Apple की राह पर Google, यूजर प्राइवेसी में होगा बड़ा बदलाव, जानें क्या बदल जाएगा


नई दिल्ली। अप्रैल 2021 में, Apple ने iPhone यूजर्स को यह चुनाव करने की अनुमति दी थी कि कौन-सी ऐप्स उनके विहेवियर को दूसरे ऐप्स में भी ट्रैक कर पाएंगी। इसका नतीजा यह हुआ कि ज्यादातर यूजर्स ने ऑप्ट आउट कर दिया। अब, Google भी एप्पल के कदमों पर चलकर Android पर एडवर्टाइजमेंट ट्रैकिंग में प्राइवसी में बदलाव कर रहा है।

एंड्रॉइड प्रोडक्ट मैनेजमेंट वीपी एंथनी शावेज ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “आज, हम नए प्राइवेसी एडवर्टाइजमेंट सॉल्यूशन के लक्ष्य के साथ एक मल्टी-ईयर इनिशिएटिव पहल की घोषणा कर रहे हैं।” शावेज ने कहा, “ऐप्पल की तरह एंड्रॉइड में प्राइवसी बदल जा रही हैं। थर्ड पार्टी के साथ यूजर डाटा शेयर करना सीमित कर देगा और क्रॉस-ऐप पहचानकर्ताओं के बिना काम करेगा।”

उन्होंने कहा, फिलहाल दो साल तक तो यह बदलाव पूरी तरह से लागू नहीं किए जा सकते हैं। Google इसे लागू करने के लिए पार्टनर्स के साथ काम कर रहा है। जब यह लागू हो जाएंगे तो फेसबुक की मूल कंपनी मेटा जैसे विज्ञापन-आधारित बिजनेसेज की बॉटम लाइन पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना है। Apple द्वारा बदलाव किए जाने के बाद, शुरुआती रिपोर्टों से पता चला कि जो यूजर्स अपडेट डाउनलोड करेंगे उनमें से 95% से ज्यादा iPhone यूजर इसे आप्ट आउट कर रहे थे।

मेटा ने कहा कि ऐप्पल द्वारा किए गए छोटे लेकिन प्रभावशाली बदलाव के कारण इस साल उसे 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मेटा के रेवन्यू का प्राइमरी सोर्स इसका एडवर्टाइजमेंट बिजनेस है जिसे दुनिया के कुछ सबसे बड़े सोशल प्लेटफॉर्म: फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के साथ यूजर की जानकारी के बड़ा डाटाबेस पर बनाया गया है।

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