Aadhaar Data बचाने के लिए 20 Hackers से मदद मांग रहा UIDAI, जाने क्या है पूरा मामला


नई दिल्ली। Unique Identification Authority of India (UIDAI) 20 हैकर्स की तलाश कर रही है। दरअसल UIDAI हैकर्स की मदद से अपनी ऑनलाइन सिक्योरिटी सिस्टम की खामियों के बारे में पता लगाएगी। इसी सिस्टम में 1 करोड़ 32 लाख भारतीयों का आधार डाटा सुरक्षित रखा गया है। इसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था और सरकार इसे ‘बिग बाउंटी प्रोग्राम’ का नाम दे रही है। सरकार के द्वारा ऐसा करने का आदेश 13 जुलाई को दे दिया गया है।

नए प्रोग्राम में, सरकार टॉप हैकर्स की तलाश कर रही है जो आधार डाटा सिक्योरिटी सिस्टम की तलाश कर सकें और खामियों के बारे में पता कर सकें। चुने गए हैकर्स को UIDAI का सेंट्रल आइडेंटिटी डाटा रिपोसिट्री (CIDR) स्टडी करने का मौका मिलेगा। यहीं पर भारतीयों की सारी जानकारी एकत्रित की गई है। UIDAI ने कहा कि आधार डाटा को CIDR में रखने का फैसला किया गया है जो काफी जिम्मेदारी का काम है।

UIDAI की तरफ से अभी तक ये नहीं बताया गया है कि इन हैकर्स को पूरी एक्सरसाइज के लिए पैसे दिए जाएंगे या नहीं। लेकिन सरकारी विभाग की तरफ से पहले ही साफ कर दिया गया है कि कोई भी UIDAI का पूर्व कर्मचारी इसमें भाग नहीं ले सकेगा। भले ही वो पिछले सात साल में टेक्नोलॉजी सपोर्ट और ऑडिट ऑर्गेनाइजेशन का हिस्सा रहा हो, उसे इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने का अधिकार नहीं होगा।

ऑर्डर में कहा गया है कि चुने गए हैकर को 100 बग बाउंटी लीडर बोर्ड में शामिल कर लिया जाएगा, जिसमें कई नामचीन कंपनियां भी शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक और एप्पल जैसी कंपनियां भी इसका हिस्सा हैं। कैंडिडेट को बग बाउंटी कम्युनिटी या प्रोग्राम में एक्टिव होना जरूरी है। हैकर्स को UIDAI के साथ Non-Disclosure Agreement भी साइन करना होगा। जिन 20 हैकर्स का चयन किया जाएगा, उनके पास वैलिड आधार नंबर होना अनिवार्य होगा और वो भारतीय नागरिक ही होने चाहिए।

Source link

Enable Notifications OK No thanks