अमर उजाला ब्यूरो, मुजफ्फरनगर
Published by: कपिल kapil
Updated Tue, 22 Mar 2022 06:14 PM IST
सार
राकेश टिकैत ने चेताया कि अगर कृषि कानूनों को फिर लाने की मंशा सरकार ने दिखाई तो इस बार और बड़ा किसान आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के समर्थन में घनवट ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट सार्वजनिक कर साबित कर दिया कि वह केंद्र सरकार की ही कठपुतली थे।
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विस्तार
रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने इस समिति को सिरे से खारिज कर तीनों सदस्यों की मंशा पर सवाल उठाए थे। सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गोपनीय रिपोर्ट सार्वजनिक करना पहले अदालत का घोर अपमान है। इसके अलावा लग रहा है कि केंद्र सरकार इन बिलों को फिर से ला सकती है।
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मध्य प्रदेश में मंडियों की जमीन निजी कंपनियों को बेचना यही इशारा करती है। यदि ऐसा हुआ तो फिर देशभर का किसान इस बार और जोरदार तरीके से आंदोलन खड़ा करने पर मजबूर होगा। हर राज्य में किसान को सड़कों पर आते देर नहीं लगेगी।
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गांव-गांव किसानों को जागरूक करेगी भाकियू
राकेश टिकैत ने कहा कि इसके लिए भारतीय किसान यूनियन किसानों को जागरूक करने के लिए देश के हर गांव में जाएगी। किसानों को सरकार की मंशा के बारे में बताया जाएगा।