Income Tax Rules for Minors: अपनी आजीविका चलाने के लिए, अपनी और अपने घर-परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के काम करते हैं। कोई नौकरी करता है, कोई बिजनेस करता है, तो कोई कलाकर बन जाता है या कुछ और करता है आदि। लेकिन जब हम तय लिमिट से ज्यादा की कमाई करने लगते हैं, तो हमें सरकार को टैक्स देना पड़ता है। ये नौकरी पेशा लोगों से लेकर सभी के लिए लागू है। लेकिन ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि क्या जो बच्चे कमाई कर रहे हैं, उन बच्चों को भी टैक्स देना पड़ता है या नहीं? आखिर इसको लेकर क्या नियम हैं, जिसे आपके लिए जानना जरूरी हो जाता है। तो चलिए बिना देर किए इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इसके बारे में जान सकते हैं…
क्या है बच्चों को लेकर टैक्स के नियम?
- दरअसल, जिस तरह से बड़े लोगों के लिए टैक्स का नियम है। ठीक वैसे ही आयकर अधीनियम एक्ट 1961 की धारा 61 (1ए) के मुताबिक, वो सभी पैसे आयकर के दायरे में आते हैं, जो नाबालिगों को मिलते हैं।
इन चीजों पर लगता है टैक्स:-
- नाबालिगों के नाम से किए गए निवेश
- बचत खाता
- फिक्स्ड डिपॉजिट
- फिल्म और विज्ञापन में काम करने वाले बाल कलाकारों की सैलरी आदि।
इन काम की बातों को जान लें:-
- बच्चों के नाम पर हुए अलग-अलग तरह के निवेश या उनकी सैलरी आदि से होने वाली आय को बच्चों के अभिभावक की इनकम में जोड़ा जाता है। इसके बाद अभिभावक की कुल आय पर निर्धारित टैक्स स्लैब के हिसाब से इनकम टैक्स लगता है।
- अगर किसी ऐसे बच्चे के माता-पिता का तलाक हो गया है, जो कमाता है। तो कानूनन जिसकी कस्टडी में बच्चा होगा तो बच्चे की आय उसकी आय में जोड़कर टैक्स लगेगा।