पिछले दो साल से जिस फिल्म की सबसे ज्यादा प्रतीक्षा रही, वह फिल्म ‘रौद्रम रणम रुधिरम’ यानी ‘आरआरआर’ सिनेमाघरों तक आ पहुंची है। फिल्म के हिंदी संस्करण के रिलीज से पहले मुंबई को छोड़ कहीं दूसरी जगह शोज नहीं हुए हैं। लिहाजा सबको शुक्रवार की सुबह 9 बजे के पहले शो का इंतजार है और साथ ही इंतजार इस बात का भी है कि क्या फिल्म ‘आरआरआर’ निर्देशक एस एस राजामौली के ब्रांड नेम पर खरा उतर सकेगी। फिल्म का तेलुगू संस्करण देखने के बाद फिल्म के जो शुरुआती रिव्यूज आए हैं, उनके मुताबिक फिल्म ‘आरआरआर’ ने तेलुगू दर्शकों का दिल जीत लिया है। करीब आठ हजार स्क्रीन्स पर रिलीज हुई फिल्म ‘आरआरआर’ को अब तक किसी क्रिटिक ने तीन स्टार से कम नहीं दिए हैं। उम्मीद की जा रही है कि फिल्म के हिंदी संस्करण को भी अच्छा प्रतिसाद मिलेगा।
फिल्म ‘आरआरआर’ का पूरा नाम इसके तेजी से वायरल हुए सेंसर सर्टिफिकेट पर रौद्रम् रणम् रुधिरम् लिखा हुआ है। फिल्म में राजामौली के प्रिय कलाकार राम चरण और जूनियर एनटीआर हैं। साथ में हिंदी दर्शकों को लुभाने के लिए अजय देवगन और आलिया भट्ट जैसे कलाकारों को भी फिल्म में रखा गया है। फिल्म की कहानी राजामौली के पिता के विजयेंद्र प्रसाद ने लिखी है और फिल्म में संगीत एम एम कीरावाणी यानी एम एम क्रीम का है। डीवीवी एंटरटेनमेंट के मालिक डी वी वी दानाय्या इसके निर्माता है और फिल्म का प्रीमियर गुरुवार को ही अमेरिका में हुआ। अकेले अमेरिका में ये फिल्म दो हजार से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज होने जा रही है।
महात्मा गांधी के देश की आजादी की लड़ाई में शामिल होने के आसपास की घटनाओं पर बनी फिल्म ‘आरआरआर’ एक काल्पनिक कहानी है। हालांकि फिल्म के सूत्र दक्षिण भारत के दो गुमनाम नायकों पर आधारित है। देश को आजाद कराने की जिनकी लड़ाई के बारे में ज्यादा कुछ उपलब्ध नहीं है। अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की इस कहानी में किसी मसाला फिल्म सा हर सूत्र उपलब्ध है। दोस्ती, दुनियादारी और दिखावा यहां भरपूर है। प्रेम, छल, कपट और धोखा भी है। मुकाबला उस ब्रितानिया सरकार है जिसके राज में कहा जाता था कि कभी सूरज नहीं डूबता।
तेलुगू में फिल्म ‘आरआरआर’ देखने वालों के लिए फिल्म के दोनों नायकों राम चरण और एनटीआर जूनियर के नाम अपरिचित नहीं हैं। लोगों ने वहां इन्हीं दोनों के नाम पर फिल्म की भरपूर बुकिंग की और फिल्म के पहले शोज भी वहां हिंदी के पहले शोज से पहले ही शुरू हो चुके हैं। फिल्म में दोनों का अभिनय भी काफी विस्फोटक है और दोनों के एक्शन सीन्स पर फिल्म के निर्माता निर्देशक ने पानी की तरह पैसा बहाया है। आग और पानी के गुणों पर विकसित किए गए इन किरदारों को लेकर राजामौली की जो सोच रही, उसे उन्होंने पूरी शिद्दत से परदे पर निभा दिया है।
शुरुआती रिव्यूज के मुताबिक फिल्म ‘आरआरआर’ में आलिया भट्ट और अजय देवगन के किरदार काफी छोटे हैं लेकिन प्रभावित करते हैं। फिल्म के बाकी कलाकारों ने भी फिल्म को अच्छा सपोर्ट किया है। फिल्म के संगीत की भी तेलुगू भाषा में काफी तारीफें हो रही हैं, खासतौर से नाटू नाटू गाने को लेकर वहां के दर्शकों का क्रेज ही अलग रहा। हालांकि फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म के मुख्य गानों पर भारी है। फिल्म का मुख्य सूत्र दोनों मुख्य कलाकारों के बीच का भावुक बंधन है और बड़े परदे पर इस तरह की कहानियां का दौर लौटता दिख रहा है। सोलो हीरो की फिल्मों को बदले परिदृश्य में हिट कराना अब आसान नहीं होगा। अगर आपने फिल्म को शुक्रवार की सुबह सुबह देखने की टिकटें बुक करा रखी हैं तो आपका फैसला शायद गलत नहीं होगा। ‘अमर उजाला’ के समीक्षक पंकज शुक्ल का रिव्यू भी फिल्म के हिंदी संस्करण का पहला शो खत्म होते ही आपके सामने होगा।