इससे पहले नुपुर की टिप्पणी के बाद अरब देशों ने भारत से विरोध जताया था। बढ़ते विरोध के बाद भाजपा ने पार्टी प्रवक्ता रहीं नुपुर को पार्टी से निलंबित कर दिया था। आइए जानते हैं अब तक किसने-किसने नुपुर शर्मा को समर्थन दिया और क्या-क्या कहा?
नुपुर के समर्थन में सबसे तीखा बयान नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्डर्स ने दिया है। विल्डर्स नीदरलैंड के पार्टी ऑफ फ्रीडम के नेता भी हैं। विल्डर्स ने कहा, ‘यह बहुत हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं। भारत क्यों माफी मांगे?’ आगे विल्डर्स ने भारतीयों को सलाह दी कि वह नुपूर शर्मा का बचाव करें। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है। यह चीजों और ज्यादा खराब कर देता है। इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप मुस्लिम देशों की धमकी में नहीं आएं। आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें।’
गिर्ट को ही मिली धमकी
नुपुर के समर्थन में ट्वीट करने पर गिर्ट विल्डर्स को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस पर उन्होंने पलटवार किया है। विल्डर्स ने कहा कि पाकिस्तान से लेकर तुर्की तक से मुझे धमकियां दी जा रही हैं लेकिन इस धमकी से कुछ भी हासिल नहीं होगा। मैं सच बोलने से नहीं रुकूंगा।
नुपुर के बचाव में गुजरात के पूर्व पुलिस अफसर डीजी वंजारा भी आ गए हैं। वंजारा गुजरात एटीएस के प्रमुख रहे हैं। उन्होंने लिखा, ‘नुपुर शर्मा का बयान ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से सत्य है। इसलिए इसपर किसी भी तरह की कानूनी या राजनीतिक कार्रवाई नहीं हो सकती है। वह भी ऐसे वक्त जब जिहादी उसे मौत और बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, यह कायरतापूर्ण कारनामा है। भारत के सम्मान की रक्षा के लिए सभी हिन्दुओं को उनका साथ देना चाहिए।’
पाकिस्तानी मूल के मशहूर लेखक तारिक फतेह ने भी नुपुर के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस्लामिक जेहादी नुपुर को धमकियां दे रहे हैं। पुलिस को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। तारिक ने कहा, ‘लोग हिंदुओं के देवी-देवताओं का मजाक बना लेते हैं। उसपर कोई नहीं बोलता है, लेकिन अगर नुपुर ने कुछ बोल दिया तो उसके लिए इतना बखेड़ा बना दिया गया। नाइजीरिया में एक मुसलमान ने चर्च में लोगों को मार डाला और किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह इस बात को उठा सके।’
10 से ज्यादा इस्लामिक देशों ने जताया नुपुर के बयान पर विरोध
नुपुर के बयान पर कतर के विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजदूत को तलब किया और अपनी आपत्ति जताई। इसके बाद कुवैत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, यूएई, सउदी अरब समेत 10 से ज्यादा मुस्लिम देशों ने पैगंबर पर की गई कथित टिप्पणी की आलोचना की। मुस्लिम देशों के समूह इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी नुपुर शर्मा के बयान की निंदा की।