RSS: राजस्थान में आरएसएस की बैठक में मुस्लिमों से अपील, कन्हैयालाल की हत्या जैसी घटनाओं का खुलकर विरोध करें


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राजस्थान के उदयपुर में बीते 28 जून हुई कन्हैयालाल की हत्या को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुस्लिम समुदाय से खुलकर विरोध करने की अपील की है। 

झुंझुनू स्थित खेमी के शक्ति मंदिर परिसर में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के पूर्ण होने पर शनिवार को अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ लोकभावना का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “उदयपुर में जो नृशंस हत्या हुई वह अत्यंत निंदनीय है। इसकी जितनी भर्त्सना हो वह कम है। हमारे देश में लोकतंत्र है। संवैधानिक लोकतांत्रिक अधिकार है। किसी को अगर कोई बात पसंद नहीं आई तो उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए लोकतांत्रिक तरीका अपनाना चाहिए।”

मुस्लिम समाज को आगे आकर करना चाहिए विरोध: आंबेकर
आंबेकर ने कहा कि सभ्य समाज इस प्रकार की घटना की निंदा करता है। हिन्दू समाज शांतिपूर्ण, संवैधानिक तरीके से इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। मुस्लिम समाज से भी अपेक्षा है कि ऐसी घटना का खुलकर विरोध करे। कुछ बुद्धिजीवियों ने इसका विरोध किया है, लेकिन मुस्लिम समाज को भी सामने आकर इसका बढ़-चढ़कर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न समाज हित में हैं और न ही देशहित में है। इसका सबको मिलकर विरोध करना बेहद चाहिए।

आरएसएस 2024 तक शाखाओं को बढ़ाकर एक लाख करेगा
आंबेकर ने कहा कि आरएसएस की शाखाओं की संख्या को 2024 तक एक लाख तक बढ़ाने के लक्ष्य के साथ शताब्दी समारोह योजना पर सात से नौ जुलाई तक झुंझुनू में आयोजित आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में चर्चा की गई।

उन्होंने बताया कि संघ ने फैसला किया है कि 2025 में संघ के शताब्दी वर्ष समारोह से पहले, 2024 तक देश भर में शाखाओं की संख्या को एक लाख तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शाखाओं की संख्या 56,824 है। सूत्रों ने कहा, “संघ का लक्ष्य है कि उसके कार्यों को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाया जा सके।” .

आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी के राष्ट्रीय आयोजन सचिव सुनील आंबेकर ने इस बैठक की जानकारी देते हुए कहा, ”2025 में आरएसएस अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए व्यापक विस्तार योजना बनाई गई है। 2024 तक देशभर में एक लाख शाखाएं बनाई जाएंगी ताकि संघ का काम समाज के सभी वर्गों तक पहुंच सके।” उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास का उद्देश्य सामाजिक जागृति के साथ समाज में सकारात्मक माहौल बनाना है।

 

 

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राजस्थान के उदयपुर में बीते 28 जून हुई कन्हैयालाल की हत्या को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुस्लिम समुदाय से खुलकर विरोध करने की अपील की है। 

झुंझुनू स्थित खेमी के शक्ति मंदिर परिसर में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के पूर्ण होने पर शनिवार को अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ लोकभावना का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “उदयपुर में जो नृशंस हत्या हुई वह अत्यंत निंदनीय है। इसकी जितनी भर्त्सना हो वह कम है। हमारे देश में लोकतंत्र है। संवैधानिक लोकतांत्रिक अधिकार है। किसी को अगर कोई बात पसंद नहीं आई तो उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए लोकतांत्रिक तरीका अपनाना चाहिए।”

मुस्लिम समाज को आगे आकर करना चाहिए विरोध: आंबेकर

आंबेकर ने कहा कि सभ्य समाज इस प्रकार की घटना की निंदा करता है। हिन्दू समाज शांतिपूर्ण, संवैधानिक तरीके से इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। मुस्लिम समाज से भी अपेक्षा है कि ऐसी घटना का खुलकर विरोध करे। कुछ बुद्धिजीवियों ने इसका विरोध किया है, लेकिन मुस्लिम समाज को भी सामने आकर इसका बढ़-चढ़कर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न समाज हित में हैं और न ही देशहित में है। इसका सबको मिलकर विरोध करना बेहद चाहिए।

आरएसएस 2024 तक शाखाओं को बढ़ाकर एक लाख करेगा

आंबेकर ने कहा कि आरएसएस की शाखाओं की संख्या को 2024 तक एक लाख तक बढ़ाने के लक्ष्य के साथ शताब्दी समारोह योजना पर सात से नौ जुलाई तक झुंझुनू में आयोजित आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में चर्चा की गई।

उन्होंने बताया कि संघ ने फैसला किया है कि 2025 में संघ के शताब्दी वर्ष समारोह से पहले, 2024 तक देश भर में शाखाओं की संख्या को एक लाख तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शाखाओं की संख्या 56,824 है। सूत्रों ने कहा, “संघ का लक्ष्य है कि उसके कार्यों को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाया जा सके।” .

आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी के राष्ट्रीय आयोजन सचिव सुनील आंबेकर ने इस बैठक की जानकारी देते हुए कहा, ”2025 में आरएसएस अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए व्यापक विस्तार योजना बनाई गई है। 2024 तक देशभर में एक लाख शाखाएं बनाई जाएंगी ताकि संघ का काम समाज के सभी वर्गों तक पहुंच सके।” उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास का उद्देश्य सामाजिक जागृति के साथ समाज में सकारात्मक माहौल बनाना है।

 

 



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