पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में तिहाड़ जेल से पंजाब लाए गए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस टॉर्चर कर रही है। यह आरोप बिश्नोई के वकील विशाल चोपड़ा ने लगाए हैं। चोपड़ा के अनुसार, पूछताछ के दौरान लॉरेंस को थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया जा रहा है। पंजाब पुलिस ऑन-कैमरा पूछताछ नहीं कर रही है। लॉरेंस को किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। इसके खिलाफ वह कोर्ट जाएंगे। वहां पंजाब पुलिस और सरकार को जवाब देना होगा।
पंजाब पुलिस 14 जून को लॉरेंस बिश्नोई को मूसेवाला हत्याकांड में पूछताछ के लिए पंजाब लाई थी। पूछताछ में लॉरेंस ने कबूल किया कि उसके गैंग ने मोहाली में विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए सिद्धू मूसेवाला की हत्या की है। मगर उसने इस हत्याकांड में सीधे तौर पर अपना हाथ होने से इनकार किया था। मूसेवाला हत्याकांड में अब तक पंजाब पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
लॉरेंस के वकील ने कहा कि लॉरेंस को मानसा लाने के बाद पुलिस ने सुबह चार बजे मजिस्ट्रेट के घर पेश किया। उस समय लॉरेंस के लिए कोई वकील मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा कि हमें वहां रहना थ। लॉरेंस को सात दिनों की हिरासत में भेजा गया था।
वकील ने कहा कि पंजाब पुलिस और सरकार से को कोर्ट में जवाब देना होगा। मैं इसके खिलाफ कोर्ट में रिट याचिका दायर करूंगा। कोर्ट वीडियो मांगेगा। लॉरेंस का इलाज डॉक्टरों की एक टीम कर रही है। सीआरपीसी 41 (डी) में उनके मुवक्किल लॉरेंस को अपनी पसंद के वकील को देखने का अधिकार है। उसे किसी को देखने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस लॉरेंस के खिलाफ क्रूरता को छिपाना चाहती है।
पंजाब पुलिस की पूछताछ में लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कारणों संबंधी सवालों के जवाब में बताया है कि मूसेवाला की हत्या पैसे के लिए नहीं की गई और न ही मूसेवाला से प्रोटेक्शन मनी ही मांगी गई थी।
पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने बिश्नोई के पिछले सभी केसों को भी खोलने की तैयारी शुरू कर दी है, जिनमें उसे मूसेवाला केस के बाद फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। यह भी तय है कि पंजाब पुलिस अब किसी हालत में लॉरेंस बिश्नोई को बचकर निकलने नहीं देगी, क्योंकि पहले से दर्ज मामलों में राज्य पुलिस ने कई बार बिश्नोई को ट्रांजिट वारंट पर लेने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी।