नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 2016 में जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉड (Sovereign Gold Bonds – SGB) ने निवेशकों को 85 फीसदी रिटर्न दिया है. जनवरी 2016 में जारी किए गए इन बॉड्स का रिडेंप्शन प्राइस (Redemption Price) अब 4,813 रुपये निर्धारित किया गया है. इसका इश्यू प्राइस (Issue Price of Sovereign Gold Bonds) 2,600 रुपये था. इस तरह प्रति यूनिट करीब 85 फीसदी का मुनाफा निवेशकों को हुआ है.
एक प्रेस विज्ञप्ति में भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि 8 फरवरी 2022 को ड्यू होने वाले प्री मैच्योर सॉवरेन गोल्ड बॉड (Pre-Mature Sovereign Gold Bond) के रिडेंप्शन मूल्य का निर्धारण जनवरी 31 से 4 फरवरी तक बंद हुए सोने के भाव के सामान्य औसत आधार पर किया गया है. एसजीबी (SGB) सरकारी प्रतिभूतियां हैं, जिन्हें सोने के ग्राम के रूप में मूल्यांकित किया जाता है. ये वास्तविक सोने का विकल्प हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मदद से नवंबर 2015 में Sovereign Gold Bond को पहली बार जारी किया था.
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8 सालों में होता है मैच्योर
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अवधि आठ वर्षों की होती है. इसमें पांच साल बाद अगले ब्याज भुगतान की तिथि पर इसे रिडीम किया जा सकता है. प्री-मैच्योर रिडेंप्शन की सुविधा हर छह महीने पर मिलती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशक को कम से कम एक ग्राम सोने के लिए निवेश करना होगा. कोई भी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार अधिकतम चार किलो मूल्य तक का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. जबकि, ट्रस्ट और समान संस्थाओं के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलो है.
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