कई पर्यटकों ने कहा कि उन्हें घबराहट हो रही है। प्रबंधन की ओर से जल्द बचाव अभियान शुरू नहीं होने से पर्यटकों में नाराजगी भी दिखी। बुजुर्ग पर्यटक ने कहा कि उन्हें बीपी की शिकायत है और घबराहट हो रही है। कहा कि महिलाएं व मरीज रस्सी से कैसे नीचे उतरेंगे? पर्यटकों ने आरोप लगाया कि होटल प्रबंधन के पास सुरक्षा की दृष्टि से कोई इंतजाम नहीं थे, एक घंटे बाद ही पानी पहुंचा।
जानकारी के अनुसार पर्यटक सुबह करीब 10:30 पर होटल से लौटते समय ट्राली में फंसे और करीब छह घंटे बाद शाम करीब 4:30 सभी को रस्सी के सहारे सुरक्षित बचाया गया।
जब पर्यटक केबल कार से होटल मोक्षा से परवाणू की ओर आ रहे थे कि अचानक ट्रॉली बीच में ही फंस गई। इससे ट्रॉली में बैठे 11 लोगों की सांसें हवा में अटक गईं। सबसे पहले महिला सहित चार लोगों को निकाला गया। इसके बाद अन्य को रेस्क्यू किया गया।
एएसपी सोलन अशोक वर्मा ने बताया कि सभी लोगों को निकाल लिया गया है। हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
मामले की जांच होगी: सीएम जयराम
ट्रॉली में पर्यटकों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद सीएम जयराम ठाकुर भी परवाणू के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने पर्यटकों से बात की। कहा कि प्रशासन एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन व होटल की टीम ने सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। यदि किसी की लापरवाही सामने आई तो उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।