Russia-Ukraine Crisis : युद्ध के कारण ₹60,000 पार करेगा Gold! जानिए 31 मार्च तक सोने में कितना मिलेगा मुनाफा?


नई दिल्ली. रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध (Russia-Ukraine Crisis) छेड़ दिया है. रूस-यूक्रेन संकट का सीधा असर वैश्विक बाजारों के साथ घरेलू सराफा बाजार (Indian Bullion Market) पर भी देखने को मिल रहा है. लगातार बढ़ रही महंगाई, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tension) जैसे कारणों की वजह से घरेलू सराफा बाजार में सोने की कीमतों को समर्थन (Gold Price Jumps) मिल सकता है.

केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया (Ajay Kedia) का कहना है कि मौजूदा हालात की वजह से निवेशकों में डर का माहौल है. ऐसे में सुरक्षित निवेश के लिहाज से सोने (Gold Investment) में उनका आकर्षण बढ़ेगा, जिससे घरेलू बाजार में सोना इस साल के अंत तक 58000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच सकता है. हालात और बिगड़े तो पीली धातु की कीमतें 60,000 रुपये के पार पहुंच सकती है.

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अगले महीने तक छू सकता है 53,500 का आंकड़ा
अजय केडिया ने बताया कि रूस और यूक्रेन संकट के कारण तीसरे विश्व युद्ध (World War 3) की आशंका से निवेशक सहमे हुए हैं. दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव और अन्य वजहों को देखते हुए वे सोने की ओर आकर्षित होंगे. इससे निकट भविष्य में सोने का आउटलुक बेहद मजबूत दिख रहा है. ऐसे में सोना घरेलू बाजार में 31 मार्च 2022 तक 53,500 रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा छू सकता है.

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MCX पर 51,750 पहुंचा Gold
भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ने से MCX पर सोना 2.15 फीसदी मजबूत होकर 51750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. आज के कारोबार में सोने में करीब 1300 रुपये की तेजी आई है. इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना 1950 डॉलर प्रति औंस के भाव पर पहुंच गया है. निवेशक सुरक्षित निवेश के कारण इक्विटी से निकलकर सोने में खरीदारी कर कर रहे हैं.

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इन 6 वजहों से मजबूत दिख रहा है आउटलुक
-अजय केडिया का कहना है कि रूस-यूक्रेन मामले में अभी अमेरिका, यूरोपी देश और नाटो का अपडेट आना बाकी है.
-अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व अगले महीने ब्याज दरें बढ़ाने वाला है. लेकिन, मौजूदा हालात को देखते हुए वह ब्याज दरों में बढ़ोतरी के फैसले को टाल सकता है.
-महंगाई लगातार बढ़ रही है. अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्च स्तर है, ब्रिटेन भी इसकी मार झेल रहा है.
-डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट जारी है.
-अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल आठ सात के उच्च स्तर पर पहुंच गया है. यह 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है.
-रूस और यूक्रेन जैसे भू-राजनीतिक तनाव के बाद दुनियाभर में महंगाई बढ़ती है.
-मौजूदा हालात से सहमे निवेशकों की नजर तथ्यों पर रहेगी. स्थिति ऐसी ही बनी रही तो इससे पीली धातु को समर्थन मिलेगा.

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अब अगला पड़ाव 2050 डॉलर
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में सोना 1950 डॉलर प्रति औंस के पास ट्रेड कर रहा है. यह अगले कुछ दिनों में 1980 डॉलर प्रति औंस का लेवल दिखा सकता है और इसके बाद अगला पड़ाव 2050 डॉलर प्रति औंस का होगा. चांदी भी बहुत जल्द 27 डॉलर और उसके बाद 30 डॉलर का लेवल दिखा सकती है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दबाव है. कच्चा तेल, महंगाई, इंटरेस्ट रेट बढ़ने की आशंका और बॉन्ड यील्ड में तेजी जैसे फैक्टर से सोने को मदद मिलेगी.

इन कमोडिटी में भी तेजी
सोने के अलावा चांदी भी 2 फीसदी मजबूत हुआ है. क्रूड में 5 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है और यह 101 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है. रुपये में डॉलर के मुकाबले 0.59 फीसदी कमजोरी आई है. नेचुरल गैस की कीमतों में 6 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है. निकल 2 फीसदी और एल्यूमीनियम भी 2 फीसदी चढ़ा है.

Tags: Gold price, Investment and return, Russia

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