यूक्रेन पर हमला: प्रतिबंधों से बौखलाया रूस, ब्रिटिश पीएम जॉनसन और उनके अधिकारियों के प्रवेश पर लगाई रोक 


वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मॉस्को
Published by: Amit Mandal
Updated Sat, 16 Apr 2022 04:04 PM IST

सार

बोरिस जॉनसन 10 अप्रैल को राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन पहुंचे थे। जॉनसन ने जेलेंस्की से मिलकर एकजुटता का प्रदर्शन किया था। 

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अपने ऊपर लगाए गए प्रतिबंधों से बौखलाए रूस ने जवाबी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। रूस ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और शीर्ष अधिकारियों के अपने देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से एएफपी ने यह जानकारी दी है। 

यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर ब्रिटेन का रुख सख्त
यूक्रेन पर हमले के बाद से ब्रिटेन ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रिटेन यूक्रेन को कई तरह के हथियार भी दे रहा है। इसके अलावा हाल ही में पीएम जॉनसन ने कीव का दौरा किया था। ब्रिटेन शुरू से ही रूस के खिलाफ काफी मुखर रहा है। यूरोपीय देशों की बात करें दो ब्रिटेन ने रूस पर सबसे अधिक सख्त रुख दिखाया है। रूस के कुलीन वर्ग की संपत्तियों को भी ब्रिटेन ने जब्त किया है। 

जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन पहुंचे थे जॉनसन
बोरिस जॉनसन शनिवार 10 अप्रैल को राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन पहुंचे थे। जॉनसन ने जेलेंस्की से मिलकर एकजुटता का प्रदर्शन किया था। उनकी यात्रा कर मकसद रूस को यह संदेश देना था कि वह यूक्रेन के साथ हैं। जॉनसन की यात्रा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें दोनों नेता कीव की सड़कों पर घूमते नजर आ रहे थे।

इस बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच शनिवार की बैठक में ब्रिटेन की ओर से यूक्रेन को दिए जाने वाले दीर्घकालिक समर्थन समेत वित्तीय और सैन्य सहायता के नए पैकेज पर चर्चा हुई। यह यात्रा जॉनसन की ओर से यूक्रेन को उच्च क्षमता वाले सैन्य उपकरण खरीदने के लिए और 10 करोड़ पाउंड देने के एलान के एक दिन बाद हुई।

यूक्रेन को ब्रिटेन ने दी भारी मदद 
इस दौरान जॉनसन ने कहा था कि लगातार रूसी हमले के बीच ब्रिटेन यूक्रेन की मदद करना चाहता है ताकि वह अपनी रक्षा कर सके। यूक्रेन में राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख एंड्रिज सिबिहा ने कहा था कि दोनों नेताओं के बीच कीव में मुलाकात हुई। इससे पहले जर्मनी के चांसलर ओलाफ शाल्फ के साथ एक प्रेसवार्ता के दौरान जॉनसन ने कहा था कि वह यूक्रेनी सेना को विमान रोधी मिसाइल और अन्य 800 टैंक रोधी मिसाइल देंगे।

इसके अलावा उन्होंने और अधिक हेलमेट, रात में देखने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और अन्य हथियार देने का वादा किया। ब्रिटेन से गैर घातक दो लाख सैन्य उपकरणों की खेप पहले ही यूक्रेन पहुंच चुकी है। ब्रिटेन के इसी रुख के कारण रुस उससे नाराज है और उसने जॉनसन के प्रवेश पर पाबंदी का फैसला लिया है। 

विस्तार

अपने ऊपर लगाए गए प्रतिबंधों से बौखलाए रूस ने जवाबी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। रूस ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और शीर्ष अधिकारियों के अपने देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से एएफपी ने यह जानकारी दी है। 

यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर ब्रिटेन का रुख सख्त

यूक्रेन पर हमले के बाद से ब्रिटेन ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रिटेन यूक्रेन को कई तरह के हथियार भी दे रहा है। इसके अलावा हाल ही में पीएम जॉनसन ने कीव का दौरा किया था। ब्रिटेन शुरू से ही रूस के खिलाफ काफी मुखर रहा है। यूरोपीय देशों की बात करें दो ब्रिटेन ने रूस पर सबसे अधिक सख्त रुख दिखाया है। रूस के कुलीन वर्ग की संपत्तियों को भी ब्रिटेन ने जब्त किया है। 

जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन पहुंचे थे जॉनसन

बोरिस जॉनसन शनिवार 10 अप्रैल को राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन पहुंचे थे। जॉनसन ने जेलेंस्की से मिलकर एकजुटता का प्रदर्शन किया था। उनकी यात्रा कर मकसद रूस को यह संदेश देना था कि वह यूक्रेन के साथ हैं। जॉनसन की यात्रा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें दोनों नेता कीव की सड़कों पर घूमते नजर आ रहे थे।

इस बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच शनिवार की बैठक में ब्रिटेन की ओर से यूक्रेन को दिए जाने वाले दीर्घकालिक समर्थन समेत वित्तीय और सैन्य सहायता के नए पैकेज पर चर्चा हुई। यह यात्रा जॉनसन की ओर से यूक्रेन को उच्च क्षमता वाले सैन्य उपकरण खरीदने के लिए और 10 करोड़ पाउंड देने के एलान के एक दिन बाद हुई।

यूक्रेन को ब्रिटेन ने दी भारी मदद 

इस दौरान जॉनसन ने कहा था कि लगातार रूसी हमले के बीच ब्रिटेन यूक्रेन की मदद करना चाहता है ताकि वह अपनी रक्षा कर सके। यूक्रेन में राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख एंड्रिज सिबिहा ने कहा था कि दोनों नेताओं के बीच कीव में मुलाकात हुई। इससे पहले जर्मनी के चांसलर ओलाफ शाल्फ के साथ एक प्रेसवार्ता के दौरान जॉनसन ने कहा था कि वह यूक्रेनी सेना को विमान रोधी मिसाइल और अन्य 800 टैंक रोधी मिसाइल देंगे।

इसके अलावा उन्होंने और अधिक हेलमेट, रात में देखने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और अन्य हथियार देने का वादा किया। ब्रिटेन से गैर घातक दो लाख सैन्य उपकरणों की खेप पहले ही यूक्रेन पहुंच चुकी है। ब्रिटेन के इसी रुख के कारण रुस उससे नाराज है और उसने जॉनसन के प्रवेश पर पाबंदी का फैसला लिया है। 



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