न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Mon, 28 Feb 2022 09:12 AM IST
सार
रूस की ओर से चौतरफा हमलों का दंश यूक्रेन बुरी तरह भुगत रहा है। यूक्रेन की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक, पिछले चार दिन में रूसी हमलों में 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। लेकिन इस बीच राहुल गांधी ने एक वीडियो साझा कर बताया है कि यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के साथ भी मारपीट हो रही है।
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विस्तार
My heart goes out to the Indian students suffering such violence and their family watching these videos. No parent should go through this.
GOI must urgently share the detailed evacuation plan with those stranded as well as their families.
We can’t abandon our own people. pic.twitter.com/MVzOPWIm8D
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 28, 2022
यूक्रेन में भारतीय छात्रों पर अब एक नया संकट
यूक्रेन में भारतीय छात्रों पर अब एक नया संकट छा गया है। पोलैंड देश की सीमा पर तैनात यूक्रेनी सेना के कुछ जवानों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय छात्रों के एक दल को जबरन रोकते हुए उनको पीटा और डराया धमकाया। घटना का शिकार हुए छात्रों की यूक्रेन में ही मौजूद एक सहपाठी ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है कि उनकी यूनिवर्सिटी से एक भारतीय छात्रों के एक दल के साथ ये सब किया गया है।
भारतीय छात्रा का हाथ तोड़ दिया
आरोप यह भी है कि बॉर्डर पर भारतीय छात्रों के साथ यूक्रेनी सैनिकों ने मारपीट कर एक छात्रा का हाथ तोड़ दिया है जबकि डराने के लिए फायर भी किए। आरोपों के अनुसार हमला करने वाले यूक्रेनी सैनिकों ने छात्रों से कहा कि आपकी भारत सरकार यूक्रेन का साथ नहीं दे रही है, इसलिए हम लोग आपका सहयोग क्यों करें।
पोलैंड बॉर्डर तक पहुंचना हो रहा मुश्किल
इस तरह के आरोपों के साथ हुई इस घटना के बाद पोलैंड बॉर्डर जाने के लिए जा रहे सभी भारतीय अब रोमानिया व अन्य देश के बॉर्डर की ओर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं। पोलैंड बॉर्डर तक जाने के लिए यूक्रेनी बॉर्डर पार करना ही भारतीयों के लिए मुश्किल हो गया है। पोलैंड बॉर्डर की ओर से मदद के लिए भारतीय दूतावास में फोन नहीं उठाए जाने का आरोप भी भारतीय स्टूडेंट्स ने लगाया है। पोलैंड बॉर्डर तक जाने में हो रही परेशानी को लेकर एक भारतीय छात्रा ने वीडियो भी शेयर करते हुए ट्विटर पर भारत सरकार की अथॉरिटी को टैग किया है और जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की मांग की है।
अपने सहपाठियों के साथ हुई घटना के बाद बॉर्डर के लिए नहीं निकले
नाम न छापने की शर्त पर घटना के बारे में जानकारी देने वाली भारतीय छात्रा ने बताया कि उनके सहपाठियों के दल पर यूक्रेनी सैनिकों द्वारा हमला किए जाने की इस घटना के बाद हमने अपने आप को यहीं यूनिवर्सिटी कैंपस के नजदीक ही कैद कर लिया है। बाकी स्टूडेंट्स व भारतीय यहां से अब पोलैंड बॉर्डर के लिए तब तक जाने को तैयार नहीं जब तक बॉर्डर तक जाने के लिए सुरक्षा की गारंटी और पहुंचने के बाद मदद मिलना सुनिश्चित नहीं होता।
बॉर्डर पर भी हालात खराब
भारत सरकार ने यूक्रेन के साथ लगते देश पोलैंड, हंगरी, रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंचने के बाद मदद के दावे किए हैं। लेकिन असल में यहां बॉर्डर पर भारतीय को उचित मदद मिल नहीं पा रही है। कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद भूखे-प्यासे भारतीयों के लिए इन देशों के बॉर्डर पर खाने-पीने और ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है। माइनस चार डिग्री तापमान में कड़ाके की ठंड में बुरे हालात के बीच भारतीय बॉर्डर पर यहां वहां भटक रहे हैं।