सिंधिया बोले: एयरलाइन सेक्टर के लिए दिख रहे बेहतर संकेत, 2024 तक कुल यात्री ट्रैफिक 40 करोड़ करने का लक्ष्य


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 23 Mar 2022 03:50 PM IST

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केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्या सिंधिया ने बुधवार को कहा कि पिछले सात दिनों में लगभग 3.82 लाख यात्रियों ने रोज हवाई यात्रा की है। इससे कोविड-19 से प्रभावित रहे इस क्षेत्र के लिए उम्मीद की किरण दिखी है। सिंधिया ने कहा कि साल 2023-24 तक कुल यात्री ट्रैफिक को लगभग तीन गुना करते हुए 40 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

सिंधिया ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में एविएशन उद्योग समस्याओं का सामना कर रहा है, जेट और अकाला जल्द ही अपनी नई सेवाओं की शुरुआत करने जा रही हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए अनुदान की मांग 2022-23 पर उत्तर देते हुए सिंधिया ने कहा, सरकार पिछले दो वर्षों में इस क्षेत्र में आदर्श बदलाव लाई है और ढंचागत परिवर्तन हुआ है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार आम आदमी के बीच मांग बढ़ाने के लिए समावेशिता, पहुंच और सुलभता पर फोकस करेगी। डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के आंकड़ों के अनुसार 2013-14 में यात्रियों की संख्या 6.70 करोड़ थी जो साल 2018-19 में 14.50 करोड़ पर पहुंच गई थी। वहीं, 2013-14 में विमानों की संख्या 400 थी जो 2018-19 में 710 हो गई थी।

डीजीसीए के अनुसार साल 2021 में 8.38 करोड़ लोग घरेलू उड़ानों से सफर किया। साल 2020 में यह संख्या 6.3 करोड़ थी। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी ने उड्डयन क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया था और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के चलते इस क्षेत्र की सेवाएं लंबे समय कर निलंबित रही थीं। हालांकि, अब कोविड का असर कम होने के बाद स्थिति में सुधार आया है।

सिंधिया ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद एविएशन सेक्टर के काम शुरू कर दिया है और नवंबर 2021 में देश में यात्रियों की संख्या 3.90 लाख प्रतिदिन हो गई। कोरोना से पहले प्रतिदिन यात्रियों की संख्या 4.15 लाख थी। लेकिन ओमिक्रॉन इसे 1.60 लाख प्रतिदिन पर ले आया। लेकिन पिछले सात दिन की रिपोर्ट के अनुसार यह संख्या फिर से 3.82 लाख हो गई है।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्या सिंधिया ने बुधवार को कहा कि पिछले सात दिनों में लगभग 3.82 लाख यात्रियों ने रोज हवाई यात्रा की है। इससे कोविड-19 से प्रभावित रहे इस क्षेत्र के लिए उम्मीद की किरण दिखी है। सिंधिया ने कहा कि साल 2023-24 तक कुल यात्री ट्रैफिक को लगभग तीन गुना करते हुए 40 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

सिंधिया ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में एविएशन उद्योग समस्याओं का सामना कर रहा है, जेट और अकाला जल्द ही अपनी नई सेवाओं की शुरुआत करने जा रही हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए अनुदान की मांग 2022-23 पर उत्तर देते हुए सिंधिया ने कहा, सरकार पिछले दो वर्षों में इस क्षेत्र में आदर्श बदलाव लाई है और ढंचागत परिवर्तन हुआ है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार आम आदमी के बीच मांग बढ़ाने के लिए समावेशिता, पहुंच और सुलभता पर फोकस करेगी। डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के आंकड़ों के अनुसार 2013-14 में यात्रियों की संख्या 6.70 करोड़ थी जो साल 2018-19 में 14.50 करोड़ पर पहुंच गई थी। वहीं, 2013-14 में विमानों की संख्या 400 थी जो 2018-19 में 710 हो गई थी।

डीजीसीए के अनुसार साल 2021 में 8.38 करोड़ लोग घरेलू उड़ानों से सफर किया। साल 2020 में यह संख्या 6.3 करोड़ थी। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी ने उड्डयन क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया था और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के चलते इस क्षेत्र की सेवाएं लंबे समय कर निलंबित रही थीं। हालांकि, अब कोविड का असर कम होने के बाद स्थिति में सुधार आया है।

सिंधिया ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद एविएशन सेक्टर के काम शुरू कर दिया है और नवंबर 2021 में देश में यात्रियों की संख्या 3.90 लाख प्रतिदिन हो गई। कोरोना से पहले प्रतिदिन यात्रियों की संख्या 4.15 लाख थी। लेकिन ओमिक्रॉन इसे 1.60 लाख प्रतिदिन पर ले आया। लेकिन पिछले सात दिन की रिपोर्ट के अनुसार यह संख्या फिर से 3.82 लाख हो गई है।



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