रूस यूक्रेन तनाव: पूर्वांचल के उद्योगों को 200 करोड़ का झटका, बनारसी साड़ी सहित अन्य वस्तुओं का आयात-निर्यात हुआ प्रभावित


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: उत्पल कांत
Updated Fri, 25 Feb 2022 12:24 AM IST

सार

फरवरी और मार्च ही निर्यात के आर्डर का मुख्य समय होता है। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष जुनैद खान ने बताया कि करीब 200 करोड़ के आर्डर रद्द हो सकते हैं। इस युद्ध से कई देशों पर असर पड़ेगा।

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रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति बनने के साथ ही पूर्वांचल के उद्योगों को 200 करेाड़ रुपये का झटका लग गया है। तनाव की स्थिति के चलते पिछले 15 दिन से ज्यादा समय से आर्डर रूके थे और युद्ध की घोषणा के साथ ही आर्डर कैंसल होने शुरू हो गए है।

ऐसे में यहां के कारपेट, वाल हैंगिग, दरी, बनारसी साड़ी, हैंडीक्राफ्ट, गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने आदि अमेरिका, रुस सहित अन्य देशों में भेजे जाते हैं। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल का कहना है कि युद्ध शुरू होने के साथ ही डालर और आयल की कीमतों पर असर दिखने लगा है।

ज्यादातर निर्यात के आर्डर रोक दिए गए हैं और 25 फीसदी से ज्यादा आर्डर कैंसल होने की आशंका है। फरवरी और मार्च ही निर्यात के आर्डर का मुख्य समय होता है। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष जुनैद खान ने बताया कि करीब 200 करोड़ के आर्डर रद्द हो सकते हैं। इस युद्ध से कई देशों पर असर पड़ेगा।

विस्तार

रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति बनने के साथ ही पूर्वांचल के उद्योगों को 200 करेाड़ रुपये का झटका लग गया है। तनाव की स्थिति के चलते पिछले 15 दिन से ज्यादा समय से आर्डर रूके थे और युद्ध की घोषणा के साथ ही आर्डर कैंसल होने शुरू हो गए है।

ऐसे में यहां के कारपेट, वाल हैंगिग, दरी, बनारसी साड़ी, हैंडीक्राफ्ट, गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने आदि अमेरिका, रुस सहित अन्य देशों में भेजे जाते हैं। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल का कहना है कि युद्ध शुरू होने के साथ ही डालर और आयल की कीमतों पर असर दिखने लगा है।

ज्यादातर निर्यात के आर्डर रोक दिए गए हैं और 25 फीसदी से ज्यादा आर्डर कैंसल होने की आशंका है। फरवरी और मार्च ही निर्यात के आर्डर का मुख्य समय होता है। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष जुनैद खान ने बताया कि करीब 200 करोड़ के आर्डर रद्द हो सकते हैं। इस युद्ध से कई देशों पर असर पड़ेगा।



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