नई दिल्ली. चावल निर्यात बैन (Rice Export Ban) की चल रही अटकलों पर सरकार ने सोमवार को विराम लगा दिया. सरकार ने साफ कर दिया कि देश में चावल का भरपूर स्टॉक है, इसलिए सरकार का फिलहाल चावल के एक्सपोर्ट (Rice Export) पर बैन लगाने का कोई इरादा नहीं है. गेहूं निर्यात पर अचानक रोक लगाने के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार कभी भी चावल का निर्यात भी रोक सकती है.
मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को खाद्य सचिव (Food Secretary) सुधांशु पांडेय ने कहा कि देश में चावल का भरपूर स्टॉक है. इसलिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध सरकार नहीं लगाने जा रही है. देश में बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है. देश में गेहूं और आटे की कीमतों में उछाल के बाद सरकार ने गेहूं निर्यात को बैन कर दिया था. वहीं, चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए सरकार चीनी के निर्यात के लिए लिमिट तय कर चुकी है.
ये भी पढ़ें- सबसे निचले स्तर पर पहुंचा भारतीय रुपया, जानिए 4 वजह जो डुबो रहे रुपये की लुटिया
पिछले साल हुआ भरपूर चावल उत्पादन
देश में पिछले साल चावल का उत्पादन बहुत अच्छा रहा था. इस साल भी मानसून सामान्य रहने का अनुमान है. इस वजह से इस बार भी देश में चावल का बढिया उत्पादन होने का अनुमान जताया जा रहा है. मुख्य चावल उत्पादक राज्यों का मानना है कि इस साल भी फसल के लिए स्थितियां अनुकूल लग रही हैं.
ये भी पढ़ें- आम आदमी के लिए राहत, खुदरा महंगाई मई में घटकर 7.04 फीसदी पर आई
वित्त वर्ष 2021-22 में ज्यादा हुआ निर्यात
सरकार भी देश का चावल निर्यात बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है. ऐसे देशों की पहचान की जा रही है, जिनमें चावल की खपत ज्यादा है.वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 9.6 अरब डॉलर मूल्य के चावल का निर्यात किया. यह वित्त वर्ष 2019-20 में 6.4 अरब डॉलर मूल्य के निर्यात के मुकाबले काफी ज्यादा था. वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में इंडिया ने 8.82 अरब डॉलर मूल्य के चावल का निर्यात किया था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Export, Indian export, Rice
FIRST PUBLISHED : June 14, 2022, 07:00 IST