हालांकि, एक्टिविज़न ने गेम की क्रॉस-डिवाइस उपयोगिता के बारे में बात नहीं की है, या इसमें बारे में भी नहीं बताया कि क्या आप केवल कॉल ऑफ़ ड्यूटी: वारज़ोन किसी और मोबाइल प्लेयर्स के साथ खेल सकते हैं। पावरफुल स्मार्टफोन की वजह से मोबाइल गेम्स काफी पॉपुलर हो चुके हैं और रेवेन्यू के प्वाइंट पर भी ये काफी पॉपुलर हैं। एक्टिविज़न इसे अच्छी तरह से जानता है और इसलिए ये संभावना है कि कॉल ऑफ़ ड्यूटी: मोबाइल की सफलता ने उन्हें उभरते हुए सेगमेंट में एक और शॉट देने पर विचार किया है।
और एक बात आपको बता दें कि कंपनी के लिए इन-ऐप खरीदारी के जरिए पैसा बनाने की गुंजाइश बहुत बड़ी है। क्राफ्टन, एक्टिविज़न और गरेना जैसी कंपनियों ने पिछले कुछ सालों में PUBG मोबाइल (और BGMI), कॉल ऑफ़ ड्यूटी: मोबाइल और फ्री फायर जैसे गेम्स के साथ मोबाइल गेमिंग के क्रेज का एक्सपीरियंस किया है।
हम ये देखने के लिए काफी एक्ससाइटेड हैं कि एक्टिविज़न अपने मौजूदा कॉल ऑफ़ ड्यूटी वर्जन पर कैसे दांव लगाता है, और खुद को पहले वर्जन के सक्सेस फॉर्मेले को दोहराने का मौका देता है, या नहीं। बता दें कि इस साल एक्टिविज़न पहले ही अच्छे और बुरे दोनों वजहों से चर्चा में है।
ये न सिर्फ लंबित मुकदमों का सामना कर रहा है, बल्कि इस डील का भी सामना कर रहा है, जो जनवरी में रिपोर्ट किए गए $ 68.7 बिलियन के अधिग्रहण के बाद माइक्रोसॉफ्ट का हिस्सा बन जाएगा और इस केस को साल के आखिरी से पहले अंतिम रूप देने की संभावना जताई जा रही है।