QUAD: खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए काम करने का संकल्प, भारत में आतंकवादी हमलों की निंदा


ऑस्ट्रेलिया में क्वाड विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने स्वतंत्र व खुले हिंद-प्रशांत को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। क्वाड ने साझा घोषणा पत्र में कहा कि वह समुद्री क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून, शांति-सुरक्षा को मान्यता देता है। क्वाड देशों ने क्षेत्र को ‘जबरदस्ती’ से मुक्ति के लिए मदद करने का भी संकल्प लिया जो चीनी आर्थिक व सैन्य विस्तार की छिपी कड़ी है।

साझा घोषणा पत्र के मुताबिक, क्वाड क्षेत्रीय पड़ोसियों को लचीला बनाने और दुष्प्रचार का मुकाबला करने में मदद कर रहा है। इस बैठक में क्वाड देश के मंत्रियों ने लचीली साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने और साइबर अपराध का मुकाबला करने के लिए हिंद-प्रशांत के भागीदारों की मदद के लिए समन्वित प्रयासों के समर्थन की पुष्टि की गई।

क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में साइबर खथरों और आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने का भी संकल्प लिया। एक संयुक्त बयान में उन्होंने मानवीय राहत, आपदा सहायता और क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास का संकल्प लिया।

इस दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के उल्लंघन में उत्तर कोरिया के अस्थिर करने वाले बेलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की निंदा भी की गई। मंत्रियों ने क्षेत्रीय देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा का संकल्प भी लिया। चीन का नाम लिए बिना संयुक्त घोषणा पत्र में कहा गया कि हम जबरदस्ती आर्थिक नीतियों और प्रथाओं का विरोध करते हैं जो इस प्रणाली के विपरीत चलते हैं।

चीन को संदेश : भारत, अमेरिका, जापान व ऑस्ट्रेलिया ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती पर दिया जोर
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने ने मेलबर्न में बैठक के बाद प्रेसवार्ता की। इसमें पायने ने कहा, क्वाड के विदेश मंत्रियों ने खुलेपन, राष्ट्रीय संप्रभुता की सुरक्षा, नियमों के पालन और निष्पक्षता के सिद्धांतों के समर्थन की पुष्टि की। इसे चीन को एक संदेश देने के तौर पर देखा जा रहा है।

जयशंकर ने कहा कि वार्ता से स्पष्ट हो गया है कि क्वाड देशों के बीच प्रगाढ़ द्विपक्षीय रिश्तों, उनके रणनीतिक समन्वय और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों ने क्वाड को जीवंत व मजबूत समूह बना दिया है। उन्होंने कहा, हम ऐसा एजेंडा बना रहे हैं, जो मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने वाला हो।

भारत-अमेरिकी रिश्ते इस सदी का परिभाषित विकास : जयशंकर
जयशंकर ने क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कहा, इस सदी में भारत-अमेरिका के बदलते संबंध वास्तव में एक बहुत ही परिभाषित विकास रहा है।

उन्होंने कहा, हमने बहुत प्रगति की है और यह सब इस तथ्य के कारण है कि हम सभी ने इसके लिए बहुत समय, ऊर्जा और इस पर ध्यान दिया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हममें मजबूत द्विपक्षीय रिश्ते हैं।

उन्होंने कहा, निश्चित रूप से, हमारे लिए, इस सदी में बदलते भारत-अमेरिका संबंध वास्तव में एक बहुत ही परिभाषित विकास रहा है. इसलिए, मैं आपके साथ बैठने के अवसर का स्वागत करता हूं।

टीका आपूर्ति पर सहमति
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, बैठक में कोविड-19 से निपटने के क्वाड के प्रयासों की समीक्षा की गई और सुरक्षित तथा किफायती टीकों की आपूर्ति तेजी से करने पर सहमति जताई गई। उन्होंने ट्वीट किया, मेलबर्न में लंबा और सार्थक दिन रहा। अभी क्वाड के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक खत्म हुई है। हमारे द्वारा की गई प्रगति से खुश हूं।

कई साझा परियोजनाओं पर काम जारी : मॉरिसन
बैठक में ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा, हम बहुत नाजुक और संघर्षपूर्ण दुनिया में रहते हैं और हमारे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में यहां एकत्रित लोगों से ज्यादा समान विचाराधारा वाला कोई साझेदार नहीं है। उन्होंने कहा, मेरा आशय आर्थिक साझेदारी-सहयोग व मानवीय भागीदारी से है। उन्होंने कहा, क्वाड देश कई साझा परियोजनाओं पर एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

क्वाड  देशों ने की भारत में आतंकवादी हमलों की अपनी निंदा, 26/11 मुंबई, पठानकोट का हुआ जिक्र
क्वाड देशों की मीटिंग ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हो रही है। क्वाड देशों ने 26/11 मुंबई और पठानकोट हमलों सहित भारत में आतंकवादी हमलों की अपनी निंदा की है। साथ ही उन्होंने शुक्रवार को सीमा पार आतंकवाद के लिए आतंकवादी प्रॉक्सी के इस्तेमाल की निंदा की और देशों से आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का आग्रह किया। क्वाड देशों ने सुनिश्चित किया कि वे आतंकवादी सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करेंगे, आतंकवादी नेटवर्कों और बुनियादी ढांचे और वित्तीय चैनलों को बाधित करेंगे। 

यहां क्वाड विदेश मंत्रियों की एक बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में सभी देशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया कि उनके नियंत्रण वाले क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी हमले शुरू करने के लिए नहीं किया जाता है। इस क्वाड बैठक में जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्री और संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री शामिल थे।

बयान में कहा गया है कि हम सीमा पार आतंकवाद के लिए आतंकवादी परदे के पीछे के उपयोग की निंदा करते हैं और देशों से आतंकवादी सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह करते हैं।

क्षेत्रीय स्थिरता, आपूर्ति शृंखला के लिए समुद्री सहयोग को गहरा करेंगे : ब्लिंकेन
क्वाड भागीदारों की सुरक्षा पर बल देकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, क्वाड समुद्री सहयोग को गहरा करने के तौर-तरीकों पर बात करेगा। यह क्षेत्रीय स्थिरता व आपूर्ति शृंखला दोनों के लिए अहम है। ब्लिंकेन ने यह टिप्पणी ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन समेत क्वाड से जुड़े विदेश मंत्रियों के सामने की। इनमें भारत से जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया से मारिस पायने और जापान से योशिमासा हयाशी शामिल रहे।

चीन की दादागिरी व यूक्रेन संकट पर चिंता
यूक्रेन को लेकर रूस और नाटो देशों के बीच बढ़ते तनाव, अफगान संकट और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागिरी पर बढ़ती चिंताओं के बीच क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों के बीच मेलबर्न में व्यापक बातचीत हुई। यूक्रेन में संकट आया है या नहीं, इस बारे में तुरंत कुछ ज्ञात नहीं है लेकिन इस दौरान क्वाड विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने मौजूदा भू-राजनीतिक विकास के संदर्भ में बात की। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा कि बैठक में आतंकवाद, टीकाकरण, समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन में सहयोग पर बातचीत हुई।



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