FICCI की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा, “देश में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अधिक है। यह ट्रेंड बड़े शहरों के साथ ही टियर 2 और 3 शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है। देश के नागरिकों के बीच डिजिटलाइजेशन को अपनाने की दिलचस्पी हैरान करने वाली है।” उनका कहना था कि फिनटेक सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इससे फ्रॉड को पकड़ने और रिस्क का आकलन करने में मदद मिल सकती है। सीतारमण ने बताया, “हमें पर्सनल डेटा की सिक्योरिटी को पक्का करना होगा। हमारी योजना में नेशनल और सायबर सिक्योरिटी शामिल है।”
उन्होंने कहा कि देश में एक सिस्टम बनाया जा रहा है जिससे विभिन्न जगहों पर इस्तेमाल के लिए केवल एक KYC की जरूरत होगी। सीतारमण का कहना था कि फाइनेंस के भविष्य में बैंकिंग और इससे जुड़ी सर्विसेज का बड़ा योगदान होगा और इसमें एकाउंट एग्रीगेटर्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि एकाउंट एग्रीगेटर सिस्टम का 21 बैंक इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें सरकारी बैंक भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स, फिनटेक और प्राइवेट इक्विटी के बीच लिंक है। देश में फिनटेक सेक्टर में 6,636 स्टार्टअप्स और 21 यूनिकॉर्न हैं और प्राइवेट इक्विटी फर्मों से इन्हें मदद मिली है। प्राइवेट इक्विटी से इन्हें जल्द ग्रोथ करने का जरिया मिलता है।
हाल ही में सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था, “सरकार पहले ही चेतावनी दे चुकी है। मुझे लगता है हमें इसे लेकर सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए।” ED ने कुछ क्रिप्टो एक्सचेंजों की मनी लॉन्ड्रिंग के शक में जांच शुरू की है। हालांकि, इसके साथ ही सीतारमण का कहना था कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में काफी संभावना है और Web 3 इकोसिस्टम में शामिल लोगों को यह नहीं लगना चाहिए कि सरकार टेक्नोलॉजी के खिलाफ है।
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