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया द्वारा पूल खातों का उपयोग पूरी तरह बंद करने तथा नई प्रक्रिया लागू होने की गारंटी मिलने के साथ ही नए फंड ऑफर्स शुरू हो जाएंगे. पूल खातों के बढ़ते प्रचलन को देखने हुए बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउसेज के नए फंड ऑफर्स लॉन्च करने पर 1 जुलाई तक रोक लगा दी थी. सेबी ने निर्देश दिया था कि एक जुलाई तक पूल प्रैक्टिस पर पूरी तरह रोक लगाई जानी चाहिए.
सूत्रों का कहना है कि अब इस प्रक्रिया पर पूरी तरह रोक का आश्वासन सेबी को मिल गया है. इसलिए 1 जुलाई के बाद नए फंड ऑफर्स लॉन्च हो सकते हैं. मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार अभी तक यह होता रहा है कि ब्रोकर्स और दूसरे इंटरमीडियरीज निवेशकों के पैसे को पहले अपने खाते में रखते हैं, यानी पूल करते हैं और फिर इसे क्लीयरिंग कॉरपोरेशन या एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के पास भेजते हैं. बाजार नियामक सेबी ने इसे लेकर अक्टूबर 2021 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को आदेश दिया था कि यह प्रैक्टिस बंद होनी चाहिए और निवेशकों के खाते से पैसा सीधे म्यूचुअल फंड में जाना चाहिए.
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सेबी ने इस प्रक्रिया को बंद करने के लिए अपनी डेडलाइन को कई बार चेंज किया. लेकिन, पिछली बार एक जून की डेडलाइन तय करते हुए सेबी ने कहा म्यूचुअल इंडस्ट्री पर इस प्रथा पर पूरी तरह रोक न लगने तक नए फंड ऑफर्स लाने पर ही रोक लगाई जाती है और 1 जुलाई तक पूल सिस्टम को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया था.
होंगी कई स्कीम लॉन्च
पांच फंड्स हाउसेस बैन की डेडलाइन खत्म होने से पहले ही नए फंड ऑफर्स को लॉन्च करने के लिए आवेदन कर चुके हैं. पिछले सप्ताह ही सुंदरम एमएफ ने फ्लेक्सी कैप फंड, बड़ौदा बीएनपी परिबास एमएफ ने फ्लोटर फंड, एलआईसी एमएफ ने एक मल्टी कैप फंड. फ्रैंकलिन टेंपलटोन एमएफ ने बैलेंस्ड एडवांटेज फंड और एक्सिस एमएफ ने एक लॉन्ग ड्यूरेशन फंड शुरू करने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए हैं. जून के शुरूआत में पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड ने भी फोक्स्ड इक्विटी फंड लाने के लिए आवेदन किया था.
इनके अलावा भी और भी बहुत से फंड हाउसेज नए फंड ऑफर्स लाने पर लगी रोक हटने का इंतजार नए फंड लॉन्च करने के लिए कर रहे हैं. इनमें फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल बैक्ड नवी एमएफ, व्हाइट ओक एमएफ, सैमको एमएफ और एनजे एमएफ शामिल हैं. इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव का कहना है कि सेबी ने एनएफओ दस्तावेजों पर ऑब्जर्वेशन इश्यू करना शुरू कर दिया है.
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एनएफओ से पिछले साल जुटाए 96,000 करोड़
एनएफओ कलेक्शन के लिहाज से पिछला साल म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए बहुत अच्छा रहा था. केवल एनएफओ से ही पिछले साल 96,000 करोड़ रुपये एमएफ को मिले थे. जो फंड लॉन्च हुए थे उनमें से ज्यादातर इंडेक्स फंड या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड थे जो थीम बेस्ड या फिर सेक्टर ओरिंएंटेड थे. वहीं फाइनेंशियल प्लानर का कहना है कि आगे बहुत से फंड लॉन्च होंगे. लेकिन निवेशकों को बहुत सारे फंड्स में पैसा लगाने की जगह ऐसे मौजूदा फंड्स के साथ जुड़े रहना चाहिए जिनका लॉन्ग टर्म ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है.
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Tags: Mutual fund, Personal finance
FIRST PUBLISHED : June 23, 2022, 11:23 IST