Terrorist Attack Input: कांवड़ यात्रा के रूट पर पहली बार ड्रोन से रखी जाएगी नजर, दिल्ली पुलिस की तैयारियां पूरी


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दिल्ली पुलिस पहली बार कांवड़ यात्रा पर ड्रोन से नजर रखेगी। यात्रा के दौरान सभी रूट पर ड्रोन नजर आएंगे। इससे जरूरत पड़ने पर पुलिस तत्काल सक्रिय हो जाएगी। वहीं, कांवड़ रूट पर 1925 ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे। साथ ही रूट पर करीब 56 क्रेन लगाई जाएंगी। पुलिस बाइक से कांवड़ रूट पर पेट्रोलिंग होगी। कांवड़िए जिस समय सड़क को क्रॉस करेंगे, उस समय ट्रैफिक रोका दिया जाएगा। साम्प्रदायिक दंगों वाली जगहों पर अमन कमेटियों की बैठक की जा रही हैं। दिल्ली पुलिस एप के जरिए कांवड़ियों का रजिस्ट्रेशन कर रही है।

दिल्ली पुलिस की अतिरिक्त आयुक्त गीता रानी वर्मा ने बताया कि 14 जुलाई से 26 जुलाई तक ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस 1925 जवान तैनात किए गए हैं। ये ट्रैफिक पुलिसकर्मी तीन शिफ्टों में काम करेंगे। सरकार की तरफ से इस बार 172 कैंप लगाने की अनुमति मिली है। इनमें नौ सिक्यूरिटी कैंप हैं और 157 प्राइवेट कैंप शामिल हैं। उन्होंने लोगों व कांवड़ियों से अपील की है कि वह ट्रैफिक नियमों को पालन करें।

उत्तर-पूर्व जिला डीसीपी संजय सेन ने बताया कि आतंकी हमले को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गई हैं। आतंकी वारदातों को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पहली बार कांवड़ियों का एप से रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। उत्तर-पूर्व जिले में 37 कैंप लगेंगे। यहां आने-जाने के लिए दो प्वाइंट बनाए जाएंगे। दो हजार ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ जिले में लोकल पुलिस भी सुरक्षा में तैनात रहेगी। 

उन्होंने बताया कि कांवड़ियों के लिए 14 से 26 जुलाई के लिए व्यवस्था रहेगी। कंट्रोल रूम व मचान बनाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इस बार कांवड़ यात्रा में पहली बार सीमलपुर चौक को रूट में लिया गया है। इसके साथ ही कावड़ यात्रा की रूट में सबसे बड़ी चुनौती गाजियाबाद बॉर्डर है। इसके लिए गाजियाबाद पुलिस के साथ संयुक्त रूप से बैठक की जा रही है। उत्तर-पूर्वी में हुए दंगे पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस संयोजकों के साथ-साथ दोनों समदुय के लोगों के साथ बैठक कर रही है। दंगों वाले जगहों पर कांवड़ियों की सुरक्षा कड़ी रहेगी।

पूर्वी जिला डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि पूर्वी जिले में 16 कैंप लगाए जाएंगे। गाजीपुर व महाराजपुर बॉर्डर पर चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। जगह-जगह बेरीकेड लगाए जाएंगे। कांवड़ियों की जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जाएगी। सभी प्वाइंट को सीसीटीवी व ड्रोन से नजर रखी जाएगी। पुलिस की ओर से मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। 

कांवड यात्रा को देखते हुए भारी भीड़भाड़ वाले समय व रूट से ट्रैफिक परिवर्तित किया जाएगा। यूपी पुलिस द्वारा भारी वाहनों को मोहन नगर से एनएच-24 की ओर परिवर्तित किया जाएगा। भोपरा होते हुए वजीराबाद रोड की ओर और/या अप्सरा बॉर्डर के जरिए जी.टी. रोड की ओर भारी वाहनों को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शाहदरा और वजीराबाद रोड की ओर जी.टी. रोड पर सिटी बसों को छोड़कर भारी की अनुमति नहीं होगी।

बाहरी रिंग रोड पर जी.टी. करनाल रोड से सिटी बसों को छोड़कर आने वाले भारी वाणिज्यिक परिवहन वाहनों को सीधे एनएच-24 की ओर मोड़ दिया जाएगा और वजीराबाद रोड और जी.टी. रोड पर शाहदरा की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लोनी रोड (शाहदरा की ओर) से आने वाली सिटी बसों को छोड़कर भारी वाणिज्यिक परिवहन वाहनों को बाहरी रिंग रोड से बाहर निकलने के लिए वजीराबाद रोड पर डायवर्ट किया जाएगा। सोनिया विहार, पी.टी.एस. वजीराबाद पुश्ता, पुश्ता रोड जैसे आंतरिक क्षेत्रों से आने वाले सिटी बसों को छोड़कर भारी वाणिज्यिक परिवहन वाहनों को एनएच -24 लेने के लिए वजीराबाद रोड के रास्ते आउटर रिंग रोड की ओर डायवर्ट किया जाएगा ।

शाहदरा जिले के डीसीपी आर सत्य सुंदरम ने बताया कि उनके यहां पर अप्सरा बॉर्डर व एवं जीटी रोड़ की सुरक्षा कड़ी चुन्नौती है। जीटी रोड 4.5 किलोमीटर लंबा है और ये श्यामलाल कॉलेज तक जाता है। उन्होंने बताया कि उनके यहां पर 33 कैंप लगेंगे। जीटी रोड पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक होता है। इसके लिए वहां 13 पंडाल लगाए गए हैं। सभी पंडालों में मचान होंगे। दस जगहों पर दिल्ली पुलिस के कमांडो तैनात किए जाएंगे। कांवड़ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा को तीन जोन व पांच सेक्टर में बांटा गया है। एक जोन को एसीपी रैंक के अफसर संभालेंगे। सेक्टर को इंस्पेक्टर स्तर का अफसर लीड करेगा। जिले में सीसीटीवी व ड्रोन से नजर रखी जाएगी।  

दिल्ली पुलिस की प्रवक्त सुमन नलवा ने बताया कि दिल्ली पुलिस पहली बार मंगलवार को कांवड यात्री पंजीकरण व्यवस्था की शुरुआत की है, ताकि कांवड़ यात्रा को अधिक से सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम से कांवड़ यात्रियों की पूरी जानकारी होने से पुलिस को किसी भी परिस्थिति में उन तक तुरंत मदद या सहायता पहुंचाने में आसानी होगी। रजिस्ट्रेशन से कांवड़ यात्रियों को डेटा बैंक तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं है। लेकिन दिल्ली पुलिस देश में होने वाली संवेदनशील घटनाओं को लेकर सतर्क है। कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। 

दिल्ली पुलिस ने रजिस्ट्रेशन के लिए एक लिंक दिया हुआ है। लिंक पर क्लिक करते हुए मोबाइल नंबर दर्ज होगा। ऐसा करते ही आवेदनकर्ता के फोन पर एक ओटीपी आएगा। उसे समिट करना होगा। इसके बाद नया पेज खुलेगा। इस पेज पर निजी जानकारी साझा करनी होगी।

अगर किसी दिल्लीवासी या कांवड़ यात्री को कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात से सम्बन्धित किसी भी तरह की जानकारी चाहिये तो दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक पेज, ट्विटर हैंडल, व्हाट्सएप नंबर 8750871493 और हेल्पलाइन नंबर 1095/011-25844444 से लेक सकते हैं। इन पर 24 घंटे जानकारी उपलब्ध रहेगी। कांवडिय़ों की आवाजाही में ट्रैफिक नियमों को उल्लंघन करने वालों की मौके पर जांच की जाएगी। वीडियोग्राफी व फोटाग्राफी की जाएगी। 

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दिल्ली पुलिस पहली बार कांवड़ यात्रा पर ड्रोन से नजर रखेगी। यात्रा के दौरान सभी रूट पर ड्रोन नजर आएंगे। इससे जरूरत पड़ने पर पुलिस तत्काल सक्रिय हो जाएगी। वहीं, कांवड़ रूट पर 1925 ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे। साथ ही रूट पर करीब 56 क्रेन लगाई जाएंगी। पुलिस बाइक से कांवड़ रूट पर पेट्रोलिंग होगी। कांवड़िए जिस समय सड़क को क्रॉस करेंगे, उस समय ट्रैफिक रोका दिया जाएगा। साम्प्रदायिक दंगों वाली जगहों पर अमन कमेटियों की बैठक की जा रही हैं। दिल्ली पुलिस एप के जरिए कांवड़ियों का रजिस्ट्रेशन कर रही है।

दिल्ली पुलिस की अतिरिक्त आयुक्त गीता रानी वर्मा ने बताया कि 14 जुलाई से 26 जुलाई तक ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस 1925 जवान तैनात किए गए हैं। ये ट्रैफिक पुलिसकर्मी तीन शिफ्टों में काम करेंगे। सरकार की तरफ से इस बार 172 कैंप लगाने की अनुमति मिली है। इनमें नौ सिक्यूरिटी कैंप हैं और 157 प्राइवेट कैंप शामिल हैं। उन्होंने लोगों व कांवड़ियों से अपील की है कि वह ट्रैफिक नियमों को पालन करें।



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