दिल्ली के शाहदरा थाने के ठीक पीछे रविवार शाम बॉलीवुड मूवी स्पेशल-26 की तर्ज पर बदमाशों ने मनी एक्सचेंजर के यहां फर्जी रेड डाल दी। दो कारों में 15-16 लोग सवार होकर आए, जिनमें चार महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों ने खुद को एंटी करप्शन ब्रांच का अधिकारी बताकर परिवार को डरा दिया। सभी परिवार से हवाला की रकम के बारे मे पूछ रहे थे। घटना के दौरान आरोपियों ने परिवार को एक कमरे में बंधक बनाकर पूरे घर की तलाशी ले डाली। घटना के दौरान आरोपियों ने परिवार की एक महिला से बदसलूकी भी की। बाद में कैश और अन्य कीमती सामान प्लास्टिक के कट्टों में भरा जाने लगा।
परिवार को आरोपियों पर कुछ शक हुआ तो उन्होंने शोर मचा दिया। एक पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही आरोपी वहां से भागने लगे। जिनमें से एक महिला समेत चार आरोपियों को पुलिस ने मौके पर दबोच लिया गया। पकड़े गए चारों आरोपी पंजाब में अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके पास से एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की फर्जी आईडी और एक बोलेरो कार भी बरामद की है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक पीड़िता मोना गुप्ता परिवार के साथ के-ब्लॉक, नवीन शाहदरा इलाके में अपने दो मंजिला मकान में रहती हैं। इनके परिवार में पति कमल किशोर गुप्ता के अलावा अन्य सदस्य हैं। कमल गुप्ता का चांदनी चौक इलाके में मनी एक्सचेंज का कारोबार है। रविवार शाम को छुट्टी होने की वजह से वह घर पर ही मौजूद थे। घर पर कमल और मोना के अलावा कमल की मां शकुंतला व बच्चे मौजूद थे।
शाम करीब 6.00 बजे अचानक उनके दरवाजे की घंटी बजी। इसके अलावा जोर-जोर से दरवाजा खटखटाया जाने लगा। जैसे ही मोना ने दरवाजा खोला अचानक 15-16 लोग उनके घर में जबरन घुस गए। इनमें चार महिलाएं भी शामिल थी। आरोपियों ने बताया कि वह एंटी करप्शन ब्रांच से हैं। उनको सूचना मिली है कि घर में हवाला की बड़ी रकम रखी हुई है। परिवार ने इनकार किया तो आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने परिवार के सभी लोगों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए और सभी को एक कमरे में बंद करने के बाद आरोपियों ने घर की तलाशी लेना शुरू कर दी।
परिवार को ऐसे हुआ आरोपियों पर शक
मोना ने आरोपियों को ऐसा करने से रोका और उनसे उनकी आईडी मांगी तो वह भड़कने लगे। परिवार के मिन्नत करने पर उनके कुछ साथी ले देकर मामला रफा-दफा करने की बात करने लगे। मोना को उन पर शक हुआ। इस दौरान आरोपियों ने घर का माल कट्टों में भरना शुरू कर दिया। हिम्मत कर मोना ने शोर मचा दिया। एक पड़ोसी ने हंगामे और चिल्लाने की आवाज सुनकर पुलिस को खबर दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची वहां भगदड़ मच गई। आरोपी परिवार के सारे मोबाइल और एक बैग लेकर फरार हो गए। बैग में 15 हजार रुपये और कुछ सोने के जेवरात भी थे। पुलिस ने मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान गांव कुमरा, अम्लोह, फतेहगढ़, पंजाब निवासी गुरजंत सिंह (31), सेक्टर-27सी, चंडीगढ़ निवासी नवजोत सिंह (30), मंडी गोबिंदगढ़, फतेहगढ़ निवासी सतपाल सिंह (28) और वार्ड नंबर-4, लुधियाना निवासी गुरप्रीत (30) के रूप में हुई है। शाहदरा थाना पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
आरोपियों के खिलाफ पहले से मामले दर्ज
आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला है कि आरोपी गुरजंत के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी के तीन मामले दर्ज हैं। वहीं नवजोत के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज है जबकि सतपाल के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी के दो मामले और पंजाब पुलिस पर हमले का एक मामला दर्ज है। जांच के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया है कि इन लोगों ने फर्जी छापेमारी की कई वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर बाकी आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।