मोहाली ब्लास्ट में पुलिस को बड़ी सफलता: तरनतारन से आरोपी निशान सिंह गिरफ्तार, आतंकी रिंदा के साथ हैं संबंध, परिजन बोले-तीन दिन से गायब था


सार

निशान सिंह की गिरफ्तारी पुलिस के लिए ब्लास्ट कांड में बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। कानून व्यवस्था पर विपक्षी दलों द्वारा प्रदेश सरकार को घेरा जा रहा है, प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पुलिस-प्रशासन को इस गंभीर मुद्दें पर सख्त से सख्त कदम उठाने का निर्देश दे रहे हैं।

ख़बर सुनें

मोहाली के सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फरीदकोट पुलिस ने इस मामले में तरनतारन जिले के गांव कुल्ला निवासी निशान सिंह को पकड़ा है। आरोपी को मोहाली पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी निशान के पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर रिंदा के साथ संबंध है। उसके साथ बातचीत करने के सबूत भी सामने आए हैं। वहीं आरोपी के परिजन कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे है, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि तीन दिन से निशान गायब था। 

फरीदकोट अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) को सूचना मिली थी कि कुल्ला के रहने वाले निशान सिंह के मोहाली धमाका मामले में तार जुड़ रहे हैं। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस किया। बुधवार तड़के टीम ने उसे गांव में गिरफ्तार कर लिया। गांव कुल्ला भारत-पाकिस्तान सीमा के काफी पास है। निशान सिंह एक बी श्रेणी का अपराधी है। कुछ समय पहले ही वह फरीदकोट जेल से जमानत पर बाहर आया था। आते ही, उसके लिंक आतंकियों के साथ जुड़ गए।

पुलिस के अनुसार, निशान सिंह की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी कामयाबी है। अब इस मामले के साथ जुड़े अन्य अपराधियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, जिस ग्रेनेड से मोहाली में खुफिया विभाग में हमला किया गया, वह रूस निर्मित था। इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर तथा तालिबान में होता है। इससे साफ साबित हो जाता है कि ग्रेनेड पाकिस्तान से ही आया था।

 तरनतारन के एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि निशान सिंह के खिलाफ मोगा, फरीदकोट, अमृतसर, तरनतारन और जिला गुरदासपुर में लगभग 12 मामले दर्ज हैं। जरूरत पड़ी तो उसे पूछताछ के लिए तरनतारन भी लाया जा सकता है। मोहाली पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा।
 

विस्तार

मोहाली के सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फरीदकोट पुलिस ने इस मामले में तरनतारन जिले के गांव कुल्ला निवासी निशान सिंह को पकड़ा है। आरोपी को मोहाली पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी निशान के पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर रिंदा के साथ संबंध है। उसके साथ बातचीत करने के सबूत भी सामने आए हैं। वहीं आरोपी के परिजन कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे है, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि तीन दिन से निशान गायब था। 

फरीदकोट अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) को सूचना मिली थी कि कुल्ला के रहने वाले निशान सिंह के मोहाली धमाका मामले में तार जुड़ रहे हैं। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस किया। बुधवार तड़के टीम ने उसे गांव में गिरफ्तार कर लिया। गांव कुल्ला भारत-पाकिस्तान सीमा के काफी पास है। निशान सिंह एक बी श्रेणी का अपराधी है। कुछ समय पहले ही वह फरीदकोट जेल से जमानत पर बाहर आया था। आते ही, उसके लिंक आतंकियों के साथ जुड़ गए।

पुलिस के अनुसार, निशान सिंह की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी कामयाबी है। अब इस मामले के साथ जुड़े अन्य अपराधियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, जिस ग्रेनेड से मोहाली में खुफिया विभाग में हमला किया गया, वह रूस निर्मित था। इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर तथा तालिबान में होता है। इससे साफ साबित हो जाता है कि ग्रेनेड पाकिस्तान से ही आया था।

 तरनतारन के एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि निशान सिंह के खिलाफ मोगा, फरीदकोट, अमृतसर, तरनतारन और जिला गुरदासपुर में लगभग 12 मामले दर्ज हैं। जरूरत पड़ी तो उसे पूछताछ के लिए तरनतारन भी लाया जा सकता है। मोहाली पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा।

 



Source link

Enable Notifications OK No thanks