Uttarakhand Election 2022: पूर्व सीएम हरीश रावत ने कही दिल की बात, मुख्यमंत्री बनूंगा या घर बैठ जाऊंगा


सार

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के ठीक अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उनके अनुसार पार्टी के सत्ता में आने पर या तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। तीसरा कोई विकल्प ही नहीं है।

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के ठीक अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उनके अनुसार पार्टी के सत्ता में आने पर या तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। तीसरा कोई विकल्प ही नहीं है।

हरीश के अनुसार, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, इसलिए वह किसी भी बात पर समझौता नहीं कर सकते हैं। वेब मीडिया में दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि अब उनकी उम्र ऐसी नहीं रह गई है कि वह कुछ और सोचें। हरीश रावत या तो मुख्यमंत्री हो सकता है या घर बैठ जाए।

इन दोनों के अलावा तीसरा कोई विकल्प नहीं है। बकौल हरीश रावत, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, हालांकि इसमें दूसरों की सोच को भी समाहित करेंगे। लेकिन कहीं न कहीं जो प्रभाव रहेगा, वह उनकी सोच होगी।

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हरीश ने आगे कहा कि वह इस समय अपनी सोच के लिए कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। इसलिए उनके लिए बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। वह या तो मुख्यमंत्री बनेंगे या घर बैठना पसंद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह हाईकमान तय करेगा। जो भी निर्णय होगा, उन्हें स्वीकार होगा।

उन्होंने कहा कि पार्टी 45 से 48 सीटें जीत रही है। इसका श्रेय उन्होंने राहुल गांधी को दिया। उधर, इस मुद्दे पर प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि पहले मतदान का रिजल्ट तो आ जाए, मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह बाद की बात है। इस विषय में वह अभी से कुछ नहीं कहना चाहते हैं। 

हरिद्वार की जतना का आशीर्वाद अनुपमा को जरूर मिलेगा
कुमाऊं की लालकुआं सीट से चुनाव लड़े पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि वह और हरिद्वार ग्रामीण से उनकी बेटी अनुपमा रावत दोनों जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने उन्हें कड़ी टक्कर दी है।

हरिद्वार ग्रामीण सीट से किस्मत आजमा रहीं उनकी बेटी अनुपमा रावत के बारे में हरीश रावत ने कहा कि निश्चित तौर पर अनुपमा जीत रहीं हैं। उन्होंने खुद 20 से 22 साल हरिद्वार की सेवा की है, इसलिए हरिद्वार की जतना का आशीर्वाद अनुपमा को जरूर मिलेगा। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा की दोनों सीट पर मुकाबला कड़ा था। 

हमने बहुमत मांगा था, जनता ने उससे ज्यादा दिया
देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि चुनाव में हमने जनता से बहुमत मांगा था, लेकिन इस तरह के रूझान आ रहे, ऐसा लगता है, जनता ने हमें उससे ज्यादा दे दिया है। कांग्रेस पार्टी 45 से 48 सीटें जीत रही हैं। वह इतनी सीटों को लेकर आश्वस्त हैं।

विस्तार

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के ठीक अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उनके अनुसार पार्टी के सत्ता में आने पर या तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। तीसरा कोई विकल्प ही नहीं है।

हरीश के अनुसार, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, इसलिए वह किसी भी बात पर समझौता नहीं कर सकते हैं। वेब मीडिया में दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि अब उनकी उम्र ऐसी नहीं रह गई है कि वह कुछ और सोचें। हरीश रावत या तो मुख्यमंत्री हो सकता है या घर बैठ जाए।

इन दोनों के अलावा तीसरा कोई विकल्प नहीं है। बकौल हरीश रावत, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, हालांकि इसमें दूसरों की सोच को भी समाहित करेंगे। लेकिन कहीं न कहीं जो प्रभाव रहेगा, वह उनकी सोच होगी।

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हरीश ने आगे कहा कि वह इस समय अपनी सोच के लिए कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। इसलिए उनके लिए बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। वह या तो मुख्यमंत्री बनेंगे या घर बैठना पसंद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह हाईकमान तय करेगा। जो भी निर्णय होगा, उन्हें स्वीकार होगा।



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