पंजाब सरकार ने जारी किया सिद्धू की सुरक्षा वापस लेने का आदेश, अगर पटियाला जेल भेजा गया तो मजीठिया से होगा सामना


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: ajay kumar
Updated Thu, 19 May 2022 10:22 PM IST

सार

नवजोत सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उन्हें अपने पैतृक जिले पटियाला की सबसे सुरक्षित जेल में रखा जाएगा लेकिन खास बात यह है कि इसी जेल में उनके धुर्रविरोधी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया भी ड्रग्स केस में बंद हैं।

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सुप्रीम कोर्ट ने तीन दशक पुराने रोड रेज मामले में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को एक बड़ा झटका देते हुए एक साल कैद की सजा सुनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को नवजोत सिद्धू के खिलाफ सजा के मुद्दे पर पुनर्विचार याचिका को स्वीकार करते हुए कहा कि हमने सजा के मुद्दे पर समीक्षा आवेदन की अनुमति दी है। 

उधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिद्धू को पंजाब सरकार से मिली 45 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी कर दिया गया। पता चला है कि अपनी लीगल टीम से चर्चा के बाद सिद्धू सुप्रीम कोर्ट में सजा के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन फाइल करेंगे। उसके बाद ही आत्मसमर्पण करने के बारे में फैसला लिया जाएगा। 

फैसले के वक्त हाथी पर सवार थे सिद्धू 
जब सुप्रीम कोर्ट पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल जेल की सजा सुना रही थी, उस समय सिद्धू महंगाई के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पटियाला में हाथी की सवारी कर रहे थे। हालांकि उस समय तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ‘नो कमेंट’ कहकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन कुछ देर बाद ही उन्होंने ट्वीट किया- ‘कानून की महिमा के आगे प्रस्तुत हूं।’ 

एक ही जेल में मजीठिया और सिद्धू
नवजोत सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उन्हें अपने पैतृक जिले पटियाला की सबसे सुरक्षित जेल में रखा जाएगा लेकिन खास बात यह है कि इसी जेल में उनके धुर्रविरोधी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया भी ड्रग्स केस में बंद हैं। इन दोनों सियासी नेताओं के बीच मनमुटाव और तीखी बयानबाजी किसी से छिपी नहीं है। अगर सिद्धू को पटियाला जेल भेजा जाता है तो संभव है कि वहां उनका सामना मजीठिया से हो। तब क्या होगा, इस पर जेल प्रशासन को कड़ी नजर रखनी पड़ेगी। 

विस्तार

सुप्रीम कोर्ट ने तीन दशक पुराने रोड रेज मामले में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को एक बड़ा झटका देते हुए एक साल कैद की सजा सुनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को नवजोत सिद्धू के खिलाफ सजा के मुद्दे पर पुनर्विचार याचिका को स्वीकार करते हुए कहा कि हमने सजा के मुद्दे पर समीक्षा आवेदन की अनुमति दी है। 

उधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिद्धू को पंजाब सरकार से मिली 45 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी कर दिया गया। पता चला है कि अपनी लीगल टीम से चर्चा के बाद सिद्धू सुप्रीम कोर्ट में सजा के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन फाइल करेंगे। उसके बाद ही आत्मसमर्पण करने के बारे में फैसला लिया जाएगा। 

फैसले के वक्त हाथी पर सवार थे सिद्धू 

जब सुप्रीम कोर्ट पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल जेल की सजा सुना रही थी, उस समय सिद्धू महंगाई के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पटियाला में हाथी की सवारी कर रहे थे। हालांकि उस समय तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ‘नो कमेंट’ कहकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन कुछ देर बाद ही उन्होंने ट्वीट किया- ‘कानून की महिमा के आगे प्रस्तुत हूं।’ 

एक ही जेल में मजीठिया और सिद्धू

नवजोत सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उन्हें अपने पैतृक जिले पटियाला की सबसे सुरक्षित जेल में रखा जाएगा लेकिन खास बात यह है कि इसी जेल में उनके धुर्रविरोधी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया भी ड्रग्स केस में बंद हैं। इन दोनों सियासी नेताओं के बीच मनमुटाव और तीखी बयानबाजी किसी से छिपी नहीं है। अगर सिद्धू को पटियाला जेल भेजा जाता है तो संभव है कि वहां उनका सामना मजीठिया से हो। तब क्या होगा, इस पर जेल प्रशासन को कड़ी नजर रखनी पड़ेगी। 



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